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उत्तराखंड में अलर्ट पर पुलिस, फ्रांस से जुड़ा है मामला

फ्रांस के राष्ट्रपति के मुस्लिम समुदाय को लेकर दिए गए बयान के बाद देशभर में सुरक्षा बल अलर्ट मोड पर हैं. उत्तराखंड में भी शांति व्यवस्था के लिए सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं.

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पुलिस मुख्यालय
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Published : Nov 3, 2020, 1:32 PM IST

Updated : Nov 3, 2020, 2:49 PM IST

देहरादूनः फ्रांस में हुए आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की मुस्लिम समुदाय को लेकर की गई टिप्पणी से दुनियाभर में घमासान है. अब भारत में भी सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी कर दी गई है. केंद्र के गाइडलाइन जारी करने के बाद उत्तराखंड में भी सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है. पुलिस मुख्यालय द्वारा राज्य के सभी 13 जिलों के एसपी-एसएसपी को विशेष सतर्क रहते हुए अपने इलाकों में शांति व कानून व्यवस्था कड़े करने के निर्देश दिए गए हैं.

उत्तराखंड में हाई सिक्योरिटी अलर्ट

उत्तराखंड में अपराध और कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि राज्य के किसी भी मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र या अन्य इलाकों में किसी तरह की कोई सांप्रदायिक हिंसा या अन्य तरह की विवादित घटनाएं न हों, इसको लेकर सभी धर्म गुरुओं से तत्काल बैठकर शांति व्यवस्था बहाल करने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं.

इतना ही नहीं, त्योहारी सीजन में इस तरह के विवादित प्रकरण को लेकर आपसी सौहार्दपूर्ण माहौल में कोई विघ्न न आए, इसको लेकर भी आवश्यकतानुसार अलग-अलग जिलों के संबंधित संवेदनशील इलाकों में पुलिस की पेट्रोलिंग और गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.

पढ़ेंः नोटिस के बाद भी किसानों ने नष्ट नहीं की मांगुर, विभाग करेगा कार्रवाई

अराजकता फैलाने वालों पर पुलिस सख्त

अशोक कुमार ने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा दिए गए बयान को देखते हुए राज्य की पूरी पुलिस फोर्स को अलर्ट जारी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में किसी भी तरह की अराजकता और सांप्रदायिकता जैसी स्थिति न बने, इसको लेकर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

महानिदेशक अशोक कुमार ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह के विवादित बयानों पर ध्यान न दें. एक सभ्य नागरिक के रूप में आपसी भाईचारा बनाते हुए प्रेम और शांतिपूर्ण माहौल को अपनाया जाए.

बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शनिवार को कहा था कि वह पैगंबर मोहम्मद के कार्टून से क्षुब्ध मुसलमानों का सम्मान करते हैं लेकिन यह हिंसा के लिए बहाना नहीं हो सकता है. फ्रांस के राष्ट्रपति ने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून से उपजे विवाद के बीच फ्रांस में पहले शिक्षक पैटी और फिर नीस के चर्च में तीन लोगों की हत्या के बाद ये बातें कही थीं. इसके बाद इस्लामिक देशों ने मैक्रों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

देहरादूनः फ्रांस में हुए आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की मुस्लिम समुदाय को लेकर की गई टिप्पणी से दुनियाभर में घमासान है. अब भारत में भी सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी कर दी गई है. केंद्र के गाइडलाइन जारी करने के बाद उत्तराखंड में भी सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है. पुलिस मुख्यालय द्वारा राज्य के सभी 13 जिलों के एसपी-एसएसपी को विशेष सतर्क रहते हुए अपने इलाकों में शांति व कानून व्यवस्था कड़े करने के निर्देश दिए गए हैं.

उत्तराखंड में हाई सिक्योरिटी अलर्ट

उत्तराखंड में अपराध और कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि राज्य के किसी भी मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र या अन्य इलाकों में किसी तरह की कोई सांप्रदायिक हिंसा या अन्य तरह की विवादित घटनाएं न हों, इसको लेकर सभी धर्म गुरुओं से तत्काल बैठकर शांति व्यवस्था बहाल करने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं.

इतना ही नहीं, त्योहारी सीजन में इस तरह के विवादित प्रकरण को लेकर आपसी सौहार्दपूर्ण माहौल में कोई विघ्न न आए, इसको लेकर भी आवश्यकतानुसार अलग-अलग जिलों के संबंधित संवेदनशील इलाकों में पुलिस की पेट्रोलिंग और गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.

पढ़ेंः नोटिस के बाद भी किसानों ने नष्ट नहीं की मांगुर, विभाग करेगा कार्रवाई

अराजकता फैलाने वालों पर पुलिस सख्त

अशोक कुमार ने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा दिए गए बयान को देखते हुए राज्य की पूरी पुलिस फोर्स को अलर्ट जारी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में किसी भी तरह की अराजकता और सांप्रदायिकता जैसी स्थिति न बने, इसको लेकर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

महानिदेशक अशोक कुमार ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह के विवादित बयानों पर ध्यान न दें. एक सभ्य नागरिक के रूप में आपसी भाईचारा बनाते हुए प्रेम और शांतिपूर्ण माहौल को अपनाया जाए.

बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शनिवार को कहा था कि वह पैगंबर मोहम्मद के कार्टून से क्षुब्ध मुसलमानों का सम्मान करते हैं लेकिन यह हिंसा के लिए बहाना नहीं हो सकता है. फ्रांस के राष्ट्रपति ने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून से उपजे विवाद के बीच फ्रांस में पहले शिक्षक पैटी और फिर नीस के चर्च में तीन लोगों की हत्या के बाद ये बातें कही थीं. इसके बाद इस्लामिक देशों ने मैक्रों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

Last Updated : Nov 3, 2020, 2:49 PM IST
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