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इंटरनेशनल फर्जी कॉल सेंटर: 15 आरोपी भेजे गए जेल, हवाला-मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका, हो सकती है ED की एंट्री

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Published : Jul 22, 2022, 7:19 PM IST

Updated : Jul 22, 2022, 8:44 PM IST

उत्तराखंड एसटीएफ ने बीते रोज (21 जुलाई) ही देहरादून से संचालित हो रहे फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का खुलासा किया था. ये कॉल सेंटर माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की सर्विस के नाम पर देहरादून में बैठकर ही विदेशों में लोगों को चूना लगा रहे थे. उत्तराखंड एसटीएफ को कॉल सेंटर से एक करोड़ रुपए से ज्यादा का कैश भी बरामद हुआ था.

फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर मामला
फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर मामला

देहरादून: फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर मामले में उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने एक महिला समेत 15 लोगों को आज कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने सभी को जेल भेज दिया है. एसटीएफ की शुरुआती जांच में ये पूरा मामला हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ सामने आया है. यही कारण है कि उत्तराखंड एसटीएफ ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) समेत अन्य केंद्रीय एजेंसियों को भी भेजी है.

उत्तराखंड एसटीएफ ने गुरुवार (21 जुलाई) को ही फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया था. इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि वहां काम करने वाले 11 लोगों को हिरासत में लिया था. पिछले 24 घंटे से सभी लोगों से पूछताछ की जा रही थी.

इंटरनेशनल फर्जी कॉल सेंटर मामले में 15 आरोपी भेजे गए जेल
संबंधित खबर-
माइक्रोसॉफ्ट कंपनी सर्विस के नाम फाइनेंशियल धोखाधड़ी का पर्दाफाश, अश्लील वीडियो दिखाकर विदेशियों से बड़ी लूट

कॉल सेंटर की आड़ में मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला कारोबार: पूछताछ के बाद पुलिस ने कॉल सेंटर सुपरवाइजर समेत बाकी के 11 लोगों को भी गिरफ्तार किया. इसके बाद सभी 15 लोगों को शुक्रवार दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने इन सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. प्राथमिक जांच में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर के जरिए हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया है. इससे जुड़े कई सबूत उत्तराखंड एसटीएफ के हाथ लगे हैं. जैसे-जैसे इस मामले की जांच आगे बढ़ रही है, वैसे ही कई नए राज भी बाहर आ रहे हैं. फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर से जुड़े कर्मचारी माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम पर अमेरिका और कनाडा में लोगों को सर्विसेज देने का झांसा देकर उनके साथ ऑनलाइन ठगी किया करते थे.

देश की आंतरिक सुरक्षा पर खतरे का अंदेशा: उत्तराखंड एसटीएफ को मौके से करीब एक करोड़ 26 लाख रुपए भी बरामद हुए थे. ऐसे में उत्तराखंड एसटीएफ को अंदेशा है कि ये पैसा गलत तरीके से विदेशों से मंगवाया गया है और इसका इस्तेमाल देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा पहुंचाने में किया जा सकता है. इसी एंगल के साथ भी उत्तराखंड एसटीएफ जांच को आगे बढ़ा रही है.

पढ़ें- देहरादून में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़, अमेरिका के सीनियर सिटीजन को बनाते थे शिकार

विदेशियों के डाटा चोरी संबंध में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी से संपर्क: पुलिस माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी से भी संपर्क कर रही है. क्योंकि इन लोगों के द्वारा बड़ी संख्या में लोगों का डाटा भी चोरी किया गया है. उत्तराखंड STF ने इस मामले से माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प को अवगत कराते हुए कानूनी कार्रवाई के लिए पत्राचार किया है. उत्तराखंड एसटीएफ के एसएसपी अजय कुमार के मुताबिक, ये गिरोह माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की सर्विस के नाम पर अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में रह रहे लोगों को अपना शिकार बनाते थे.

Amazon गिफ्ट कूपन QR कोड से मनी लॉन्ड्रिंग तरीके पर एक्टिवेशन: उत्तराखंड STF एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम से अमेरिका और कनाडा के विदेशी नागरिकों को फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड में ये फर्जी कॉल सेंटर शिकार तो बनाती ही थी बल्कि इसके अलावा अमेजन गिफ्ट कूपन कोड्स और अन्य गिफ्ट वाउचर कोड्स के जरिए क्यूआर कोड से मनी लॉन्ड्रिंग के नए-नए तरीके इजाद कर भी अपराध कर रही थी.

GST चोरी का मामला भी आया सामने: एसटीएफ की अबतक की जांच में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर के बारे में GST की चोरी का मामला भी सामने आया है. A to Z सॉल्यूशन फर्म वाले इस फर्जी कॉल सेंटर के रजिस्ट्रेशन के संबंध में जीएसटी कर की चोरी जांच के लिए सेल्स टैक्स विभाग से पत्राचार किया जा रहा है. एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, A to Z सॉल्यूशन नाम के फर्जी कॉल सेंटर और इस फर्म से जुड़े लोग नगर निगम और अन्य संस्थानों में कोविड-19 के दौरान प्रतिबंध होने के बावजूद अस्थायी कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे. इस मामले की भी पुष्टि होने के बाद संबंधित विभागों से संपर्क कर जांच की जाएगी.

देहरादून: फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर मामले में उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने एक महिला समेत 15 लोगों को आज कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने सभी को जेल भेज दिया है. एसटीएफ की शुरुआती जांच में ये पूरा मामला हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ सामने आया है. यही कारण है कि उत्तराखंड एसटीएफ ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) समेत अन्य केंद्रीय एजेंसियों को भी भेजी है.

उत्तराखंड एसटीएफ ने गुरुवार (21 जुलाई) को ही फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया था. इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि वहां काम करने वाले 11 लोगों को हिरासत में लिया था. पिछले 24 घंटे से सभी लोगों से पूछताछ की जा रही थी.

इंटरनेशनल फर्जी कॉल सेंटर मामले में 15 आरोपी भेजे गए जेल
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कॉल सेंटर की आड़ में मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला कारोबार: पूछताछ के बाद पुलिस ने कॉल सेंटर सुपरवाइजर समेत बाकी के 11 लोगों को भी गिरफ्तार किया. इसके बाद सभी 15 लोगों को शुक्रवार दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने इन सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. प्राथमिक जांच में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर के जरिए हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया है. इससे जुड़े कई सबूत उत्तराखंड एसटीएफ के हाथ लगे हैं. जैसे-जैसे इस मामले की जांच आगे बढ़ रही है, वैसे ही कई नए राज भी बाहर आ रहे हैं. फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर से जुड़े कर्मचारी माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम पर अमेरिका और कनाडा में लोगों को सर्विसेज देने का झांसा देकर उनके साथ ऑनलाइन ठगी किया करते थे.

देश की आंतरिक सुरक्षा पर खतरे का अंदेशा: उत्तराखंड एसटीएफ को मौके से करीब एक करोड़ 26 लाख रुपए भी बरामद हुए थे. ऐसे में उत्तराखंड एसटीएफ को अंदेशा है कि ये पैसा गलत तरीके से विदेशों से मंगवाया गया है और इसका इस्तेमाल देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा पहुंचाने में किया जा सकता है. इसी एंगल के साथ भी उत्तराखंड एसटीएफ जांच को आगे बढ़ा रही है.

पढ़ें- देहरादून में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़, अमेरिका के सीनियर सिटीजन को बनाते थे शिकार

विदेशियों के डाटा चोरी संबंध में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी से संपर्क: पुलिस माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी से भी संपर्क कर रही है. क्योंकि इन लोगों के द्वारा बड़ी संख्या में लोगों का डाटा भी चोरी किया गया है. उत्तराखंड STF ने इस मामले से माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प को अवगत कराते हुए कानूनी कार्रवाई के लिए पत्राचार किया है. उत्तराखंड एसटीएफ के एसएसपी अजय कुमार के मुताबिक, ये गिरोह माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की सर्विस के नाम पर अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में रह रहे लोगों को अपना शिकार बनाते थे.

Amazon गिफ्ट कूपन QR कोड से मनी लॉन्ड्रिंग तरीके पर एक्टिवेशन: उत्तराखंड STF एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम से अमेरिका और कनाडा के विदेशी नागरिकों को फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड में ये फर्जी कॉल सेंटर शिकार तो बनाती ही थी बल्कि इसके अलावा अमेजन गिफ्ट कूपन कोड्स और अन्य गिफ्ट वाउचर कोड्स के जरिए क्यूआर कोड से मनी लॉन्ड्रिंग के नए-नए तरीके इजाद कर भी अपराध कर रही थी.

GST चोरी का मामला भी आया सामने: एसटीएफ की अबतक की जांच में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर के बारे में GST की चोरी का मामला भी सामने आया है. A to Z सॉल्यूशन फर्म वाले इस फर्जी कॉल सेंटर के रजिस्ट्रेशन के संबंध में जीएसटी कर की चोरी जांच के लिए सेल्स टैक्स विभाग से पत्राचार किया जा रहा है. एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, A to Z सॉल्यूशन नाम के फर्जी कॉल सेंटर और इस फर्म से जुड़े लोग नगर निगम और अन्य संस्थानों में कोविड-19 के दौरान प्रतिबंध होने के बावजूद अस्थायी कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे. इस मामले की भी पुष्टि होने के बाद संबंधित विभागों से संपर्क कर जांच की जाएगी.

Last Updated : Jul 22, 2022, 8:44 PM IST
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