देहरादून: कोरोना संकटकाल में उत्तराखंड पुलिस ने जरूरतमंदों की हरसंभव सहायता के रूप में चलाये गये 'मिशन हौसला' एक महीने के बाद संपन्न कर दिया है. हालांकि कोरोना संकटकाल में लगातार पुलिस की अन्य तरह की मदद कोविड-19 रूम और जिला पुलिस द्वारा जारी रहेंगे. 1 मई 2021 से 31 मई 2021 तक चलाए गये 'मिशन हौसला' के तहत अलग-अलग हेल्पलाइन नंबर के जरिए 31,815 जरूरतमंद लोगों ने फोन कर पुलिस से मदद मांगी.
ऐसे में 'मिशन हौसला' के तहत 2726 कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराये गये. मैदान से लेकर पहाड़ी जिलों तक 17,609 लोगों तक दवाइयां पहुंचाई गईं. इतना ही नहीं 600 मरीजों को एंबुलेंस उपलब्ध करायी गयी. 53,326 जरूरतमंद लोगों को राशन और खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई. वहीं 'मिशन हौसला' के तहत राज्यभर में एक महीने के अभियान के दौरान 41,158 लोगों तक दूध जैसी आवश्यक सेवाओं को उपलब्ध कराया गया. 792 मरीजों को अस्पतालों में बेड दिलाने में मदद की गई. पिछले एक महीने के दरम्यान राज्य में अकेले रहने वाले 5,252 सीनियर सिटीजन को मेडिकल समेत अलग-अलग तरह की आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई गई.
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पुलिस का नेक काम
'मिशन हौसला' के तहत 1 मई 2021 से 31 मई 2021 तक राज्य भर में कोरोना संक्रमित 792 मृतकों के दाह संस्कार पुलिस और SDRF द्वारा कराया गया. जबकि कोरोना कि गंभीर बीमारी से जूझ रहे 217 मरीजों को पुलिसकर्मियों द्वारा प्लाज्मा और ब्लड डोनेशन कर जिंदगी बचाई गई.
112 हेल्पलाइन
कोरोना की दूसरी लहर के समय 1 मई 2021 से 31 मई 2031 तक डायल 112 हेल्पलाइन में प्राप्त कॉल का ब्रेकअप इस प्रकार है:-
आवश्यकता का प्रकार - कितनी कॉल आई
- एंबुलेंस उपलब्ध कराना - 497
- ऑक्सीजन सिलेंडर डिमांड - 552
- अस्पताल में बेड दिलाना - 190
- ब्लड/प्लाज्मा दिलाना - 172
- कोविड-किट/मेडिसिन - 149
- राशन, खाना, गैस आदि - 242
- दाह संस्कार - 113
- कालाबाजारी - 91
- आइसोलेशन, क्वारंटाइन अन्य आवश्यकता के लिए - 2815
- कुल योग - 4831
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कालाबाजारी पर कार्रवाई
एक महीने में राज्यभर में स्वास्थ्य उपकरण और दवाइयों की कालाबाजारी के मामले में पुलिस ने दर्ज किये मुकदमे.
कालाबाजारी में कार्रवाई विवरण:-
- नकली दवाई मामले में - 1
- ओवर रेटिंग मामले में - 15
- ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीमीटर मामले में - 7
- दवाइयों का भंडारण व अन्य प्रकरण के मामले में - 9
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पुलिसकर्मियों की स्थिति
राज्य में कोरोना की दूसरी लहर में अब तक फ्रंट लाइन वॉरियर के रूप में सड़क से संवेदनशील स्थानों तक ड्यूटी करने वाले 2382 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. हालांकि इसमें से 2204 पुलिसकर्मी इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं प्रदेशभर में 5 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है. इनमें से मृतक 3 पुलिसकर्मियों ने वैक्सीन नहीं लगाई थी. ऐसे में प्रथम और द्वितीय चरण में अब तक कुल 13 पुलिसकर्मियों की राज्य में ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने से मौत हो चुकी है. हालांकि राहत की बात ये है कि अधिकांश पुलिसकर्मियों को कोविड की डबल वैक्सीन लगने के चलते कैजुअल्टी की संख्या बहुत कम है.
वहीं, कोरोना के पहले चरण में राज्यभर में कुल 1982 पुलिसकर्मी पॉजिटिव हुए थे. जबकि पहले फेज में 8 लोगों की मौत कोरोना से हुई थी. ऐसे में पहले और दूसरे चरण में अब तक राज्यभर में 4364 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. जबकि इनमें से 4178 पुलिसकर्मी उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं.
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कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन में पुलिस की रिकॉर्ड कार्रवाई
कोरोना की दूसरी लहर में 23 मार्च से 31 मई 2021 तक कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन मामले में पुलिस ने रिकॉर्ड तोड़ राज्यभर में इंफोर्समेंट के तहत कार्रवाई कर चालान वसूली की है. ऐसे में 23 मार्च से 31 मई तक मास्क न पहनने के तहत 1.26 लाख लोगों का चालान काटा गया है. जबकि सोशल डिस्टेंसिंग उल्लंघन के आरोप में 2.61 लाख लोगों का चालान का जुर्माना वसूला गया है. वहीं पुलिस एक्ट के तहत 11,693 लोगों पर कार्रवाई की गई है. जबकि 1242 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. 1933 अभियुक्त गिरफ्तार हुए. ऐसे में मार्च से मई तक प्रदेश भर में कोरोना गाइडलाइंस उल्लंघन के चलते 4 लाख लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर 6 करोड़ 13 लाख रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है. हालांकि इस दौरान 5 लाख 19 हजार लोगों को मास्क भी वितरित किये गये.