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केदारनाथ में 'नवाब' की पूजा पर मालिक की सफाई, सुनिए पूरी कहानी - Kedarnath Dham

इन दिनों एक Vlogger और उसके कुत्ते के केदारनाथ धाम में दर्शन करने की खबर छाई हुई है. रोहित त्यागी नाम के Vlogger के खिलाफ केस दर्ज होकर जांच जारी है. ऐसे में नवाब नाम के कुत्ते के मालिक रोहित ने अपनी बात सामने रखी है. उनका कहना है कि नवाब उनके बच्चे जैसा है. जब हम ट्रिप पर जाते हैं तो उसे साथ लेकर जाते हैं. रोहित ने बताया कि केदारनाथ में श्रद्धालु नवाब को सम्मान दे रहे थे और उसके पैर छू रहे थे. उन्होंने कहा कि नवाब और उन्हें ट्रोल करने वाले लोगों को भगवान सद्बुद्धि दें.

ROHIT TYAGI
रोहित त्यागी
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Published : May 23, 2022, 7:57 AM IST

Updated : May 23, 2022, 10:46 AM IST

देहरादूनः कुछ दिन से व्लॉगर रोहित त्यागी और उनके कुत्ते नवाब त्यागी का केदारनाथ का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में रोहित त्यागी अपने कुत्ते नवाब त्यागी के पंजों से मंदिर परिसर में स्थापित नंदी की मूर्ति को स्पर्श करा रहे हैं. इस पर माहौल गरमाया हुआ है. बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) ने इम मामले पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि इस तरह के कृत्य से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं. वहीं, अब रोहित त्यागी और उनकी पत्नी पहली बार मीडिया के सामने आकर मामले पर अपनी बात रखी है.

व्लॉगर रोहित त्यागी का कहना है कि नवाब हमारे बच्चे के समान है. हर मां बाप ट्रिप पर जाते हैं तो बच्चों को भी लेकर जाते हैं. इसीलिए हम अपने बच्चे नवाब को लेकर ट्रिप पर जाते हैं. दूसरी बात कि केदारनाथ में किसी ने नहीं पूछा कि हम नवाब को मंदिर में क्यों लेकर आए हैं. बल्कि सबने बोला कि नवाब के अच्छे कर्म हैं जो मंदिर में बाबा के दर्शन के लिए पहुंचा है. बाबा का बुलावा आया था, वहां सब नवाब को साक्षात भैरव कहकर पुकार रहे थे. केदारनाथ मंदिर में नवाब को बहुत प्यार और आशीर्वाद मिला. यहां तक की केदारनाथ में कई बुजुर्ग श्रद्धालु नवाब को देखकर हाथ जोड़ रहे थे. नवाब के पैर पकड़ रहे थे कि साक्षात भैरव आ गए हैं.

नवाब के मालिक की सफाई

इसी बीच रोहित ने केदारनाथ में एक छोटी की घटना का जिक्र किया और कहा कि केदारनाथ में जब हम नवाब को लेकर गए तो वहां एक साउथ की महिला थी, उन्होंने नवाब के पैर छुए. रोहित ने बताया कि मैंने उन्हें ऐसा करने से मना किया लेकिन उन्होंने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि हम भैरव बाबा के पैर छू रहे हैं. बस इस घटना के बाद वहां कई श्रद्धालुओं ने नवाब के पैर छुए. ये सब उनकी श्रद्धा थी. इसके बाद तो हमने भी मान लिया कि केदारनाथ धाम में भैरव बाबा ही आए हैं.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ में कुत्ते से कराया था नंदी को स्पर्श, SP बोले- जांच जारी

नवाब ने किए भैरवनाथ के दर्शनः व्लॉगर रोहित त्यागी ने बताया कि नवाब ने बाबा केदार के दर्शन से पहले भैरवनाथ के दर्शन किए. सभी को पता है कि केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने से पहले भैरव बाबा की पूजा होती है. भैरव बाबा को द्वारपाल या कोतवाल कहा जाता है. इसी तरफ मंदिर में भी श्रद्धालु नवाब के भैरव बाबा के रूप में पैर छूकर केदार बाबा के दर्शन कर रहे थे.

इंडिया घूम चुका है नवाबः व्लॉगर रोहित त्यागी बताते हैं कि नवाब नॉर्थ ईस्ट छोड़कर पूरा इंडिया घूम चुका है. नवाब महज साढ़े चार साल की उम्र में इतना घूम चुका है कि जितना एक इंसान अपने 70 साल की उम्र में भी नहीं घूम पाता है. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी, लेह लद्दाख, केरल, लौह स्पीति घूम चुका है. बड़े-बड़े मंदिरों में भी जा चुका है नवाब. एक साल पहले नवाब हमारे साथ बदरीनाथ मंदिर गया था. इसके अलावा 4 बार तुंगनाथ मंदिर जा चुका है. गंगा घाटों पर बने हर एक मंदिर को नवाब ने देखा है. हर की पैड़ी पर नवाब 4 साल से स्नान करते आ रहा है.

ट्रोल करने वालों पर बोले रोहितः रोहित त्यागी ने सोशल मीडिया पर ट्रोल करने वाले लोगों पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे. इंसान की सोच इतनी भी बुरी नहीं होनी चाहिए कि आप इंसान के साथ जानवर को भी ट्रोल करो. उन्होंने कहा कि हम किसी पिकनिक के लिए केदारनाथ मंदिर नहीं गए. ना ही रील्स बनाने के लिए गए. चारधाम यात्रा होना हिंदुओं की आस्था से जुड़ा त्योहार है. हर एक श्रद्धालु इसका कई दिनों तक इंतजार करता है. अब अगर कोई शख्स अपना त्योहार मनाता है तो उन्हें फोटोज और वीडियोज लेकर यादों के तौर पर कैद करता है. तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं है कि हमने फोटोज ली या वीडियोज बनाई. हम 20 हजार रुपये का पेट्रोल खर्च कर, 16 किमी का पैदल ट्रैक पार कर हम सिर्फ रील बनाने नहीं गए थे. केदारनाथ ट्रिप का हमारा खर्चा 40 से 50 हजार रुपए था, तो हर कोई सोच सकता है कि एक रील बनाने के लिए कोई इतना रुपया खर्च नहीं करता है.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ धाम में हो रहा आस्था से खिलवाड़, यूट्यूबर और व्लॉगर पर लग सकता है बैन, जानें वजह

ऐसे पड़ा कुत्ते का नाम नवाबः व्लॉगर रोहित त्यागी ने बताया कि नवाब को हम हैदराबाद से लेकर आए थे. हम जब साढ़े 4 साल पहले नवाब को एयरपोर्ट पर लेने पहुंचे हस्की डॉग को देखकर लोग नवाब के साथ फोटोज लेने लगे. लोग सिर्फ एक बात रहे थे कि 'वॉव हस्की'. इस दौरान लोगों की नवाब के साथ फोटोज क्लिक करने का दौर जारी रहा. यहां तक हमारे पास आने तक नवाब को 20 मिनट लग गए. इस दौरान हमें ये लगा कि डॉग को हमारे पास आने में इतना समय लग रहा है तो ये किसी नवाब से कम नहीं है. तबसे इसका नाम नवाब पड़ गया.

नवाब के नाम पर कई रिकॉर्डः व्लॉगर रोहित त्यागी ने बताया कि नवाब दुनिया पहला ऐसा जानवर है जिसने पैराग्लाइडिंग की है. उन्होंने बताया कि गूगल में अगर आप सर्च करते हैं who is the first paragliding pet of india ? तो उसमें साफ शब्दों में लिखा आता है नवाब त्यागी. दूसरा ये कि नवाब पहला जानवर है जिसके नाम पर सरनैम लिखा आता है नवाब त्यागी. गूगल में नवाब हस्की के नाम पर 35 देशों को 750 न्यूज ऑर्टिकल्स पबलिश हुए हैं. नवाब को वर्ल्ड के नामचीन न्यूज चैनलों ने अपनी न्यूज टाइम पर जगह दी है.

वहीं, कार्रवाई की बात पर उन्होंने कहा कि सोनप्रयाग से हम तीनों पैदल चले लेकिन किसी ने कहीं पर नहीं रोका. मंदिर में भी पुजारियों ने पूजा की किसी ने कुछ नहीं कहा. अगर कहते तो हम नहीं जाते. लेकिन सभी ने हमारा उत्साहवर्धन किया. हम किसी से जोर जबरदस्ती या धक्का मुक्की करके नहीं गए. हम लोगों को उन्होंने नवाब के साथ अलॉव किया. तभी हम खुशी-खुशी गए. ऐसे में अगर हमने कुछ गलत किया है तो जवाब वहां के पुजारी और सुरक्षा व कानून व्यवस्था में लगे जिम्मेदारों से भी लिया जाना चाहिए. कटघरे में सभी को लेना चाहिए.

घोड़ों खच्चरों पर बैठकर जाते हैं श्रद्धालुः रोहित त्यागी ने कहा कि अगर नवाब का नंदी को छूना गलत है तो वो श्रद्धालु जो घोड़ों खच्चरों पर बैठकर दर्शन के लिए जाते हैं उनके दर्शन तो खंडित हो गए. क्योंकि वह एक जानवर के ऊपर बैठकर जा रहे हैं. ऐसे ही वहां बंदर भी हैं, लोकल डॉग्स भी हैं. तो फिर सिर्फ नवाब के लिए ही ऐसा क्यों? उन्होंने कहा कि नंदी खुद एक जानवर हैं, भगवान भोले नाथ के गले में सांप है. हनुमान जी पूजे जाते हैं तो हमें बंदर याद आ जाते हैं. अगर गाय माता दिखती है तो हम रोटी खिलाने चले जाते हैं. तो फिर नवाब के दर्शन करना धर्म के खिलाफ कैसे हो गया.

देहरादूनः कुछ दिन से व्लॉगर रोहित त्यागी और उनके कुत्ते नवाब त्यागी का केदारनाथ का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में रोहित त्यागी अपने कुत्ते नवाब त्यागी के पंजों से मंदिर परिसर में स्थापित नंदी की मूर्ति को स्पर्श करा रहे हैं. इस पर माहौल गरमाया हुआ है. बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) ने इम मामले पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि इस तरह के कृत्य से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं. वहीं, अब रोहित त्यागी और उनकी पत्नी पहली बार मीडिया के सामने आकर मामले पर अपनी बात रखी है.

व्लॉगर रोहित त्यागी का कहना है कि नवाब हमारे बच्चे के समान है. हर मां बाप ट्रिप पर जाते हैं तो बच्चों को भी लेकर जाते हैं. इसीलिए हम अपने बच्चे नवाब को लेकर ट्रिप पर जाते हैं. दूसरी बात कि केदारनाथ में किसी ने नहीं पूछा कि हम नवाब को मंदिर में क्यों लेकर आए हैं. बल्कि सबने बोला कि नवाब के अच्छे कर्म हैं जो मंदिर में बाबा के दर्शन के लिए पहुंचा है. बाबा का बुलावा आया था, वहां सब नवाब को साक्षात भैरव कहकर पुकार रहे थे. केदारनाथ मंदिर में नवाब को बहुत प्यार और आशीर्वाद मिला. यहां तक की केदारनाथ में कई बुजुर्ग श्रद्धालु नवाब को देखकर हाथ जोड़ रहे थे. नवाब के पैर पकड़ रहे थे कि साक्षात भैरव आ गए हैं.

नवाब के मालिक की सफाई

इसी बीच रोहित ने केदारनाथ में एक छोटी की घटना का जिक्र किया और कहा कि केदारनाथ में जब हम नवाब को लेकर गए तो वहां एक साउथ की महिला थी, उन्होंने नवाब के पैर छुए. रोहित ने बताया कि मैंने उन्हें ऐसा करने से मना किया लेकिन उन्होंने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि हम भैरव बाबा के पैर छू रहे हैं. बस इस घटना के बाद वहां कई श्रद्धालुओं ने नवाब के पैर छुए. ये सब उनकी श्रद्धा थी. इसके बाद तो हमने भी मान लिया कि केदारनाथ धाम में भैरव बाबा ही आए हैं.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ में कुत्ते से कराया था नंदी को स्पर्श, SP बोले- जांच जारी

नवाब ने किए भैरवनाथ के दर्शनः व्लॉगर रोहित त्यागी ने बताया कि नवाब ने बाबा केदार के दर्शन से पहले भैरवनाथ के दर्शन किए. सभी को पता है कि केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने से पहले भैरव बाबा की पूजा होती है. भैरव बाबा को द्वारपाल या कोतवाल कहा जाता है. इसी तरफ मंदिर में भी श्रद्धालु नवाब के भैरव बाबा के रूप में पैर छूकर केदार बाबा के दर्शन कर रहे थे.

इंडिया घूम चुका है नवाबः व्लॉगर रोहित त्यागी बताते हैं कि नवाब नॉर्थ ईस्ट छोड़कर पूरा इंडिया घूम चुका है. नवाब महज साढ़े चार साल की उम्र में इतना घूम चुका है कि जितना एक इंसान अपने 70 साल की उम्र में भी नहीं घूम पाता है. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी, लेह लद्दाख, केरल, लौह स्पीति घूम चुका है. बड़े-बड़े मंदिरों में भी जा चुका है नवाब. एक साल पहले नवाब हमारे साथ बदरीनाथ मंदिर गया था. इसके अलावा 4 बार तुंगनाथ मंदिर जा चुका है. गंगा घाटों पर बने हर एक मंदिर को नवाब ने देखा है. हर की पैड़ी पर नवाब 4 साल से स्नान करते आ रहा है.

ट्रोल करने वालों पर बोले रोहितः रोहित त्यागी ने सोशल मीडिया पर ट्रोल करने वाले लोगों पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे. इंसान की सोच इतनी भी बुरी नहीं होनी चाहिए कि आप इंसान के साथ जानवर को भी ट्रोल करो. उन्होंने कहा कि हम किसी पिकनिक के लिए केदारनाथ मंदिर नहीं गए. ना ही रील्स बनाने के लिए गए. चारधाम यात्रा होना हिंदुओं की आस्था से जुड़ा त्योहार है. हर एक श्रद्धालु इसका कई दिनों तक इंतजार करता है. अब अगर कोई शख्स अपना त्योहार मनाता है तो उन्हें फोटोज और वीडियोज लेकर यादों के तौर पर कैद करता है. तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं है कि हमने फोटोज ली या वीडियोज बनाई. हम 20 हजार रुपये का पेट्रोल खर्च कर, 16 किमी का पैदल ट्रैक पार कर हम सिर्फ रील बनाने नहीं गए थे. केदारनाथ ट्रिप का हमारा खर्चा 40 से 50 हजार रुपए था, तो हर कोई सोच सकता है कि एक रील बनाने के लिए कोई इतना रुपया खर्च नहीं करता है.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ धाम में हो रहा आस्था से खिलवाड़, यूट्यूबर और व्लॉगर पर लग सकता है बैन, जानें वजह

ऐसे पड़ा कुत्ते का नाम नवाबः व्लॉगर रोहित त्यागी ने बताया कि नवाब को हम हैदराबाद से लेकर आए थे. हम जब साढ़े 4 साल पहले नवाब को एयरपोर्ट पर लेने पहुंचे हस्की डॉग को देखकर लोग नवाब के साथ फोटोज लेने लगे. लोग सिर्फ एक बात रहे थे कि 'वॉव हस्की'. इस दौरान लोगों की नवाब के साथ फोटोज क्लिक करने का दौर जारी रहा. यहां तक हमारे पास आने तक नवाब को 20 मिनट लग गए. इस दौरान हमें ये लगा कि डॉग को हमारे पास आने में इतना समय लग रहा है तो ये किसी नवाब से कम नहीं है. तबसे इसका नाम नवाब पड़ गया.

नवाब के नाम पर कई रिकॉर्डः व्लॉगर रोहित त्यागी ने बताया कि नवाब दुनिया पहला ऐसा जानवर है जिसने पैराग्लाइडिंग की है. उन्होंने बताया कि गूगल में अगर आप सर्च करते हैं who is the first paragliding pet of india ? तो उसमें साफ शब्दों में लिखा आता है नवाब त्यागी. दूसरा ये कि नवाब पहला जानवर है जिसके नाम पर सरनैम लिखा आता है नवाब त्यागी. गूगल में नवाब हस्की के नाम पर 35 देशों को 750 न्यूज ऑर्टिकल्स पबलिश हुए हैं. नवाब को वर्ल्ड के नामचीन न्यूज चैनलों ने अपनी न्यूज टाइम पर जगह दी है.

वहीं, कार्रवाई की बात पर उन्होंने कहा कि सोनप्रयाग से हम तीनों पैदल चले लेकिन किसी ने कहीं पर नहीं रोका. मंदिर में भी पुजारियों ने पूजा की किसी ने कुछ नहीं कहा. अगर कहते तो हम नहीं जाते. लेकिन सभी ने हमारा उत्साहवर्धन किया. हम किसी से जोर जबरदस्ती या धक्का मुक्की करके नहीं गए. हम लोगों को उन्होंने नवाब के साथ अलॉव किया. तभी हम खुशी-खुशी गए. ऐसे में अगर हमने कुछ गलत किया है तो जवाब वहां के पुजारी और सुरक्षा व कानून व्यवस्था में लगे जिम्मेदारों से भी लिया जाना चाहिए. कटघरे में सभी को लेना चाहिए.

घोड़ों खच्चरों पर बैठकर जाते हैं श्रद्धालुः रोहित त्यागी ने कहा कि अगर नवाब का नंदी को छूना गलत है तो वो श्रद्धालु जो घोड़ों खच्चरों पर बैठकर दर्शन के लिए जाते हैं उनके दर्शन तो खंडित हो गए. क्योंकि वह एक जानवर के ऊपर बैठकर जा रहे हैं. ऐसे ही वहां बंदर भी हैं, लोकल डॉग्स भी हैं. तो फिर सिर्फ नवाब के लिए ही ऐसा क्यों? उन्होंने कहा कि नंदी खुद एक जानवर हैं, भगवान भोले नाथ के गले में सांप है. हनुमान जी पूजे जाते हैं तो हमें बंदर याद आ जाते हैं. अगर गाय माता दिखती है तो हम रोटी खिलाने चले जाते हैं. तो फिर नवाब के दर्शन करना धर्म के खिलाफ कैसे हो गया.

Last Updated : May 23, 2022, 10:46 AM IST
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