ETV Bharat / state

अस्थाई चिह्न पर चुनाव लड़ी थी यूकेडी, करारी हार ने बढ़ाई पार्टी की मुसीबत - Uttarakhand Kranti Dal

इस विधानसभा चुनाव में यूकेडी का खाता भी नहीं खुल सका. इससे पार्टी के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं. इस विधानसभा चुनाव में कुर्सी जो चुनाव चिह्न पार्टी को मिला था, वह भी चुनाव आयोग की ओर से अस्थाई तौर पर दल को दिया गया था. लेकिन चुनाव आयोग के मानकों के अनुसार यूकेडी अब इस चुनाव चिह्न का कहीं भी प्रयोग नहीं कर सकती है.

Uttarakhand Kranti Dal
उत्तराखंड क्रांति दल
author img

By

Published : Mar 15, 2022, 1:01 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल प्रदेश का एक मात्र क्षेत्रीय दल है, लेकिन प्रदेश में चुनाव दर चुनाव यूकेडी का निराशाजनक प्रदर्शन चुनाव आयोग के नियमों पर खरा नहीं उतर पाया है. इस कारण अब उत्तराखंड क्रांति दल राज्यस्तरीय दल भी नहीं बन पाया है. वहीं इस विधानसभा चुनाव में कुर्सी जो चुनाव चिह्न पार्टी को मिला था, वह भी चुनाव आयोग की ओर से अस्थाई तौर पर दल को दिया गया था. लेकिन अब चुनाव आयोग के मानकों के अनुसार यूकेडी इस चुनाव चिह्न का कहीं भी प्रयोग नहीं कर सकती है.

राज्य चुनाव आयोग के अनुसार विधानसभा चुनाव 2022 में उत्तराखंड क्रांति दल को महज 1 प्रतिशत ही वोट मिले हैं. साथ ही यूकेडी का एक भी विधायक भी नहीं जीत पाया है. सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास ने बताया कि राज्यस्तरीय दल के लिए कुल वैध मतों का करीब 6 प्रतिशत मतदान पार्टी को प्राप्त करना होता है. इसके साथ ही उनकी कुल सीटों पर कम से कम 3 विधायक होने चाहिए. लेकिन उत्तराखंड क्रांति दल इन सब में से किसी भी मानक पर खरा नहीं उतर पाया है.

पढ़ें-हरीश रावत अफीम चटाकर करते हैं सम्मोहित, मेरा नशा 35 साल में टूटा- रणजीत रावत

मस्तू दास ने बताया कि इस चुनाव में उत्तराखंड क्रांति दल को जो कुर्सी चुनाव चिह्न दिया गया था. वह अस्थाई तौर पर दिया गया था. लेकिन अब जब यूकेडी के पास चुनाव आयोग के मानकों के हिसाब से कुछ भी नहीं रह गया है, तो उनका यह चुनाव चिह्न भी नहीं रहा. वह इसका कहीं भी प्रयोग नहीं कर सकते हैं.

देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल प्रदेश का एक मात्र क्षेत्रीय दल है, लेकिन प्रदेश में चुनाव दर चुनाव यूकेडी का निराशाजनक प्रदर्शन चुनाव आयोग के नियमों पर खरा नहीं उतर पाया है. इस कारण अब उत्तराखंड क्रांति दल राज्यस्तरीय दल भी नहीं बन पाया है. वहीं इस विधानसभा चुनाव में कुर्सी जो चुनाव चिह्न पार्टी को मिला था, वह भी चुनाव आयोग की ओर से अस्थाई तौर पर दल को दिया गया था. लेकिन अब चुनाव आयोग के मानकों के अनुसार यूकेडी इस चुनाव चिह्न का कहीं भी प्रयोग नहीं कर सकती है.

राज्य चुनाव आयोग के अनुसार विधानसभा चुनाव 2022 में उत्तराखंड क्रांति दल को महज 1 प्रतिशत ही वोट मिले हैं. साथ ही यूकेडी का एक भी विधायक भी नहीं जीत पाया है. सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास ने बताया कि राज्यस्तरीय दल के लिए कुल वैध मतों का करीब 6 प्रतिशत मतदान पार्टी को प्राप्त करना होता है. इसके साथ ही उनकी कुल सीटों पर कम से कम 3 विधायक होने चाहिए. लेकिन उत्तराखंड क्रांति दल इन सब में से किसी भी मानक पर खरा नहीं उतर पाया है.

पढ़ें-हरीश रावत अफीम चटाकर करते हैं सम्मोहित, मेरा नशा 35 साल में टूटा- रणजीत रावत

मस्तू दास ने बताया कि इस चुनाव में उत्तराखंड क्रांति दल को जो कुर्सी चुनाव चिह्न दिया गया था. वह अस्थाई तौर पर दिया गया था. लेकिन अब जब यूकेडी के पास चुनाव आयोग के मानकों के हिसाब से कुछ भी नहीं रह गया है, तो उनका यह चुनाव चिह्न भी नहीं रहा. वह इसका कहीं भी प्रयोग नहीं कर सकते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.