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साइबर क्राइम में त्वरित FIR के लिए 'ई सुरक्षा चक्र' का मास्टर प्लान

उत्तराखंड में बढ़ते साइबर क्राइम के खिलाफ पुलिस ने कमर कस ली है. इसके लिए 17 जून को ई सुरक्षा चक्र मिशन की शुरुआत की जा रही है. इस मिशन के तहत साइबर अपराधियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराना आसान हो जाएगा और 24 घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज की जा सकेगी.

उत्तराखंड पुलिस का ई सुरक्षा चक्र मिशन
उत्तराखंड पुलिस का ई सुरक्षा चक्र मिशन
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Published : Jun 15, 2021, 2:50 PM IST

देहरादून: कोरोना काल के दौरान प्रदेश में साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. आए दिन साइबर अपराधियों द्वारा लोगों के जीवन की गाढ़ी कमाई एक झटके में उड़ा ली जा रही है. लेकिन अब साइबर अपराधियों के खिलाफ एसटीएफ की टीम ने खास तैयारी की है, जिसके बाद साइबर क्राइम पर लगाम लगाई जा सकेगी.

साइबर क्राइम के खिलाफ STF का मास्टर प्लान

17 जून को STF द्वारा साइबर 'ई सुरक्षा चक्र' की शुरुआत की जाएगी. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हरी झंडी दिखाकर इस योजना का शुभारंभ करेंगे. इस योजना के तहत साइबर अपराधियों के खिलाफ 24 घंटे में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू होगी.

साइबर क्राइम के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस शुरू करेगी ई सुरक्षा चक्र मिशन

इतना ही नहीं पुलिस साइबर क्राइम के खिलाफ एक विशेष हेल्पलाइन नंबर के साथ एक व्हाट्सएप नंबर जारी कर रही है. इस नंबर पर घटना के बाद पहले 24 घंटे में अपनी डिटेल साझा करने पर पीड़ित के पैसे बचाए जा सकेंगे.

आसान होगी, साइबर क्राइम में शिकायत प्रक्रिया

पुलिस शिकायत करने के तरीके को ऑनलाइन करने के बारे में विचार कर रही है. इसके लिए एक एप भी लॉन्च किया जाएगा. डीआईजी (DIG) नीलेश आनंद भरणे ने माना कि कोरोना काल में अधिकांश लोगों की ऑनलाइन गतिविधि बढ़ने से साइबर अपराध में बढ़ोत्तरी हुई है. इसी को ध्यान में रखते हुए STF (स्पेशल टास्क फोर्स) के अधीन कार्य करने वाली साइबर क्राइम पुलिस द्वारा "ई साइबर सुरक्षा" मिशन की शुरुआत की जा रही है.

पढ़ें: मोबाइल नंबर KYC कराने के नाम पर 4 लाख की ऑनलाइन ठगी

इसके तहत आसान तरीके से घर बैठे साइबर अपराध के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जा सकेगी. इस योजना की खास बात यह है कि इसमें जारी व्हाट्सएप नंबर पर 24 घंटे के अंदर यदि शिकायत की जाती है तो धोखाधड़ी की रकम वापस होने की संभावना बढ़ जाएगी.

हर जिले के सर्कल ऑफिसर को मिलेगी जिम्मेदारी

इसको लेकर राज्य के सभी जिलों में सीओ साइबर सेल बनाया जाएगा. सर्कल ऑफिसर को "ई साईबर सुरक्षा चक्र" की विशेष जिम्मेदारी दी गई है. इनका काम अपने जिले में साइबर क्राइम पर अंकुश लगाना होगा. सर्कल ऑफिसर साइबर सेल में जिला स्तर पर होने वाले साइबर क्राइम के अलावा सोशल मीडिया के सभी अपराधों की मॉनिटरिंग कर उस पर कार्रवाई करेगा.

यानी सर्कल ऑफिसर ही नोडल अधिकारी के रूप में साइबर क्राइम पर उचित कार्रवाई की जिम्मेदारी संभालेगा. डीआईजी नीलेश आनंद के मुताबिक राज्य में तेजी से फैल रहे साइबर क्राइम अपराधियों के मुकदमे संबंधित जिले के थानों में दर्ज किए जाते हैं. लेकिन तकनीकी कार्रवाई के लिए साइबर स्पेशल पुलिस की टीम होती है.

पढ़ें: सोशल मीडिया का करते हैं इस्तेमाल तो संभल जाएं, हैकर्स की नजर है आप पर

ऐसे में अब एक सिंगल विंडो की तर्ज पर विशेष हेल्पलाइन नंबर और व्हाट्सएप सहित एप के जरिए सीधी शिकायत दर्ज की जाएगी. अब शिकायत के लिए लोगों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा.

कोरोना काल में बढ़ी हैं साइबर क्राइम की घटनाएं

राज्य में पिछले 6 महीनों के दौरान 1400 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इसमें ढाई सौ से अधिक मुकदमे दर्ज कर कार्रवाई हुई है. हाल ही में एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भी पर्दाफाश किया गया था, जिसने ढाई सौ करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था.

देहरादून: कोरोना काल के दौरान प्रदेश में साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. आए दिन साइबर अपराधियों द्वारा लोगों के जीवन की गाढ़ी कमाई एक झटके में उड़ा ली जा रही है. लेकिन अब साइबर अपराधियों के खिलाफ एसटीएफ की टीम ने खास तैयारी की है, जिसके बाद साइबर क्राइम पर लगाम लगाई जा सकेगी.

साइबर क्राइम के खिलाफ STF का मास्टर प्लान

17 जून को STF द्वारा साइबर 'ई सुरक्षा चक्र' की शुरुआत की जाएगी. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हरी झंडी दिखाकर इस योजना का शुभारंभ करेंगे. इस योजना के तहत साइबर अपराधियों के खिलाफ 24 घंटे में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू होगी.

साइबर क्राइम के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस शुरू करेगी ई सुरक्षा चक्र मिशन

इतना ही नहीं पुलिस साइबर क्राइम के खिलाफ एक विशेष हेल्पलाइन नंबर के साथ एक व्हाट्सएप नंबर जारी कर रही है. इस नंबर पर घटना के बाद पहले 24 घंटे में अपनी डिटेल साझा करने पर पीड़ित के पैसे बचाए जा सकेंगे.

आसान होगी, साइबर क्राइम में शिकायत प्रक्रिया

पुलिस शिकायत करने के तरीके को ऑनलाइन करने के बारे में विचार कर रही है. इसके लिए एक एप भी लॉन्च किया जाएगा. डीआईजी (DIG) नीलेश आनंद भरणे ने माना कि कोरोना काल में अधिकांश लोगों की ऑनलाइन गतिविधि बढ़ने से साइबर अपराध में बढ़ोत्तरी हुई है. इसी को ध्यान में रखते हुए STF (स्पेशल टास्क फोर्स) के अधीन कार्य करने वाली साइबर क्राइम पुलिस द्वारा "ई साइबर सुरक्षा" मिशन की शुरुआत की जा रही है.

पढ़ें: मोबाइल नंबर KYC कराने के नाम पर 4 लाख की ऑनलाइन ठगी

इसके तहत आसान तरीके से घर बैठे साइबर अपराध के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जा सकेगी. इस योजना की खास बात यह है कि इसमें जारी व्हाट्सएप नंबर पर 24 घंटे के अंदर यदि शिकायत की जाती है तो धोखाधड़ी की रकम वापस होने की संभावना बढ़ जाएगी.

हर जिले के सर्कल ऑफिसर को मिलेगी जिम्मेदारी

इसको लेकर राज्य के सभी जिलों में सीओ साइबर सेल बनाया जाएगा. सर्कल ऑफिसर को "ई साईबर सुरक्षा चक्र" की विशेष जिम्मेदारी दी गई है. इनका काम अपने जिले में साइबर क्राइम पर अंकुश लगाना होगा. सर्कल ऑफिसर साइबर सेल में जिला स्तर पर होने वाले साइबर क्राइम के अलावा सोशल मीडिया के सभी अपराधों की मॉनिटरिंग कर उस पर कार्रवाई करेगा.

यानी सर्कल ऑफिसर ही नोडल अधिकारी के रूप में साइबर क्राइम पर उचित कार्रवाई की जिम्मेदारी संभालेगा. डीआईजी नीलेश आनंद के मुताबिक राज्य में तेजी से फैल रहे साइबर क्राइम अपराधियों के मुकदमे संबंधित जिले के थानों में दर्ज किए जाते हैं. लेकिन तकनीकी कार्रवाई के लिए साइबर स्पेशल पुलिस की टीम होती है.

पढ़ें: सोशल मीडिया का करते हैं इस्तेमाल तो संभल जाएं, हैकर्स की नजर है आप पर

ऐसे में अब एक सिंगल विंडो की तर्ज पर विशेष हेल्पलाइन नंबर और व्हाट्सएप सहित एप के जरिए सीधी शिकायत दर्ज की जाएगी. अब शिकायत के लिए लोगों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा.

कोरोना काल में बढ़ी हैं साइबर क्राइम की घटनाएं

राज्य में पिछले 6 महीनों के दौरान 1400 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इसमें ढाई सौ से अधिक मुकदमे दर्ज कर कार्रवाई हुई है. हाल ही में एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भी पर्दाफाश किया गया था, जिसने ढाई सौ करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था.

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