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उत्तराखंड पुलिस के बेड़े में शामिल होंगी 100 बाइक और 22 बोलेरो, पुलिस गश्त को मिलेगी मजबूती

उत्तराखंड पुलिस को जल्द 100 नई बाइकें और 22 बोलेरो गाड़ियां मिलने जा रही है. ये गाड़ियां विभाग की पुरानी हो चुकी जर्जर गाड़ियों के रूप में रिप्लेस की जाएगी. इन गाड़ियों के मिलने के बाद उत्तराखंड पुलिस को गश्त करने में मदद मिलेगी.

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उत्तराखंड पुलिस
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Published : May 3, 2022, 4:12 PM IST

Updated : May 3, 2022, 5:46 PM IST

देहरादूनः ड्यूटी कार्रवाई और गश्त के लिए वाहनों की कमी से जूझ रहे उत्तराखंड पुलिस विभाग (Uttarakhand Police Department) के बेड़े में जल्द ही 100 नई बाइक और लगभग 2 दर्जन चौपहिया वाहन (Uttarakhand Police will get vehicles) शामिल होंगे. पुलिस विभाग के 'चीता गश्ती पुलिस' को हीरो मोटर कॉर्प के CSR बजट से 100 बाइक उपलब्ध होने जा रही है. वहीं, दूसरी तरफ थानों सहित SDRF व इंटेलिजेंस जैसे अलग-अलग विंग्स को 22 नई बोलेरो, एसयूवी गाड़ियां, पुलिस आधुनिकरण (PM) फंड से मुहैया कराई जा रही है. ये गाड़ियां पुराने व कंडम हो चुके वाहनों के रूप में रिप्लेस किए जाएंगे.

2021 में मिले थे 100 स्कॉर्पियो वाहनः पुलिस आधुनिकीकरण के तहत पिछले वर्ष 2021 में हाईवे पेट्रोलिंग को बेतहर करने की दिशा में 100 स्कॉर्पियो वाहनों को पुलिस विभाग के बेड़े में शामिल किया गया था. इन 100 गाड़ियों को उपलब्ध कराने की महत्वपूर्ण भूमिका हंस फाउंडेशन की तरफ से पूरी की गई थी.

उत्तराखंड पुलिस के बेड़े में शामिल होंगी 100 बाइक और 22 बोलेरो

पुलिस मॉडर्नाइजेशन आईजी केवल खुराना (Police Modernization IG Kewal Khurana) के मुताबिक, थाना-चौकी, एसडीआरएफ, पीएसी सहित अन्य महत्वपूर्ण टीम को स्मार्ट पुलिसिंग के तहत बेहतर रिस्पांस टाइम देने के लिए वाहनों की अत्यंत आवश्यकता है. उसी के तहत अलग-अलग शाखाओं में चौपहिया वाहनों की डिमांड को देखते हुए वाहनों का मूल्यांकन कर शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है. ऐसे में उम्मीद है कि विभाग में जितने भी वाहन जर्जर या कंडम हालत में हैं. उन्हें नए वाहनों के रूप में बदला जा सकेगा. इतना ही नहीं, उत्तराखंड पुलिस विभाग में जितने वाहन हैं, उनका नेतन फिक्स किया जा रहा है. ताकि भविष्य में डिमांड और आवश्यकतानुसार समय रहते नए वाहनों को पुरानों से रिप्लेस कराने में आसानी हो सके.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड पुलिस की खास पहल, छवि सुधारने के लिए कर रही ये काम

क्या होता है नेतन फिक्सः पुलिस विभाग के मुताबिक, विभाग में वह गाड़ियां जो काफी पुरानी, जर्जर हालत व जिनका समय पूरा हो चुका है. उन गाड़ियों को चार्ट बनाया जाता है. उन गाड़ियों को रिटायर्ड कर उनकी जगह पर जरुरत के लिहाज से नई गाड़ियों का प्रस्ताव तैयार किया जाता है. फिर उन गाड़ियों के बजट को शासन से पास कराया जाता है.

नए वाहनों की उपलब्धता में सुधारः पुलिस मॉडर्नाइजेशन आईजी केवल खुराना के मुताबिक, थाना-कोतवाली के साथ-साथ पुलिस के अलग-अलग विंग में कई ऐसी चौपहिया वाहन हैं, जो क्षमता से अधिक लाखों किलोमीटर चलने के कारण कंडम की स्थिति में है. ऐसे में समय-समय पर लगातार शासन को प्रस्ताव देकर वाहनों की खरीद के लिए आग्रह किया जाता है. इसी के तहत फिलहाल पुलिस आधुनिकीकरण बजट के तहत 22 बोलेरो गाड़ियां थाना और SDRF सहित अन्य विंग उपलब्ध कराने जा रहे हैं. खुराना ने बताया कि वाहनों की कमी के कारण स्मार्ट पुलिसिंग को बेहतर करने में जो समस्या आ रही है, उसे जल्द योजनाबद्ध तरीके से शासन स्तर पर अनुमति मिलने के बाद आवश्यकतानुसार बेहतर सुधार किया जाएगा.

देहरादूनः ड्यूटी कार्रवाई और गश्त के लिए वाहनों की कमी से जूझ रहे उत्तराखंड पुलिस विभाग (Uttarakhand Police Department) के बेड़े में जल्द ही 100 नई बाइक और लगभग 2 दर्जन चौपहिया वाहन (Uttarakhand Police will get vehicles) शामिल होंगे. पुलिस विभाग के 'चीता गश्ती पुलिस' को हीरो मोटर कॉर्प के CSR बजट से 100 बाइक उपलब्ध होने जा रही है. वहीं, दूसरी तरफ थानों सहित SDRF व इंटेलिजेंस जैसे अलग-अलग विंग्स को 22 नई बोलेरो, एसयूवी गाड़ियां, पुलिस आधुनिकरण (PM) फंड से मुहैया कराई जा रही है. ये गाड़ियां पुराने व कंडम हो चुके वाहनों के रूप में रिप्लेस किए जाएंगे.

2021 में मिले थे 100 स्कॉर्पियो वाहनः पुलिस आधुनिकीकरण के तहत पिछले वर्ष 2021 में हाईवे पेट्रोलिंग को बेतहर करने की दिशा में 100 स्कॉर्पियो वाहनों को पुलिस विभाग के बेड़े में शामिल किया गया था. इन 100 गाड़ियों को उपलब्ध कराने की महत्वपूर्ण भूमिका हंस फाउंडेशन की तरफ से पूरी की गई थी.

उत्तराखंड पुलिस के बेड़े में शामिल होंगी 100 बाइक और 22 बोलेरो

पुलिस मॉडर्नाइजेशन आईजी केवल खुराना (Police Modernization IG Kewal Khurana) के मुताबिक, थाना-चौकी, एसडीआरएफ, पीएसी सहित अन्य महत्वपूर्ण टीम को स्मार्ट पुलिसिंग के तहत बेहतर रिस्पांस टाइम देने के लिए वाहनों की अत्यंत आवश्यकता है. उसी के तहत अलग-अलग शाखाओं में चौपहिया वाहनों की डिमांड को देखते हुए वाहनों का मूल्यांकन कर शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है. ऐसे में उम्मीद है कि विभाग में जितने भी वाहन जर्जर या कंडम हालत में हैं. उन्हें नए वाहनों के रूप में बदला जा सकेगा. इतना ही नहीं, उत्तराखंड पुलिस विभाग में जितने वाहन हैं, उनका नेतन फिक्स किया जा रहा है. ताकि भविष्य में डिमांड और आवश्यकतानुसार समय रहते नए वाहनों को पुरानों से रिप्लेस कराने में आसानी हो सके.
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क्या होता है नेतन फिक्सः पुलिस विभाग के मुताबिक, विभाग में वह गाड़ियां जो काफी पुरानी, जर्जर हालत व जिनका समय पूरा हो चुका है. उन गाड़ियों को चार्ट बनाया जाता है. उन गाड़ियों को रिटायर्ड कर उनकी जगह पर जरुरत के लिहाज से नई गाड़ियों का प्रस्ताव तैयार किया जाता है. फिर उन गाड़ियों के बजट को शासन से पास कराया जाता है.

नए वाहनों की उपलब्धता में सुधारः पुलिस मॉडर्नाइजेशन आईजी केवल खुराना के मुताबिक, थाना-कोतवाली के साथ-साथ पुलिस के अलग-अलग विंग में कई ऐसी चौपहिया वाहन हैं, जो क्षमता से अधिक लाखों किलोमीटर चलने के कारण कंडम की स्थिति में है. ऐसे में समय-समय पर लगातार शासन को प्रस्ताव देकर वाहनों की खरीद के लिए आग्रह किया जाता है. इसी के तहत फिलहाल पुलिस आधुनिकीकरण बजट के तहत 22 बोलेरो गाड़ियां थाना और SDRF सहित अन्य विंग उपलब्ध कराने जा रहे हैं. खुराना ने बताया कि वाहनों की कमी के कारण स्मार्ट पुलिसिंग को बेहतर करने में जो समस्या आ रही है, उसे जल्द योजनाबद्ध तरीके से शासन स्तर पर अनुमति मिलने के बाद आवश्यकतानुसार बेहतर सुधार किया जाएगा.

Last Updated : May 3, 2022, 5:46 PM IST
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