1-विधि-विधान से शीतकाल के लिए बंद हुए यमुनोत्री धाम के कपाट
विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 12:15 बजे विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं.कपाट बंद होने तक करीब 35 हजार श्रद्धालुओं ने मां यमुना जी के यमुनोत्री धाम में दर्शन किये.ब आगामी 6 महीने तक यमुना जी के दर्शन श्रद्धालु उनके शीतकालीन प्रवास खुशीमठ (खरसाली) में कर सकेंगे.
2-गौला नदी की सर्वे करेगी आईआईटी की टीम, भविष्य को लेकर बनाएगी प्लान
वन विभाग की टीम ने आपदा के खतरे और नुकसान को रोकने के लिए आईआईटी रुड़की की टीम को बुलाने का फैसला लिया है. जिससे नुकसान से समय रहते बचा जा सके.
3-नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पिता ने ससुरालियों पर लगा हत्या का आरोप
थाना अगस्त्यमुनि के अन्तर्गत ग्राम मूनासू निवाली योगेन्द्र टम्टा की बेटी विजय भारती का विवाह करीब एक वर्ष पूर्व ग्राम चन्द्रापुरी निवासी सुभाष चन्द्र के साथ हुआ था. मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले योगेन्द्र टम्टा ने अपनी हैसियत के मुताबिक खर्च कर अपनी बेटी को कई उम्मीदों के साथ घर से ससुराल विदा किया था.
4-पटेलनगर में गत्ते के गोदाम में लगी भीषण आग, लाखों का सामान खाक
देहरादून में पटेल नगर में स्थित गत्ते के गोदाम में अचानक आग लग गई. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना फायर बिग्रेड को दी. मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.
5-किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मयंक को मदद की दरकार, सहयोग के लिए आप भी बढ़ाए हाथ
मेदनपुर गांव निवासी मयंक जगवाण (23) कि किडनी खराब हो गई है. उसका ऑपरेशन होना है. परिजनों ने जौलीग्रांट अस्पताल में डायलिसिस पर ही लाखों रुपये खर्च कर दिए हैं, लेकिन अब ऑपरेशन के लिए उनके पास पैसा नहीं है. उक्रांद युवा नेता ने मयंक के किडनी ट्रांसप्लांट के लिए आर्थिक सहयोग करने की गुहार लगाई है.
6-'पहाड़ों की रानी' में जाम का झाम, सड़कों पर रेंगते दिखे वाहन
पहाड़ों की रानी मसूरी इन दिनों जाम की समस्या से जूझ रही है. पुलिस फोर्स की भारी कमी होने के कारण यातायात व्यवस्था को सुचारू करने में खासी दिक्कतें आ रही है.
7-टिहरी के कंडियाल गांव में कृष्ण लीला का मंचन, कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुति
टिहरी के कंडियाल गांव में आजकल कृष्ण लीला की धूम मची हुई है. कंडियाल गांव में कृष्ण लीला का मंचन किया जा रहा है. जिसको देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे हैं. इस कृष्णलीला की खास बात यह है कि इस मंचन में अधिकतर महिलाएं और लड़कियां पात्रों की भूमिका निभा रही हैं.
8-दीपावली के बाद धूमधाम से मनाया गया बर्तातोड़, सदियों से चली आ रही है परंपरा
बर्तातोड़ के लिए पूरे गांव से रस्सी बनाने के लिए प्रत्येक घर से सेलू, रस्सी बनाने के प्रयोग में लाई जाने वाली घास को एकत्रित किया जाता है. जिसके बाद गांव के बड़े बुजुर्ग एक लंबी व मोटी रस्सी तैयार करते हैं. शाम के समय गांव के सभी लोग सामूहिक स्थान यानि मण्डाण पर जमा होकर इस रस्सी को नहलाकर पूजा-अर्चना कर तिलक करते हैं. जिसके बाद रस्साकशी (Tug of war) का खेल जोकि ढोल-नगाड़ों की थाप पर शुरू होता है.
9-शीतकाल के लिए बंद हुए बाबा केदार के कपाट, इस बार 2.40 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किये दर्शन
बारह ज्योतिर्लिंगों में शामिल भगवान केदारनाथ के कपाट भैयादूज पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चार एवं पौराणिक विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद किए गए हैं.
10-गौला पुल पर छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू, आपदा में पुल हुआ था क्षतिग्रस्त
उत्तराखंड में बीते दिनों हुई भारी बारिश के कारण गौला नदी पर बना पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था. एनएचएआई ने कार्य में तत्परता दिखाते हुए पुल के टूटे हुए हिस्से का 17 दिन के भीतर दुरुस्त कर दिया है. ऐसे में पुल पर छोटे वाहनों की आवाजाही आज से शुरू हो गई है.