देहरादून: उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू शनिवार को उत्तराखंड के एक दिवसीय दौरे पर रहे. सबसे पहले उन्होंने रुड़की में शहीद राजा विजय सिंह स्मारक एवं कन्या शिक्षा प्रसार समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की. जिसके बाद उपराष्ट्रपति देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र में यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज (यूपीईएस) के दीक्षांत समारोह में शिरकत करने पहुंचे.
शनिवार को दोपहर 3 बजे करीब उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू देहरादून स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज के 17वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे. समारोह में उप राष्ट्रपति ने 13 छात्रों को गोल्ड मेडल से नवाजा. कार्यक्रम में कुल 80 कोर्स के 3741 छात्रों को डिग्री दी गई. इसमें पीएचडी के 29, 1215 ग्रेजुएट और 2497 पोस्ट ग्रेजुएट शामिल रहे.
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वेंकैया नायडू ने यूनिवर्सिटी की शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए तारीफ की साथ ही छात्रों को शिक्षा का मतलब भी समझाया. नायडू ने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए दीक्षांत समारोह एक महत्वपूर्ण अवसर होता है. यह अवसर आपके शैक्षणिक विकास प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होता है.
उन्होंने कहा कि मेडल और डिग्री प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों के लिए यह गौरव और हर्ष का अवसर है लेकिन साथ ही शिक्षा और अध्ययन तो कभी न समाप्त होने वाली यात्रा है. विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए शिक्षा संस्कार आपको भविष्य में भी ज्ञान के नए आयाम, नए सीमांत खोजने के लिए प्रेरित करते रहेंगे. इस कार्यक्रम में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी मौजूद रहे.
इससे पहले सुबह साढ़े नौ बजे जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर राज्यपाल और सीएम समेत कई दिग्गजों ने उप राष्ट्रपति का स्वागत किया. इसके बाद वेंकैया नायडू सीधे रुड़की के लिये रवाना हुये, जहां उन्होंने कुंजा बहादुरपुर गांव पहुंचकर प्रथम क्रांति में प्राणों की आहुति देने वाले राजा विजय सिंह और उनके सेनापति कल्याण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.