देहरादून: कोरोना काल के बाद आर्थिक मंदी से उबरने के लिए देशभर में प्रयास किये गये. उत्तराखंड में भी इसे लेकर कोशिशें की गई. जिसका नतीजा अब सामने आया है. उत्तराखंड उद्योग विभाग से सामने आये आंकड़े राहत देने वाले हैं. कोरोना के बाद उत्तराखंड में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तेजी से आगे बढ़ा है. जिसका नतीजा है कि राज्य की GSDP में 36.8% हिस्सेदारी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से आई है. ये कई राज्यों की तुलना में आगे है.
कोविड महामारी के बाद मंदी से उबरने में उत्तराखंड राज्य में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने देश के ने राज्यों की तुलना में अपना सबसे बड़ा योगदान दिया है. उद्योग विभाग के ताजा आंकड़े इसकी तस्दीक कर रहे हैं. उत्तराखंड उद्योग विभाग ने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में झंडे गाड़ते हुए प्रदेश की GSDP में अहम योगदान दिया है. इस मामले में उत्तराखंड हिमाचल और यूपी से आगे हैं.
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दरअसल, उद्योग विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 महामारी के दौरान उत्तराखंड राज्य अपने पड़ोसी राज्य हिमाचल सहित उत्तर प्रदेश और कई अन्य बड़े राज्यों की तुलना में ऐसा राज्य है जहां पर उद्योग के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट ने प्रदेश की आर्थिक मजबूती में सबसे बड़ा योगदान दिया है. यानी प्रदेश की जीएसडीपी में उत्तराखंड की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का अन्य राज्यों की तुलना में सबसे बड़ा शेयर रहा है.
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उत्तराखंड उद्योग विभाग के निदेशक सुधीर नौटियाल ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि उत्तराखंड की स्टेट जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का शेयर 36.8% है, जो कि पूरे देश की जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के शेयर 14.7 फ़ीसदी से कई ज्यादा है. सुधीर नौटियाल बताते हैं कि उत्तराखंड राज्य एक विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है, उसके बाद भी राज्य में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में अच्छा काम हो रहा है.