देहरादून: उत्तराखंड में इस बार बारिश का सिलसिला सितंबर का महीना शुरू होते होते थम गया है. स्थिति यह है कि अगस्त के महीने में इस बार बारिश सामान्य से 8 प्रतिशत तक कम हुई है, लेकिन इसके बावजूद पिछले 11 सालों के रिकॉर्ड देखें तो इस महीने बारिश संतोषजनक स्थिति में दिखाई दी है. हालांकि साल 2013 से अबतक अगस्त महीने में 2018 को छोड़ दिया जाए तो हमेशा बारिश सामान्य से कम हुई है. उत्तराखंड में इस बार मानसून सीजन के दौरान बारिश की क्या है स्थिति रही है, ये आपको बताते है.
30 सितंबर तक मामला जाता है मॉनसून सीजन: उत्तराखंड में मानसून सीजन जून से 30 सितंबर तक माना जाता है. हालांकि पिछले कई सालों में मानसून अक्टूबर महीने में भी वापस लौटा है. खास बात यह है कि इस साल मानसून की स्थिति कुछ खास मजबूत नहीं दिखाई दी है. जुलाई महीने को छोड़ दिया जाए तो जून और अगस्त दोनों ही महीना में बारिश सामान्य से कम रही है.
सितंबर में अच्छी बारिश के संकेत नहीं: सितंबर महीने में भी मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बारिश कम होने की संभावना व्यक्त की है. दरअसल, सितंबर महीना शुरू होने के साथ ही आने वाले 10 सितंबर तक फिलहाल पूरे प्रदेश में कहीं भी अच्छी बारिश मिलने के संकेत नहीं मिल रहे हैं. हालांकि कुछ जगह पर 6 सितंबर के बाद हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन यह सामान्य से कम ही रहेगी. इस स्थिति को देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने सितंबर महीने में भी बारिश के सामान्य से काफी कम रहने के आसार जताए हैं.
पिछले 11 साल के आंकड़े: इस साल अगस्त महीने में भी बारिश काफी कम रही है. हालांकि पिछले सालों के मुकाबले अगस्त का महीना संतोषजनक रहा है. उत्तराखंड में अगस्त के महीने को लेकर क्या कहते हैं आंकड़े यह भी देखिए...
इस तरह देखा जाए तो पिछले 11 साल के दौरान साल 2014, 2015, 2016 और 2021 में अगस्त महीने के दौरान सबसे कम बारिश रिकार्ड की गई है, जबकि 2018 में मात्र सामान्य से 15% ज्यादा बारिश हुई है. उधर पूरे मानसून सीजन की बात करें तो पिछले साल 17% सामान्य से कम बारिश रिकार्ड की गई थी, जबकि इस बार भी पूरे मानसून सीजन में इसी तरह सामान्य से कम बारिश रहने की संभावना लगाई जा रही है.
मौजूदा मौसम को देखते हुए अब चारधाम यात्रियों को भी आमंत्रित किया जा रहा है. हालांकि यात्रा के लिहाज से यह अच्छी बात है, लेकिन राज्य में सामान्य से भी कम बारिश होना चिंता की बात है.