ऋषिकेश: कूड़ा निस्तारण प्लांट के विरोध को लेकर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के कैंप कार्यालय का घेराव किया. ग्रामीणों ने मंत्री अग्रवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. हंगामा बढ़ा तो मंत्री को ग्रामीणों से बातचीत के लिए सड़क पर आना पड़ा. मंत्री ने ग्रामीणों को शांतिपूर्ण तरीके से बीच का रास्ता नहीं निकलने तक हर प्रकार की कार्रवाई पर रोक लगाने की बात कही है.
मंगलवार की शाम को श्यामपुर और आसपास के क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के कैंप कार्यालय का घेराव किया. हालांकि, पुलिस बल को पहले ही सूचना मिल गई थी, जिसके मद्देनजर मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के कैंप कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी. ग्रामीणों ने कैंप कार्यालय पहुंचते ही जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ग्रामीणों के गुस्से को वाजिब बताते हुए कहा कि हाल ही में कूड़ा निस्तारण प्लांट को लेकर ग्रामीणों का पुलिस प्रशासन के साथ जो विवाद हुआ, वह दु:खद है. यह घटना नहीं होनी चाहिए थी. ग्रामीण आबादी क्षेत्र से दूर कूड़ा निस्तारण प्लांट चाहते हैं. जबकि प्रशासन पहले से ही कूड़ा निस्तारण प्लांट को लेकर भूमि चिन्हित कर चुका है.
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मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से समस्या का समाधान करना चाहते हैं. इसलिए ग्रामीण अपने जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर कुछ लोगों को चिन्हित करें, जो प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठकर बीच का रास्ता निकालने का प्रयास करेंगे. जो रास्ता तय होगा उसके आधार पर ही अगला कदम प्रशासन द्वारा लिया जाएगा. जब तक शांतिपूर्ण तरीके से कोई रास्ता कचरा निस्तारण प्लांट को लेकर नहीं निकलता, तब तक के लिए नगर निगम, स्थानीय प्रशासन और पुलिस को किसी भी तरह की कार्रवाई करने के लिए मना कर दिया गया है.