देहरादून: अगले साल भारत को जी 20 देशों के बैठक की मेजबानी करने की मौका मिला है. देश के करीब 55 शहरों में 215 बैठकें होगी. इन बैठकों के आयोजन का मौका उत्तराखंड को भी मिल सकता है. जिसके लिए उत्तराखंड सरकार और प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. सूत्रों की मानें तो जी-20 देशों के बैठक के लिए उत्तराखंड में ऋषिकेश शहर को चुना गया है. हालांकि, अभी इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है.
अगर, उत्तराखंड जैसे छोटे पहाड़ी राज्य को जी-20 देशों मेजबानी करने का मौका मिलता है तो ये देवभूमि के लिए बड़े गौरव और सम्मान की बात होगी. जानकारी के अनुसार, जी-20 सम्मेलन में चार महत्वपूर्ण कार्यक्रम पर्यटन और संस्कृति जैसे विषयों से जुड़े होंगे. इसके लिए उत्तर, पूर्व दक्षिण और पश्चिम जैसे कुछ राज्यों को चुना गया है. जिसमें एक ही स्थान पर योग, पर्यटक और संस्कृति इन तीनों को मेल देखने को मिलता है, वो ऋषिकेश है.
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जानकारी के अनुसार, आगामी 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक चलने वाले जी-20 के कार्यक्रम में 55 शहरों में लगभग 215 बैठकें और जी-20 से जुड़े कई अन्य कार्यक्रम आयोजित होंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बताया जा रहा है कि इसी दौरान 2023 के मई-जून माह में उत्तराखंड के ऋषिकेश में भी जी-20 की बैठक और कार्यक्रम हो सकते हैं.
केंद्र सरकार का उद्देश्य जी-20 के मंच पर भारत की एक अलग पहचान दर्शाना है. जी-20 देशों को भारत की समृद्धि और यहां की विशेषताओं से अवगत कराया जाएगा. भारत सरकार का प्रयास है कि विदेशों महमानों को ज्यादा से ज्यादा भारतीय संस्कृति से रूबरू कराया जाए.
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क्या है G-20: ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G20) दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है. इसमें 19 देश शामिल हैं, जिनमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके और यूएस और यूरोपीय संघ (ईयू) आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं.
सामूहिक रूप से G20 वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 फीसदी, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 75 फीसदी और विश्व जनसंख्या का वन थर्ड भाग है, जो इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच बनाता है. भारत वर्तमान में जी20 ट्रोइका (वर्तमान, पिछली और आने वाली G20 प्रेसिडेंसी) का हिस्सा है, जिसमें इंडोनेशिया, इटली और भारत शामिल हैं.