देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक (UKSSSC paper leak) मामले के जांच की आंच उत्तराखंड सचिवालय तक पहुंच गई है. ईटीवी भारत ने पहले भी इसको लेकर एक खबर प्रकाशित की थी. ईटीवी भारत ने सूत्रों ने बताया था कि UKSSSC paper leak केस में उत्तराखंड सचिवालय के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों का भी हाथ हो सकता है. ईटीवी भारत की इस खबर पर अब मुहर लगती हुई दिख रही है. क्योंकि, यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में अब उत्तराखंड एसटीएफ ने सचिवालय में तैनात निजी सचिव गौरव चौहान को गिरफ्तार कर लिया है.
यूकेएसएसएससी पेपर लीक में बुधवार को उत्तराखंड एसटीएफ ने सचिवालय में कार्यरत लोक निर्माण एवं वन विभाग में अपर निजी सचिव गौरव चौहान को बुलाया था. उत्तराखंड एसटीएफ ने इस केस को लेकर गौरव चौहान के बयान दर्ज किए हैं. जिसके बाद इस पूरी पूछताछ में एसटीएफ के हाथ कुछ पुख्ता सबूत हाथ लगे. जिसके बाद एसटीएफ ने निजी सचिव गौरव चौहान को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में उत्तराखंड एसटीएफ अभीतक 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इससे पहले 14 आरोपियों से हुए पूछताछ और मिल साक्ष्य के आधार पर ही उत्तराखंड एसटीएफ ने गौरव चौहान को आज अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था. जिसके बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
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इस खेल में शामिल अभ्यर्थियों की भी होगी गिरफ्तारी: उत्तराखंड एसटीएफ ने साफ किया है कि इस खेल में शामिल होकर यूकेएसएसएससी की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों पर भी जल्द ही शिकंजा कसने वाला है. जल्द ही उत्तराखंड एसटीएफ ऐसे अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है. जांच में अभीतक जो सामने आया है, उसके हिसाब से मनोज जोशी और तुषार चौहान ने दोनों अभ्यर्थियों को ये पेपर 15-15 लाख रुपए में बेचा था. एडवांस के तौर पर दोनों से 6 लाख रुपए लिए थे. बाकी के 24 लाख रुपए रिजल्ट आने के बाद लिए गए थे.
बता दें कि साल 2021 में यूकेएसएसएससी ने ग्रेजुएट लेवल की परीक्षा कराई थी, जिसका रिजल्ट भी घोषित हो चुका है. अब अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन चल रहा था, लेकिन उससे पहले पेपर लीक होने के मामला बाहर आ गया. इस मामले की जांच उत्तराखंड एसटीएफ कर रही है.