देहरादून: पिछले दिनों हरिद्वार निवासी एक नवविवाहिता जोड़े की ऑनर किलिंग मामले में 10 लाख रुपये की सुपारी लेकर फरार चल रहे आरोपी सचिन वाल्मीकि को एसटीएफ (Uttarakhand STF) ने गिरफ्तार कर लिया है. जिसके द्वारा सुपारी की रकम ऑनर किलिंग पक्ष से वसूली गई थी. एसटीएफ ने आरोपी सचिन वाल्मीकि के पास से पिस्टल व जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. एसटीएफ के मुताबिक नरेंद्र वाल्मीकि जो जेल से गिरोह का संचालन कर रहा था, उसी का भाई सचिन वाल्मीकि ऑनर किलिंग में सुपारी की रकम वसूल कर फरार चल रहा था.
बता दें कि, इससे पहले पौड़ी जेल से संचालित होने वाले नरेंद्र वाल्मीकि गैंग के तीन शूटर्स सहित पांच लोगों को हरिद्वार क्षेत्र से गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेजा जा चुका है. बीते माह मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ टीम द्वारा पौड़ी जेल में छापेमारी की कार्रवाई कर नरेंद्र वाल्मीकि के जेल से चलने वाले आपराधिक नेटवर्क का पर्दाफाश किया गया था. इस कार्रवाई में नरेंद्र वाल्मीकि जेल प्रशासन से मिलीभगत कर हरिद्वार निवासी एक नवविवाहिता सहित चार लोगों की हत्या की घटना को अंजाम देने की फिराक में था. हालांकि समय रहते एसटीएफ ने इस षड्यंत्र का पर्दाफाश करते हुए नरेंद्र वाल्मीकि से मिली सूचना के आधार पर न सिर्फ हरिद्वार निवासी नवविवाहिता जोड़े को सुरक्षित किया बल्कि तीन शूटर सहित ऑनर किलिंग पक्ष के 2 लोगों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा.
इस मामले में नवविवाहिता कि 10 लाख में सुपारी लेने वाला नरेंद्र वाल्मीकि गैंग का गुर्गा सचिन वाल्मीकि फरार चल रहा था, जिसे बीती रात देहरादून के क्लेमेंटाउन क्षेत्र से घेराबंदी कर STF टीम ने हथियार सहित गिरफ्तार किया गया.
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STF एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक पिछले माह पौड़ी जेल में कुख्यात नरेंद्र वाल्मीकि द्वारा जेल से हत्या के लिए जो सुपारी ली गई थी, उसमें तीन शूटर्स और ऑनर किलिंग कराने के मामले में दो लोग को भी गिरफ्तार किया गया था. अब सुपारी की रकम देने वाले सचिन को गिरफ्तार किया गया. नरेंद्र वाल्मीकि के कहने पर सुपारी की रकम लेने वाले शख्स की पहचान और तलाश उत्तराखंड एसटीएफ कर रही थी. ऐसे में आखिकार कुख्यात नरेंद्र वाल्मीकि का भाई सचिन वाल्मीकि देर रात देहरादून में हथियार के साथ एसटीएफ व क्लेमेंटाउन पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किया गया.
STF के अनुसार जेल में नरेंद्र वाल्मीकि के पास से फोन और सिम भी बरामद किए हैं. आरोपी सचिन वाल्मीकि पूर्व में भी हत्या के कई मामले में शामिल रहा है.
क्या है मामला: दरअसल, बीते दिनों एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया था. एसटीएफ के खुलासे में सामने आया था कि पौड़ी जिले में बंद कुख्यात नरेंद्र वाल्मीकि अंदर से ही अपना गैंग चल रहा है. पौड़ी जेल से ही वाल्मीकि फोन और इंटरनेट के लिए जरिए अपने गुर्गों के संपर्क में था और उन्हें वहीं से बैठे निर्देश दे रहा था.
एसटीएफ ने बताया था कि जेल से ही वाल्मीकि ने हरिद्वार के एक नवविवाहित जोड़े की हत्या के लिए 10 लाख रुपए में सुपारी अपने शूटरों को दी थी. इसके अलावा पौड़ी जेल से ही वाल्मीकि ने हरिद्वार के एक प्रधान और मुजफ्फरनगर के एक युवक की हत्या साजिश रची थी, लेकिन समय रहते एसटीएफ को इसकी भनक लग गई और उन्होंने वाल्मीकि के शूटरों को देहरादून से गिरफ्तार कर लिया. हालांकि गैंग का मुख्य सदस्य पंकज को गिरफ्तार कर लिया गया था. जिसके बाद पुलिस अन्य की तलाश में जुटी हुई थी.