देहरादून: जैसे-जैसे समय गुजरता जा रहा है लोग कोरोना वायरस को लेकर लापरवाह होते जा रहे हैं. उत्तराखंड में कोरोना वायरस की गाइड लाइन उल्लंघन करने के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसका अंदाजा पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई से लगाया जा सकता है. कोरोना गाइड लाइन के उल्लंघन के मामले में पुलिस ने अभीतक जुर्माने के तौर पर 23 करोड़ रुपए से ज्यादा की वसूली की है.
कोरोना काल में भले ही लोगों के खजाने खाली हो रहे हैं, लेकिन लोगों की लापरवाही और नियम तोड़ने की आदत ने पुलिस का खजाना भर दिया है. यही कारण है कि कोरोना काल में उत्तराखंड पुलिस अभीतक 23 करोड़ रुपए से ज्यादा का जुर्माना वसूल चुकी है. सबसे अधिक जुर्माना मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत 12 करोड़ 80 लाख 63 हजार रुपये का वसूला गया है, जबकि पुलिस एक्ट के तहत 2 करोड़ 33 लाख 29 हजार और महामारी विनियमावली के तहत 8 करोड़ 43 लाख 56 हजार रुपए संयोजन शुल्क के रूप में जुर्माना वसूला जा चुका है.
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इसके अलावा मास्क न पहले को लेकर भी लोगों का चालान काटा जा रहा है. अभीतक मास्क न पहनने के करीब 4839 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं, जबकि 4 लाख 66 हजार 896 अधिक लोगों का चालान काटा जा चुका है. इसके अलावा सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने जैसे मामलों में आईटी एक्ट के तहत 216 मुकदमे दर्ज हुए है. जबकि, सोशल डिस्टेंसिंग उल्लंघन के मामले में 1 लाख 16 हजार से अधिक लोगों का चालान काटा गया है.
1614 पुलिसकर्मी संक्रमित
उत्तराखंड पुलिस के अभीतक 1614 पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. हालांकि, इसमें से 1431 पुलिसकर्मी स्वस्थ होकर अपनी ड्यूटी पर भी लौट चुके हैं. एहतियातन 6360 पुलिसकर्मियों को अब तक क्वारंटाइन किया जा चुका है. जिसमें से भी 6247 पुलिसकर्मी क्वारंटाइन अवधि पूरी कर ड्यूटी पर लौट चुके हैं. इसके अलावा पांच पुलिसकर्मियों की कोरोना के कारण मौत भी हो चुकी है. वर्तमान समय में कुल 40 क्षेत्र कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील किए गए हैं. सबसे अधिक देहरादून में 30 इलाके कंटेनमेंट जोन है.