ETV Bharat / state

कालाबाजारी पर पुलिस का शिकंजा, 115 जगह दबिश देकर 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार

author img

By

Published : May 3, 2021, 8:20 PM IST

पुलिस के मुताबिस सोमवार को कुल 115 जगहों पर शिकायत मिलने के बाद दबिश दी गई. जिसमें चार मुकदमें भी दर्ज किए गए, जबकि 6 लोगों को पुलिस ने आपदा की घड़ी में जरूरी सामान की कालाबाजारी को लेकर गिरफ्तार भी किया.

आईजी अमित सिन्हा
आईजी अमित सिन्हा

देहरादून: कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच जिस तेजी के साथ हालात बिगड़ रहे हैं, उसी लिहाज से बाजार में स्वास्थ्य संबंधी उपकरण और दवाइयों की कालाबाजारी भी तेज हो गई है. इन्हीं स्थितियों को देखते हुए पुलिस विभाग ने तमाम शिकायतों के आधार पर छापेमारी की कार्रवाई भी तेज कर दी है. खास बात यह है कि इस मामले में कई मुकदमे भी किए जा रहे हैं.

कालाबाजारी पर पुलिस का शिकंजा

लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ करने वाले कई ऐसे लोग भी हैं, जो इस महामारी में भी कालाबाजारी के जरिए पैसा बनाने की कोशिशें कर रहे हैं. हालांकि ऐसे लोगों को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने दो टूक संदेश देते हुए इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है. इन कार्रवाइयों के जरिए पुलिस ने साफ कर दिया है कि ऐसे लोगों की जगह जेल में है. किसी भी हाल महामारी के दौर कालाबाजारी नहीं होने दी जाएगी.

पढ़ें- कोरोना टेस्ट के नाम पर कालाबाजारी, STF के हत्थे चढ़ा आरोपी

पुलिस के मुताबिस सोमवार को कुल 115 जगहों पर शिकायत मिलने के बाद दबिश दी गई. जिसमें चार मुकदमें भी दर्ज किए गए हैं. जबकि 6 लोगों को पुलिस ने आपदा की घड़ी में जरूरी सामान की कालाबाजारी को लेकर गिरफ्तार भी किया है. आईजी अमित सिन्हा ने बताया कि अलग-अलग जगहों पर कई शिकायतों के आधार पर दबिश दी गई थी, जिसमें एक जगह ऑक्सीजन फ्लो मीटर कई गुना महंगे दाम पर बेचने के कारण एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. इसी तरह आरटी पीसीआर टेस्ट महंगा बताने और ब्लू रोड महंगी बेचने समेत फर्जी रेमडिसविर का पर्चा बनाने पर भी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया.

आईजी अमित सिन्हा ने कहा कि कोई भी व्यक्ति डायल 112 पर कॉल कर कालाबाजारी की शिकायत कर सकता है. उधर उन्होंने राज्य में मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने को लेकर चालान के रेट बढ़ने के बाद काफी हद तक चालान की संख्या कम होने की भी जानकारी दी है.

देहरादून: कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच जिस तेजी के साथ हालात बिगड़ रहे हैं, उसी लिहाज से बाजार में स्वास्थ्य संबंधी उपकरण और दवाइयों की कालाबाजारी भी तेज हो गई है. इन्हीं स्थितियों को देखते हुए पुलिस विभाग ने तमाम शिकायतों के आधार पर छापेमारी की कार्रवाई भी तेज कर दी है. खास बात यह है कि इस मामले में कई मुकदमे भी किए जा रहे हैं.

कालाबाजारी पर पुलिस का शिकंजा

लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ करने वाले कई ऐसे लोग भी हैं, जो इस महामारी में भी कालाबाजारी के जरिए पैसा बनाने की कोशिशें कर रहे हैं. हालांकि ऐसे लोगों को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने दो टूक संदेश देते हुए इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है. इन कार्रवाइयों के जरिए पुलिस ने साफ कर दिया है कि ऐसे लोगों की जगह जेल में है. किसी भी हाल महामारी के दौर कालाबाजारी नहीं होने दी जाएगी.

पढ़ें- कोरोना टेस्ट के नाम पर कालाबाजारी, STF के हत्थे चढ़ा आरोपी

पुलिस के मुताबिस सोमवार को कुल 115 जगहों पर शिकायत मिलने के बाद दबिश दी गई. जिसमें चार मुकदमें भी दर्ज किए गए हैं. जबकि 6 लोगों को पुलिस ने आपदा की घड़ी में जरूरी सामान की कालाबाजारी को लेकर गिरफ्तार भी किया है. आईजी अमित सिन्हा ने बताया कि अलग-अलग जगहों पर कई शिकायतों के आधार पर दबिश दी गई थी, जिसमें एक जगह ऑक्सीजन फ्लो मीटर कई गुना महंगे दाम पर बेचने के कारण एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. इसी तरह आरटी पीसीआर टेस्ट महंगा बताने और ब्लू रोड महंगी बेचने समेत फर्जी रेमडिसविर का पर्चा बनाने पर भी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया.

आईजी अमित सिन्हा ने कहा कि कोई भी व्यक्ति डायल 112 पर कॉल कर कालाबाजारी की शिकायत कर सकता है. उधर उन्होंने राज्य में मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने को लेकर चालान के रेट बढ़ने के बाद काफी हद तक चालान की संख्या कम होने की भी जानकारी दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.