ETV Bharat / state

पाखरो जंगल सफारी पार्क में दिखेंगे सफेद बाघ, मध्यप्रदेश से लाने की तैयारी

राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश सरकार से शुरुआती बातचीत भी कर ली है, जहां से सफेद बाघ को लाया जाएगा.

author img

By

Published : Dec 22, 2020, 3:53 PM IST

white tigers
white tigers

देहरादूनः उत्तराखंड सरकार राज्य में पर्यटकों को लुभाने के लिए तमाम तरह की रियायतों के साथ नई पहल करने जा रही है. इसके जरिए राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या को बढ़ाने पर फोकस है. इसी क्रम में पाखरो में बन रहे जंगल सफारी पार्क में आने वाले दिनों में सफेद बाघ भी नजर आएंगे. जिसकी तैयारियों में वन विभाग जुट गया है. हालांकि इसके लिए राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश सरकार से शुरुआती बातचीत भी कर ली है, जहां से सफेद बाघ को लाया जाएगा.

प्रदेश के पाखरो में करीब 100 हेक्टेयर वन क्षेत्र में जंगल सफारी पार्क बनना है. जिसमें फिलहाल अभी ये तय किया गया है कि इस सफारी पार्क में पांच बाघों को रखा जाएगा. जिसमें चार सामान्य बाघ और एक सफेद बाघ शामिल हैं. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक कॉर्बेट नेशनल पार्क घूमने आते हैं. जबकि कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों के दिखने की कोई गारंटी नहीं, बावजूद इसके कॉर्बेट नेशनल पार्क आने वाले सैलानियों का तांता लगा रहता है.

लिहाजा, जब जंगल सफारी पार्क में बाघों के दिखने की गारंटी होगी तो ऐसे में यह पार्क पर्यटकों के लिहाज से न सिर्फ काफी अहम होगा, बल्कि बाघों को देखने आने वाले पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र भी बनेगा. वही, इस मामले पर वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने बताया कि जंगल सफारी में बाघों को लाने के लिए राज्य सरकार स्तर पर मध्यप्रदेश सरकार से बातचीत की गई है. अगर बाघ उपलब्ध हो जाते हैं तो जंगल सफारी पार्क में गारंटी के साथ पर्यटक बाघों को देख सकेंगे.

पढ़ेंः सतपाल महाराज ने पर्यटकों को दिया न्यौता, कहा- उत्तराखंड में मनाएं क्रिसमस

राज्य में बढ़ी गुलदारों की संख्या

उत्तराखंड राज्य में पिछले 4 सालों में गुलदारों की संख्या में करीब 200 की बढ़ोतरी हुई है. केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा जारी किए गए साल 2018-19 की रिपोर्ट के अनुसार साल 2014 के बाद गुलदारों की संख्या में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. साल 2014 में देश भर में 8,000 गुलदार थे, जिनकी संख्या 2018-19 में बढ़कर 12,852 हो गई है. इसी तरह साल 2014 में उत्तराखंड में करीब 650 गुलदार थे, जिनकी संख्या बढ़कर 839 हो गई है.

देहरादूनः उत्तराखंड सरकार राज्य में पर्यटकों को लुभाने के लिए तमाम तरह की रियायतों के साथ नई पहल करने जा रही है. इसके जरिए राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या को बढ़ाने पर फोकस है. इसी क्रम में पाखरो में बन रहे जंगल सफारी पार्क में आने वाले दिनों में सफेद बाघ भी नजर आएंगे. जिसकी तैयारियों में वन विभाग जुट गया है. हालांकि इसके लिए राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश सरकार से शुरुआती बातचीत भी कर ली है, जहां से सफेद बाघ को लाया जाएगा.

प्रदेश के पाखरो में करीब 100 हेक्टेयर वन क्षेत्र में जंगल सफारी पार्क बनना है. जिसमें फिलहाल अभी ये तय किया गया है कि इस सफारी पार्क में पांच बाघों को रखा जाएगा. जिसमें चार सामान्य बाघ और एक सफेद बाघ शामिल हैं. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक कॉर्बेट नेशनल पार्क घूमने आते हैं. जबकि कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों के दिखने की कोई गारंटी नहीं, बावजूद इसके कॉर्बेट नेशनल पार्क आने वाले सैलानियों का तांता लगा रहता है.

लिहाजा, जब जंगल सफारी पार्क में बाघों के दिखने की गारंटी होगी तो ऐसे में यह पार्क पर्यटकों के लिहाज से न सिर्फ काफी अहम होगा, बल्कि बाघों को देखने आने वाले पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र भी बनेगा. वही, इस मामले पर वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने बताया कि जंगल सफारी में बाघों को लाने के लिए राज्य सरकार स्तर पर मध्यप्रदेश सरकार से बातचीत की गई है. अगर बाघ उपलब्ध हो जाते हैं तो जंगल सफारी पार्क में गारंटी के साथ पर्यटक बाघों को देख सकेंगे.

पढ़ेंः सतपाल महाराज ने पर्यटकों को दिया न्यौता, कहा- उत्तराखंड में मनाएं क्रिसमस

राज्य में बढ़ी गुलदारों की संख्या

उत्तराखंड राज्य में पिछले 4 सालों में गुलदारों की संख्या में करीब 200 की बढ़ोतरी हुई है. केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा जारी किए गए साल 2018-19 की रिपोर्ट के अनुसार साल 2014 के बाद गुलदारों की संख्या में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. साल 2014 में देश भर में 8,000 गुलदार थे, जिनकी संख्या 2018-19 में बढ़कर 12,852 हो गई है. इसी तरह साल 2014 में उत्तराखंड में करीब 650 गुलदार थे, जिनकी संख्या बढ़कर 839 हो गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.