देहरादून: आधुनिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए इन दिनों सीसीटीवी कैमरे की उपयोगिता ज्यादा ही महत्वपूर्ण हो गई है. ऐसे में किसी भी अपराध को वर्कआउट करने के लिए हाईटेक टेक्नोलॉजी के तहत सीसीटीवी का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में आधुनिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए स्मार्ट सिटी योजना के तहत भी उत्तराखंड की राजधानी देहरादून शहर में भी 88 से अधिक बुलेट और PTZ कैमरा लगाए गए हैं. एचडी क्वालिटी से लैस इन हाई रेजुलेशन कैमरों से 50 से 100 मीटर की दूरी तक किसी भी हरकत को क्लियर तस्वीर कैद किया जा सकता हैं. स्मार्ट सिटी द्वारा लगाए गए इन हाईटेक कैमरे की निगरानी सहस्त्रधारा स्थित आईटीडीआर द्वारा की जा रही है.
प्रदेश के देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, नैनीताल, उधम सिंह नगर के साथ ही चारधाम यात्रा मार्गों पर सहित कुछ अन्य जिलों में 600 से अधिक सीसीटीवी कैमरा पुलिस द्वारा स्थापित किए गए हैं. इन सभी सीसीटीवी कैमरा की मॉनिटरिंग जिले के पुलिस कंट्रोल रूम से की जाती है. 24 घंटे इन सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस को वर्तमान कानून व्यवस्था के हिसाब से काफी मदद मिल रही है. आधुनिक पुलिसिंग में सीसीटीवी का महत्व बढ़ जाने से अब उत्तराखंड पुलिस प्रतिवर्ष 200 से अधिक सीसीटीवी को राज्य के प्रमुख सार्वजनिक स्थानों में लगाने की कवायद में जुटी है.
ऑनलाइन चालान के तहत शहर के पांच प्रमुख चौराहों पर ANPR कैमरे स्थापित
देहरादून शहर में ओवरस्पीड और रेड लाइट नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर शिकंजा कसने के दृष्टिगत शहर के पांच मुख्य चौराहों में में ANPR कैमरा को RLVDS (Red light violation detection system) और SVDS (Speed violation detection system) रडार सिस्टम के साथ लगाया गया है. जिसके चलते इस हाईटेक कमरों की तकनीक से ऑटोमेटिक ट्रैफिक नियम उल्लंघन करने वाले वाहनों की नंबर प्लेट पहचान कर उसका ऑनलाइन चालान काटा जाता है.
सीसीटीवी कैमरों से रखी जाएगी पैनी नजर
राजधानी देहरादून की बात करें तो शहर के 30 प्रमुख चौराहों पर पुलिस द्वारा 79 PTZ ( घूमने वाले कैमरे) और फिक्स्ड कैमरे लगाए गए हैं. जिनका सीधा मॉनिटरिंग सिटी कंट्रोल रूम से 24 निगरानी कर किया जा रहा है. हालांकि इसके अलावा शहर के सबसे ज्यादा अपराधिक गतिविधि में सक्रिय रहने वाले थाना रायपुर नेहरू कॉलोनी शहर कोतवाली जैसे सबसे व्यस्ततम इलाकों में भी PTZ और फिक्स कैमरे लगाए गए हैं. जिनकी मॉनिटरिंग भी सिटी कंट्रोल रूम द्वारा की जा रही है. किसी भी तरह की अपराधिक घटना या ट्रैफिक समस्या के दौरान 24 घंटे सिटी कंट्रोल कक्ष से तत्काल इसकी सूचना संबंधित थाने को दी जाती है.
इन चौराहों पर लगाए जाएंगे कैमरे
सहारनपुर चौक, घंटाघर ,दर्शन लाल चौक, बल्लूपुर चौक, आईएसबीटी, आईटी पार्क ,सहस्त्रधारा क्रॉसिंग ,जोगीवाला, रिस्पना पुल, क्रॉस रोड तिराहा इसी रोड ,दून अस्पताल ,तहसील चौक ,प्रिंस चौक ,प्रभात सिनेमा, गढ़ी कैंट ,रेलवे स्टेशन, बिंदाल पुल, हाथीबड़कला, मधुबन होटल, नैनी बेकरी ,प्रेम नगर बल्लीवाला चौक ,धर्मपुर, लालपुल, सर्वे चौक, दिलाराम चौक, आशा रोड़ी चेकप्वाइंट ,किशन नगर चौक ,निरंजनपुर मंडी और मसूरी डायवर्जन.
जनपद के 20 थानों में 80 कैमरे स्थापित
वहीं, देहरादून जिले के प्रत्येक थाना परिसर स्थित माल खाना हवालात सहित अन्य निगरानी वाले स्थानों में कम से कम चार प्लेन सीसीटीवी कैमरे स्थापित है. यानी देहरादून जनपद की 20 थानों में 80 कैमरे स्थापित है. हालांकि इसके अलावा पुलिस चौकियों में भी अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं.
साल में 200 से अधिक हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाने का लक्ष्य
आधुनिक पुलिसिंग के तहत सीसीटीवी कैमरा को लेकर ट्रैफिक निदेशालय के डीआईजी केवल खुराना का भी मानना है कि वर्तमान स्थिति की पुलिसिंग को बेहतर बनाने के लिए सीसीटीवी कैमरा की अहम भूमिका है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक फाइनेंशियल वर्ष में राज्य भर में 200 सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं. वर्तमान समय में 600 से अधिक PTZ और स्टेटिक सीसीटीवी कैमरा मुख्य स्थानों में लगा चुके हैं. जिनकी निगरानी कंट्रोल रूम से चल रही है.
उन्होंने बताया कि आने वाले समय में लगातार आवश्यकता के मुताबिक व्यवस्थित ट्रैफिक और बेहतर कानून व्यवस्था बनाने के दृष्टिगत BPRND मानकों के तहत सीसीटीवी के हाईटेक कैमरा लगाने की कवायद जारी है.