देहरादून: पिछले 6 सालों से दिल्ली में बैठकर एलआईसी के नाम पर लोगों को ठगने वाले गिरोह का आज 24 जून को उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने पर्दाफाश कर दिया है. उत्तराखंड एसटीएफ ने इस गिरोह के शातिर ठग को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. आरोपी इंश्योरेंस के नाम पर बुजुर्ग रिटायर्ड कर्मचारियों को झांसे में लेकर उनसे लाखों की धोखाधड़ी करता था. बहरहाल आरोपी का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है और अन्य आरोपियों को लेकर भी पूछताछ की जा रही है.
इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर बनाया था शिकार: 3 मई 2023 को 82 वर्षीय अनसुया प्रसाद थपलियाल निवासी कौलागढ़ रोड राजेन्द्र नगर ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में शिकायत दर्ज कराई थी कि साइबर ठगों द्वारा इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर 43,23,351 रुपये की ठगी की गई है. पीड़ित ने बताया था कि उनके द्वारा कई साल से बंद पड़ी बीमा पॉलिसी चालू कराने व धनराशि वापस कराने के लिए ऑनलाइन सर्च किया था. जिसके बाद अज्ञात आरोपियों ने खुद को IRDA और IGMS विभाग का कर्मचारी बताते हुए उसे अपना शिकार बनाया है. शिकायत मिलने पर जांच की गई, तो पता चला कि धनराशि दिल्ली में किसी व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर हुई है. जिससे टीम को दिल्ली भेजा गया और आरोपियों के मोबाइल नंबर की जानकारी करते हुए और धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि जिस खाते में ट्रांसफर हुई है. उसके खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गई. जिससे आरोपी अजीत कुमार को दिल्ली से गिरफ्तार कर किया गया.
150 फर्जी बैंक अकाउंट के जरिए करता था धोखाधड़ी: आरोपी अजीत कुमार अब तक 150 फर्जी बैंक खातों के जरिए देश भर में धोखाधड़ी कर चुका है. जांच में पता चला कि आरोपी प्रत्येक फर्जी अकाउंट के लिए खाताधारक को 10 हजार रुपये देता था, जबकि उनके बैंक की सभी जानकारी एटीएम से अपने पास रख लेता था, ताकि ठगी की रकम को खुद ही निकाल सके. जिन खाताधारकों के नाम से बैंक में अकाउंट खुलवाए जाते थे. वह अधिकांश रिक्शा चालक,ट्रक चालक और कबाड़ी का काम करने वाले लोग होते थे. अधिकांश बैंक अकाउंट दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में प्राइवेट बैंक में खुलवाए गए थे.
5 करोड़ की ठगी में पहले हुआ था गिरफ्तार: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपी पहले भी अंबाल कैंट पुलिस, हरियाणा द्वारा 5 करोड़ के इंश्योरेंस ठगी में 2021 में गिरफ्तार किया गया था और वर्तमान में जमानत में बाहर था. अगले महीने इसकी अंबाला कोर्ट में पेशी भी है. आरोपी अजीत कुमार के कब्जे से 6 मोबाइल फोन, आधा दर्जन से अधिक सिम कार्ड, चैक बुक, 2 रजिस्टर. जिसमें अपराध में प्रयोग किए जाने वाले खातों में डिटेल है. साथ ही 47000 रुपये नगद बरामद किए गए हैं.
नॉर्थ से लेकर साउथ तक फैलाया है अपना जाल: एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह ने पूरे देश में अलग-अलग राज्यों में साइबर इंश्योरेंस के नाम पर ठगी की है. साथ ही इस गिरोह द्वारा तेलंगाना,उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात आदि अन्य राज्यों में ठगी के प्रारंभिक प्रमाण मिले हैं. इसकी सूचना जल्द ही अन्य राज्य पुलिस को भी भेजी जाएगी. उन्होंने बताया कि गिरोह ने गोपालगंज (बिहार), दिल्ली, उदयपुर (राजस्थान), उत्तर प्रदेश, हैदराबाद (तेलंगाना) में शिकायतों के साथ पूरे भारत में लोगों के साथ ठगी की है. इसका एक सहयोगी जयपुर (राजस्थान) और महाराष्ट्र में अपराधों से जुड़ा है.
जनरेटर के नाम पर व्यक्ति के साथ हुई ठगी: जनरेटर के नाम पर 48 हज़ार हड़पने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया है. लक्सर कोतवाली के एसएसआई अंकुर शर्मा ने बताया की लक्सर निवासी सुखबीर ने लक्सर कोतवाली ने तहरीर देकर बताया था कि एक व्यक्ति द्वारा उसके साथ जनरेटर बेचने के नाम पर 48 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गई है.
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