देहरादून: मॉर्डन पुलिस की दिशा में बढ़ते हुए उत्तराखंड पुलिस ने जरूरत के मुताबिक शाखाओं का विस्तार कर रही है. इसी क्रम में प्रदेश में पहली बार आर्थिक धोखाधड़ी मामलों की जांच के लिए अलग से एक नई यूनिट का गठन किया गया है. एसटीएफ के अंतर्गत फाइनेंशियल फ्रॉड मामलों की जांच के लिए फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट स्थापित किया गया है. जो देहरादून साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन भवन में शाखा तैयार की गई है.
यह स्पेशल यूनिट भारतीय रिजर्व बैंक, मार्केट इंटेलिजेंस और अन्य माध्यमों के जरिए होने वाले आर्थिक अपराध वाली कंपनी, सोसाइटी, गैर अधिकृत कंपनियां, पॉन्जी स्कीम, सहित अन्य मामलों की जांच करेगी. आर्थिक अपराध पर जांच करने वाली विशेष शाखा प्रथम दृष्टया में होने वाले फाइनेंशियल फ्रॉड की पुष्टि होने पर प्रकरण को संबंधित जनपद में अग्रिम वैधानिक कार्रवाई के लिए अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेगी.
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शाखा में 2 इंस्पेक्टर 5 आरक्षी तैनात
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक पुलिस मुख्यालय से अनुमोदन पर राज्य में पहला फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट (FFU) का गठन किया गया है. इस आर्थिक अपराध जांच शाखा में इंस्पेक्टर रैंक के दो अधिकारियों के अलावा पांच आरक्षियों को तैनात किया गया है.
प्रभावी कार्रवाई के चलते FFU का गठन
उत्तराखंड में लंबे समय से कई तरह के फाइनेंशियल फ्रॉड जैसे धोखाधड़ी के मामले तेजी से फैल रहे हैं. लोन के साथ-साथ कमेटी/किट्टी, रियल स्टेट की धोखाधड़ी सहित दूसरे आर्थिक अपराध के मामले पुलिस डायरी में लगातार दर्ज होते जा रहे हैं. लेकिन रेगुलर पुलिस के पास कानून व्यवस्था से जुड़े दूसरे काम होने की वजह से फाइनेंशियल फ्रॉड से जुड़े मामलों की तहकीकात अच्छे से नहीं हो पा रही थी. जिसे देखते हुए फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट का गठन किया गया है.