देहरादूनः केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपी गई रिपोर्ट के लीड के आधार पर उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने बड़ी कार्रवाई की है. जिसके तहत टीम ने देश के कई राज्यों से 17 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जिनका नेटवर्क ऑल इंडिया में फैला हुआ था. आरोपी आम जनता से ओएलएक्स, बीमा पॉलिसी, नौकरी लगाने व अन्य तरीकों से झांसा देकर धोखाधड़ी का काम करते थे. वहीं, एसटीएफ की टीम जल्द ही 108 बड़े मामलों का भी खुलासा कर सकती है.
बता दें कि उत्तराखंड एसटीएफ (Special Task Force) की 150 लोगों की टीम साइबर अपराधियों की धरपकड़ में जुटी है. इसी के तहत एसटीएफ की टीम ने राजस्थान, हरियाणा, दुर्गम मेवात के अलावा झारखंड जामताड़ा और पश्चिम बंगाल आदि जगहों पर अभियान चलाए. जहां से टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार किया. साथ ही अपराधियों से देशभर में धोखाधड़ी से जुड़े साक्ष्य-सबूत भी एकत्र किए हैं.
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वहीं, आरोपियों के पास से 49 मोबाइल फोन और 84 SIM कार्ड भी बरामद किए हैं. जिनका IMEI और SIM कार्ड का डाटा तैयार गृह मंत्रालय को उपलब्ध कराया गया. जांच करने पर पता चला है कि इन फोन और सिम नंबर से न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि देशभर के विभिन्न राज्यों की जनता से करोडों की साइबर ठगी की गई है.
गृह मंत्रालय को भेजे से डाटा से चौंकाने वाले आंकड़े भी सामने आए हैं. जिसके तहत देशभर में 40 से ज्यादा दर्ज मुकदमे इन मोबाइल से संबंधित हैं. ऐसे में एसटीएस की ओर से करीब 108 बड़े साइबर अपराधों के खुलासा होने की उम्मीद है.
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इन राज्यों से संबंधित 108 बड़े साइबर मामले
उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक, गिरफ्तार 17 साइबर अपराधियों का पूरे देश में जाल फैला है. ऐसे में 108 मामले भी सामने आए हैं. जिसमें तेलंगाना 69, उत्तर प्रदेश 20, उत्तराखंड 7, पश्चिम बंगाल 6, हरियाणा 5 और अंडमान निकोबार से एक मामला शामिल है. जबकि, करीब 115 मोबाइल नंबर और 174 अलग-अलग कंपनियों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल की बात भी सामने आई है.
इस तरह के धोखाधड़ी आए सामने
उत्तराखंड एसटीएफ की मानें तो ओएलएक्स में सामान बेचने की धोखाधड़ी, फर्जी फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया आईडी बनाकर ब्लैकमेलिंग, बीमा इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर ठगी समेत अलग-अलग तरह से ऑनलाइन नौकरी देने के नाम पर बेरोजगारों को झांसे में लेकर धोखाधड़ी जैसे मामले सामने आए हैं.