देहरादून: चंपावत विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया है. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, चंपावत उपचुनाव में 64 फीसदी मतदान हुआ. चंपावत उपचुनाव में भाजपा से सीएम पुष्कर सिंह धामी और कांग्रेस से निर्मला गहतोड़ के बीच मुकाबला है. इस सीट पर सीएम का चुनाव जीतना बेहद जरूरी है. वहीं, उपचुनाव में मतदान को लेकर युवाओं में खासा उत्साह देखा गया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा के मंदिर में पूजा की और चुनाव में जीत का आशीर्वाद मांगा.
चंपावत उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दावा किया है कि इस बार चंपावत उपचुनाव में इतिहास रचा जाएगा और रिकॉर्ड तोड़ वोटों से उन्हें जीत हासिल होगी. उन्होंने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि चंपावत की जनता किसी दल और व्यक्ति विशेष के लिए नहीं बल्कि, क्षेत्र के विकास के लिए मतदान करने अपने घर से निकली है.
उन्होंने कहा कि इसका अंदाजा मतदान के आंकड़ों से लगाया जा सकता है. जीत के दावे को दोहराते हुए सीएम धामी ने कहा कि जैसे वो आम चुनाव से पहले कहा करते थे कि दो तिहाई पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार आएगी. ठीक उसी तरह से 31 मई के मतदान को देखते हुए उन्हें पूरा विश्वास है कि चंपावत में वह रिकॉर्ड मतों से जीत कर आएंगे और चंपावत की जनता का आशीर्वाद उन्हें भरपूर मिलेगा.
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निर्मला गहतोड़ी ने बूथ कैप्चरिंग का लगाया आरोप: वोट करने के बाद मीडिया से बातचीत में कांग्रेस की प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी (Congress candidate Nirmala Gahtori) ने कहा कि बनबसा में सत्ताधारी की शह पर बूथ कैप्चरिंग की बात सामने आ रही है. सुभाष थपलियाल ने वोट डालने के लिए गए बच्चों को धमकी देकर भगा दिया. इस घटना का मुख्यमंत्री को संज्ञान लेना चाहिए.
धरने पर बैठीं कांग्रेसी प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी: कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने चंपावत उपचुनाव में उनके एजेंटों को धमकाने का आरोप लगाया है. बाहरी विधायकों और बीजेपी नेताओं के चंपावत में चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाते वह कलक्ट्रेट में धरने पर बैठ गई. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे मतदान में खलल पैदा किया जा रहा है.
बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा उपचुनाव सिर्फ एक सीट पर ही हो रहा है. ये सीट बीजेपी प्रत्याशी कैलाश गहतोड़ी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी. असल में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में पुष्कर सिंह धामी खटीमा सीट से चुनाव हार गए थे. इसके बाद पुष्कर सिंह धामी दोबारा सीएम तो बन गए, लेकिन उन्हें विधानसभा का सदस्य होना जरूरी था. इसके बाद उनके लिए चंपावत सीट खाली की गई.
वहीं, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की तेज-तर्रार महिला नेताओं में शुमार की जाने वाली निर्मला का ताल्लुक ब्राह्मण समुदाय से है. वो करीब तीन दशक पहले शराब-विरोधी आंदोलन से सुर्खियों में आई थीं. वो कांग्रेस की चंपावत जिला अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कमेटी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य रही हैं. पूर्व की प्रदेश कांग्रेस सरकार में वह दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री भी थीं.
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चंपावत उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. निर्मला गहतोड़ी कांग्रेस की प्रत्याशी हैं. वैसे चंपावत में कुल चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कांग्रेस से निर्मला गहतोड़ी, समाजवादी पार्टी से मनोज कुमार भट्ट और निर्दलीय हिमांशु गड़कोटी चुनाव लड़ रहे हैं. चंपावत विधानसभा सीट पर 96,213 मतदाता हैं. इनमें 50,171 पुरुष और 46,042 महिला मतदाता हैं.
भाजपा का गढ़ः चंपावत सीट को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (Uttarakhand Assembly Election 2022) में चंपावत में बीजेपी के कैलाश गहतोड़ी ने कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल को 5304 वोटों से हराया था. कैलाश गहतोड़ी को 32547 वोट पड़े, जबकि कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल को 27243 वोट मिले थे.