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सरकारी नौकरी के नाम पर वसूलते थे मोटी रकम, STF ने अंतरराज्यीय गिरोह के तीन ठगों को किया गिरफ्तार - dehradun news

सरकारी नौकरी दिलवाले और परीक्षा पेपर सेटिंग्स कराने के नाम पर युवाओं से लाखों की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का उत्तराखंड एसटीएफ ने भंडाफोड़ किया है. एसटीएफ ने गिरोह के तीन सदस्यों को रुड़की से गिरफ्तार किया है.

अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़
अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़
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Published : Nov 11, 2021, 6:05 PM IST

Updated : Nov 11, 2021, 8:10 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड STF ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोप है कि इस गिरोह ने परीक्षा पेपर सेट करवाने के नाम पर अबतक लाखों रुपए की ठगी कर चुके हैं. एसटीएफ ने गैंग के तीन अभियुक्तों को रुड़की से गिरफ्तार किया है.

STF ने खुलासा किया कि इस गिरोह ने जुलाई 2021 में उत्तराखंड वन दारोगा भर्ती परीक्षा में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया था. STF ने गिरोह के कब्जे से कई फर्जी अप्वॉइंटमेंट लेटर, आई कार्ड, लेटर हेड और सरकारी विभागों के फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं.

STF ने कार्रवाई करते हुए इस गिरोह के सुधीर पुत्र रघुनाथ, निवासी शेरपुर, थाना देवबंद जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश, डेविड कुमार पुत्र साधुराम, निवासी बाकरपुर, थाना लक्सर हरिद्वार और मनजीत सिंह पुत्र मेघ सिंह निवासी इब्राहिमपुर, थाना पथरी हरिद्वार को गिरफ्तार किया है.

अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़

एसटीएफ के मुताबिक गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों से पूछताछ में जानकारी मिली कि इनके द्वारा सरकारी नौकरियों में परीक्षा पास कराने और नौकरी दिलाने के नाम पर 10 से 12 लाख रुपए प्रति व्यक्ति के नाम से पेपर सेट किया जाता था. इतना ही नहीं धोखाधड़ी के इस खेल में गिरोह आवेदकों को बाकायदा इंटरव्यू लेटर, अप्वॉइंटमेंट लेटर, आई कार्ड और विभागों के दस्तावेज भी उपलब्ध कराता था.

गैंग के लोग यह सभी तरह के पेपर फोटोशॉप जैसे सॉफ्टवेयर में तैयार कर ठगी का खेल करते हैं. यह गिरोह फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर तैयार कर लाखों रुपए की वसूली कर एक शहर से दूसरे शहर और फिर राज्य से बाहर फरार हो जाते हैं. आरोप है कि इस गिरोह ने कोलकाता में सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर भी ठगी की है.

ये भी पढ़ें: न गाइडलाइन, न निगरानी, नतीजा नशा मुक्ति केंद्र बने यातना केंद्र, दून में दो सेंटर सीज

गिरफ्तार अभियुक्त सुधीर ने कोलकाता के एक व्यक्ति से भारतीय सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर 2 लाख में सौदा किया था. इसके लिए सुधीर को आर्मी का फर्जी अप्वॉइंटमेंट लेटर भी दिया गया और इस काम के लिए डेविड कुमार और मनजीत द्वारा लैपटॉप में फोटोशॉप से पेपर तैयार किए गए.

STF की जांच में पता चला कि इस गिरोह के खिलाफ राजस्थान में भी कई मुकदमे दर्ज हैं. एसटीएफ के मुताबिक सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर गिरफ्तार ठग गिरोह का अगला लक्ष्य आगामी दिनों में होने वाली उत्तराखंड सरकारी नौकरियों और एपीओ परीक्षा में परीक्षार्थियों को जाल में फंसा कर उनसे रुपए ऐंठने की योजना थी.

जानकारी के मुताबिक इन लोगों के किसी परीक्षा केंद्र या पेपर लिक करवाने वालों से संपर्क होने के प्रारंभिक जांच में प्रथम दृष्टया में पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि, इस मामले में एसटीएफ अपनी जांच जारी रखे हुए. एसटीएफ ने आरोपी सुधीर और डेविड कुमार के खिलाफ सहारनपुर, दिल्ली, मुंबई, राजस्थान के जोधपुर में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की फर्जीवाड़ा का मुकदमा दर्ज है.

देहरादून: उत्तराखंड STF ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोप है कि इस गिरोह ने परीक्षा पेपर सेट करवाने के नाम पर अबतक लाखों रुपए की ठगी कर चुके हैं. एसटीएफ ने गैंग के तीन अभियुक्तों को रुड़की से गिरफ्तार किया है.

STF ने खुलासा किया कि इस गिरोह ने जुलाई 2021 में उत्तराखंड वन दारोगा भर्ती परीक्षा में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया था. STF ने गिरोह के कब्जे से कई फर्जी अप्वॉइंटमेंट लेटर, आई कार्ड, लेटर हेड और सरकारी विभागों के फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं.

STF ने कार्रवाई करते हुए इस गिरोह के सुधीर पुत्र रघुनाथ, निवासी शेरपुर, थाना देवबंद जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश, डेविड कुमार पुत्र साधुराम, निवासी बाकरपुर, थाना लक्सर हरिद्वार और मनजीत सिंह पुत्र मेघ सिंह निवासी इब्राहिमपुर, थाना पथरी हरिद्वार को गिरफ्तार किया है.

अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़

एसटीएफ के मुताबिक गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों से पूछताछ में जानकारी मिली कि इनके द्वारा सरकारी नौकरियों में परीक्षा पास कराने और नौकरी दिलाने के नाम पर 10 से 12 लाख रुपए प्रति व्यक्ति के नाम से पेपर सेट किया जाता था. इतना ही नहीं धोखाधड़ी के इस खेल में गिरोह आवेदकों को बाकायदा इंटरव्यू लेटर, अप्वॉइंटमेंट लेटर, आई कार्ड और विभागों के दस्तावेज भी उपलब्ध कराता था.

गैंग के लोग यह सभी तरह के पेपर फोटोशॉप जैसे सॉफ्टवेयर में तैयार कर ठगी का खेल करते हैं. यह गिरोह फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर तैयार कर लाखों रुपए की वसूली कर एक शहर से दूसरे शहर और फिर राज्य से बाहर फरार हो जाते हैं. आरोप है कि इस गिरोह ने कोलकाता में सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर भी ठगी की है.

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गिरफ्तार अभियुक्त सुधीर ने कोलकाता के एक व्यक्ति से भारतीय सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर 2 लाख में सौदा किया था. इसके लिए सुधीर को आर्मी का फर्जी अप्वॉइंटमेंट लेटर भी दिया गया और इस काम के लिए डेविड कुमार और मनजीत द्वारा लैपटॉप में फोटोशॉप से पेपर तैयार किए गए.

STF की जांच में पता चला कि इस गिरोह के खिलाफ राजस्थान में भी कई मुकदमे दर्ज हैं. एसटीएफ के मुताबिक सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर गिरफ्तार ठग गिरोह का अगला लक्ष्य आगामी दिनों में होने वाली उत्तराखंड सरकारी नौकरियों और एपीओ परीक्षा में परीक्षार्थियों को जाल में फंसा कर उनसे रुपए ऐंठने की योजना थी.

जानकारी के मुताबिक इन लोगों के किसी परीक्षा केंद्र या पेपर लिक करवाने वालों से संपर्क होने के प्रारंभिक जांच में प्रथम दृष्टया में पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि, इस मामले में एसटीएफ अपनी जांच जारी रखे हुए. एसटीएफ ने आरोपी सुधीर और डेविड कुमार के खिलाफ सहारनपुर, दिल्ली, मुंबई, राजस्थान के जोधपुर में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की फर्जीवाड़ा का मुकदमा दर्ज है.

Last Updated : Nov 11, 2021, 8:10 PM IST
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