देहरादून: बोर्ड परीक्षाओं का समय नजदीक आते ही परीक्षार्थियों में तनाव बढ़ने लगता है, इसके चलते छात्रों में न केवल मानसिक रूप से परेशानियां बढ़ जाती है बल्कि छात्रों के परीक्षा परिणाम पर भी इसका खराब असर पड़ता है. छात्रों की इस समस्या को देखते हुए ईटीवी भारत की टीम ने बीते वर्षों के टॉपर बच्चों से सफलता और तनाव मुक्त रहने का मंत्र जाना.
इस बार उत्तराखंड बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की परीक्षाएं मार्च में होने जा रही है. ऐसे में परीक्षा की तिथि पास आते ही परीक्षार्थियों में तनाव बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाता है. अक्सर परीक्षा के दौरान छात्रों में बेहद ज्यादा तनाव में रहने की बातें सामने आती हैं. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने बीती परीक्षाओं के टॉपरों से उनकी सफलता का मंत्र जानने की कोशिश की, जिससे इस साल परीक्षा में बैठने वाले छात्र तनाव मुक्त रह सकें.
सीबीएसई बोर्ड के 10वीं परीक्षा में उत्तराखंड टॉप करने वाली शगुन मित्तल ने बताया कि कभी भी छात्र ज्यादा अंक लाने की सोच के साथ न पड़े. छात्रों को नियमित रूप से कुछ समय का अंतराल लेकर पढ़ना चाहिए. पढ़ने के साथ अपने दूसरे क्रियाकलापों को भी जारी रखें, एग्जाम रूम में परीक्षा के दौरान हड़बड़ी न करें. उत्तराखंड बोर्ड के टॉपर्स में शामिल नेहा राणा कहती है कि छात्रों को ज्यादा अंक लाने के बारे में सोचने की बजाय अपना रिवीजन पूरा करने पर सोचना चाहिए. परीक्षाओं को लेकर ज्यादा परेशान नहीं होना चाहिए.
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परीक्षाओं के दौरान छात्र तनाव में ना रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम को आयोजित कर चुके हैं. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने भी तनाव से दूर रहने के लिए सुझाव छात्रों और परिजनों को भी दिए हैं. राजकीय इंटर कॉलेज नालापानी के प्रभारी प्रिंसिपल एचएस दानू बताते हैं कि स्कूल में छात्रों को तनाव से दूर रहने के लिए तमाम कार्यक्रम चलाए जाते हैं. साथ ही परिजनों को भी बच्चों पर ज्यादा दबाव न डालने के सुझाव दिए जा रहे हैं.