देहरादून: आईआरडीटी सभागार उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र यूसर्क की तरफ से 13 युवा महिला वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर अनीता रावत ने कहा किसी भी समाज के सतत समग्र और समन्वित विकास के लिए महिलाओं की भागीदारी जरूरी है.
प्रोफेसर डॉक्टर अनीता रावत ने कहा प्रयास होना चाहिए कि विज्ञान का सामाजिक सरोकारों से सामंजस्य और परंपरागत ज्ञान का समावेश हो. उन्होंने कहा यूसर्क की तरफ से ऐसा प्लेटफार्म देने का प्रयास किया गया है जहां पर महिलाएं विचार करें, इसके साथ ही एडवांसमेंट और संस्टेनेबल समाधान की ओर बढ़ें. डॉ अनीता रावत का कहना है कि इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य यह इंक्लूसिव और इक्विटेबल क्वालिटी एजुकेशन के अलावा महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त करने के प्रति प्रोत्साहित किया जाए.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने शिरकत की. उन्होंने कहा वर्तमान समय में महिलाओं को लैंगिक समानता के अधिकार मिल रहे हैं, ऐसे में आज महिलाओं के माध्यम से संस्कारित शिक्षा को आने वाली पीढियां से संचारित करने की जरूरत है. कार्यक्रम के दौरान यूसर्क ने राज्य स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों जैसे विज्ञान प्रौद्योगिकी, अप्लाइड साइंस,स्टेम, सामाजिक विज्ञान जैसे परंपरागत विज्ञान के क्षेत्र में 13 युवा महिला वैज्ञानिक को सम्मानित भी किया. कांक्लेव में विभिन्न संस्थाओं की शिक्षिकाओं,छात्राओं समय 360 से अधिक लोगों ने भाग लिया.