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सीएम के विधानसभा क्षेत्र में डेंगू पीड़ित महिला की मौत, ICU में भर्ती करवाने को भटकते रहे परिजन

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र में एक डेंगू पीड़ित महिला ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया है. वहीं, परिजनों का स्वास्थ्य विभाग के प्रति खासा आक्रोश है.

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Published : Oct 20, 2019, 6:28 PM IST

सीएम के विधानसभा क्षेत्र में डेंगू पीड़ित महिला की मौत.

डोइवाला: प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लाख दावे करती हो. लेकिन सीएम के विधानसभा क्षेत्र में ही मरीज स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. ताजा मामला हंसुवाला क्षेत्र का है, जहां 35 वर्षीय महिला ज्योति जायसवाल की इलाज के दौरान डेंगू की बीमारी से मौत हो गई. परिजन महिला को सबसे पहले हिमालयन अस्पताल जॉलीग्रांट और कैलाश अस्पताल ले गए, लेकिन आईसीयू खाली न होने का हवाला देकर अस्पताल प्रशासन ने मना कर दिया. इसके बाद परिजन कई अस्पतालों में लेकर घूमें, लेकिन भर्ती न हो पाने के कारण महिला की इलाज के अभाव में मौत हो गई.

सीएम के विधानसभा क्षेत्र में डेंगू पीड़ित महिला की मौत.

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा क्षेत्र के हंसुवाला की रहने वाली 35 वर्षीय ज्योति जायसवाल की 19 अक्टूबर को डेंगू की बीमारी से मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि वो महिला को लेकर पहले नजदीकी हिमालय हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने इलाज करने के बाद आईसीयू में जगह न होने का हवाला देकर भर्ती करने से मना कर दिया. उसके बाद वो जोगीवाला स्थित कैलाश हॉस्पिटल गए, लेकिन वहां पर भी परिजनों को आईसीयू फुल होने की बात कहकर मना कर दिया गया. उसके बाद वे ज्योति को लेकर देहरादून के कई नामी हॉस्पिटल में लेकर गए. लेकिन, सभी जगह आईसीयू न होने का हवाला देकर मरीज को भर्ती करने से मना कर दिया गया. आखिर कार शाम को इलाज के अभाव में महिला ज्योति ने दम तोड़ दिया.

ये भी पढ़ें: दीपावली मद्देनजर प्रशासन ने चलाया चेकिंग अभियान, खाद्य विभाग अलर्ट पर

सामाजिक कार्यकर्ता गौरव मल्होत्रा ने बताया कि इस घटना से सरकार के सिस्टम की पोल खुलती है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा की ये घटना है, जहां पर एक 35 साल की महिला सिस्टम की लाचारी की शिकार हो गई. इस घटना से पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के प्रति भारी नाराजगी है. उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग खुद मुख्यमंत्री देख रहे हैं और उनकी विधानसभा में अगर ऐसी घटनाएं हो रही है तो दूसरे क्षेत्रों का हाल खुद बयां हो जाता है.

डोइवाला: प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लाख दावे करती हो. लेकिन सीएम के विधानसभा क्षेत्र में ही मरीज स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. ताजा मामला हंसुवाला क्षेत्र का है, जहां 35 वर्षीय महिला ज्योति जायसवाल की इलाज के दौरान डेंगू की बीमारी से मौत हो गई. परिजन महिला को सबसे पहले हिमालयन अस्पताल जॉलीग्रांट और कैलाश अस्पताल ले गए, लेकिन आईसीयू खाली न होने का हवाला देकर अस्पताल प्रशासन ने मना कर दिया. इसके बाद परिजन कई अस्पतालों में लेकर घूमें, लेकिन भर्ती न हो पाने के कारण महिला की इलाज के अभाव में मौत हो गई.

सीएम के विधानसभा क्षेत्र में डेंगू पीड़ित महिला की मौत.

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा क्षेत्र के हंसुवाला की रहने वाली 35 वर्षीय ज्योति जायसवाल की 19 अक्टूबर को डेंगू की बीमारी से मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि वो महिला को लेकर पहले नजदीकी हिमालय हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने इलाज करने के बाद आईसीयू में जगह न होने का हवाला देकर भर्ती करने से मना कर दिया. उसके बाद वो जोगीवाला स्थित कैलाश हॉस्पिटल गए, लेकिन वहां पर भी परिजनों को आईसीयू फुल होने की बात कहकर मना कर दिया गया. उसके बाद वे ज्योति को लेकर देहरादून के कई नामी हॉस्पिटल में लेकर गए. लेकिन, सभी जगह आईसीयू न होने का हवाला देकर मरीज को भर्ती करने से मना कर दिया गया. आखिर कार शाम को इलाज के अभाव में महिला ज्योति ने दम तोड़ दिया.

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सामाजिक कार्यकर्ता गौरव मल्होत्रा ने बताया कि इस घटना से सरकार के सिस्टम की पोल खुलती है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा की ये घटना है, जहां पर एक 35 साल की महिला सिस्टम की लाचारी की शिकार हो गई. इस घटना से पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के प्रति भारी नाराजगी है. उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग खुद मुख्यमंत्री देख रहे हैं और उनकी विधानसभा में अगर ऐसी घटनाएं हो रही है तो दूसरे क्षेत्रों का हाल खुद बयां हो जाता है.

Intro:डोईवाला

डोईवाला की 35 वर्षीय ज्योति नाम की महिला की डेंगू से हुई मौत हॉस्पिटल में आईसीयू की सुविधा ना मिलने से हुई मौत ।

डोईवाला के हंसुवाला क्षेत्र की रहने वाली 35 वर्षीय ज्योति जयसवाल की डेंगू की बीमारी से उस समय मौत हो गई जब ज्योति के परिवार वाले ज्योति को इलाज के लिए हिमालय हॉस्पिटल उसके बाद कैलाश हॉस्पिटल और कई हॉस्पिटलों में इलाज ना मिलने के बाद ज्योति ने दम तोड़ दिया ।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोईवाला विधानसभा के हंसुवाला की रहने वाली 35 वर्षीय ज्योति जायसवाल की 19 अक्टूबर को डेंगू की बीमारी से मौत हो गई ज्योति जायसवाल को परिजन सबसे पहले हिमालय हॉस्पिटल जौलीग्रांट ले गए लेकिन वहां पर डॉक्टरों ने आईसीयू ख़ाली ना होने का हवाला देकर मना कर दिया उसके बाद परिजन ज्योति को लेकर कैलाश हॉस्पिटल गए लेकिन वहां भी ज्योति के परिजनों को आईसीयू के लिए मना कर दिया उसके बाद परिजन देहरादून के कई नामी-गिरामी हॉस्पिटल में ज्योति को लेकर घूमे लेकिन सभी जगह ज्योति के परिजनों को निराशा हाथ लगी और शाम को भटकते भटकते ज्योति की तबीयत ज्यादा खराब होने पर ज्योति की मृत्यु हो गई ।


Body:परिजनों का कहना है कि वह ज्योति को लेकर पहले नजदीकी हिमालय हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन डॉक्टरों ने इलाज करने के बाद आईसीयू में जगह ना होने का हवाला देकर भर्ती करने से मना कर दिया उसके बाद वे जोगीवाला स्थित कैलाश हॉस्पिटल गए लेकिन वहां पर भी परिजनों को आईसीयू फुल होने की बात कहकर मना कर दिया उसके बाद वे ज्योति को लेकर देहरादून के कई नामी हॉस्पिटल में लेकर गए लेकिन सभी जगह आईसीयू ना होने का हवाला देकर मरीज को भर्ती करने से मना करते रहे और आखिर में ज्योति ने दम तोड़ दिया ।


Conclusion:सामाजिक कार्यकर्ता गौरव मल्होत्रा ने बताया कि इस घटना से सरकार के सिस्टम की पोल खुलती है और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोईवाला विधानसभा की यह घटना है जहां पर एक 35 साल की महिला सिस्टम की लाचारी की शिकार हो गई और कई हॉस्पिटल में आईसीयू की सुविधा ना मिलने से महिला ने आखिर में दम तोड़ दिया है और इस घटना से पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के प्रति भारी नाराजगी है और उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग खुद मुख्यमंत्री देख रहे हैं और उनकी विधानसभा में अगर ऐसी घटनाएं हो रही है तो दूसरे क्षेत्रों का हाल खुद बयां हो जाता है ।

बाईट अविनाश जयशवाल म्रतक ज्योति का देवर
बाईट गौरव मल्होत्रा सामाजिक कार्यकर्ता ।
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