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अब डॉक्टरों की विशेष निगरानी में होंगे मंत्री और विधायक, जानिए वजह

वीआइपी ड्यूटी में तैनात चिकित्सक और स्टाफ अब महज खानापूर्ति नहीं कर पाएंगे. उन्हें वीआइपी के साथ ही माननीयों की सेहत पर बारीक निगाह रखनी होगी.

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Published : Jun 19, 2019, 11:23 PM IST

देहरादून: कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद अब स्वास्थ्य विभाग मंत्रियों, विधायकों और वीआईपी श्रेणी के नेताओं को लेकर गंभीर हो गया है. वीआइपी ड्यूटी में तैनात डॉक्टर अब माननीयों की सेहत पर बारीक निगाह रखेंगे. इस दौरान यदि किसी बीमारी का अंदेशा होता है तो उसकी रिपोर्ट तैयार कर तत्काल जिम्मेदार अधिकारियों के पास भेजी जाएगी.

पढ़ें- प्रकाश पंत के नाम से जानी जाएगी ये सड़क, कैबिनेट से मिली मंजूरी, विपक्ष ने कही ये बात

इस बारे में जानकारी देते हुए डिप्टी सीएमओ डॉ. नरेन्द्र त्यागी बताया कि मंत्रियों, विधायकों और माननीय के सेहत की निगरानी स्वास्थ्य विभाग पहले से ही करता आ रहा है. इसके लिए आवश्यकतानुसार 24 घंटे डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की तैनाती की गई है. इसके अलावा किसी भी वीआइपी के आगमन पर डॉक्टरों की विशेष टीम प्रोटोकॉल के तहत लगाई जाती है.

जानकारी के देते स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी.

माननीयों की सेहत को ध्यान में रखते हुए सभी डिस्पेंसरियों में डॉक्टरों की तैनाती की गई है. सभी डिस्पेंसरियां जीवन रक्षक औषधियों से युक्त है.

माननीयों की सेवा में लगे डॉक्टर

  • विधायक निवास-1 डॉक्टर,1 फर्मासिस्ट,1 वार्ड ब्वॉय
  • विधानसभा- 1 डॉक्टर, 2 फर्मासिस्ट,1 वार्ड ब्वॉय,1 एम्बुलेंस
  • सचिवालय- 1 डॉक्टर,1 फार्मासिस्ट,1 वार्ड ब्वॉय, सचिवालय में ऑन कॉल एम्बुलेंस उपलब्ध है.
  • उत्तराखंड निवास नई दिल्ली- 2 डॉक्टर, 1 फार्मासिस्ट, एक वार्ड ब्वॉय
  • राजभवन- एक फिजिशियन, एक सामान्य श्रेणी का डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट
  • मुख्यमंत्री आवास- एक फिजिशियन, एक फार्मासिस्ट
  • रेसकोर्स पुलिस हॉस्पिटल- यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टर, फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वॉय की तैनाती की गई है.

इन अस्पतालों के चिकित्सक विधायकों और मंत्रियों की सेहत पर रखते हैं नज़र-

  • दून मेडिकल कॉलेज
  • गांधी शताब्दी आई हॉस्पिटल
  • प्रेमनगर अस्पताल
  • रायपुर अस्पताल
  • ऋषिकेश एसपीएस चिकित्सालय

देहरादून: कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद अब स्वास्थ्य विभाग मंत्रियों, विधायकों और वीआईपी श्रेणी के नेताओं को लेकर गंभीर हो गया है. वीआइपी ड्यूटी में तैनात डॉक्टर अब माननीयों की सेहत पर बारीक निगाह रखेंगे. इस दौरान यदि किसी बीमारी का अंदेशा होता है तो उसकी रिपोर्ट तैयार कर तत्काल जिम्मेदार अधिकारियों के पास भेजी जाएगी.

पढ़ें- प्रकाश पंत के नाम से जानी जाएगी ये सड़क, कैबिनेट से मिली मंजूरी, विपक्ष ने कही ये बात

इस बारे में जानकारी देते हुए डिप्टी सीएमओ डॉ. नरेन्द्र त्यागी बताया कि मंत्रियों, विधायकों और माननीय के सेहत की निगरानी स्वास्थ्य विभाग पहले से ही करता आ रहा है. इसके लिए आवश्यकतानुसार 24 घंटे डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की तैनाती की गई है. इसके अलावा किसी भी वीआइपी के आगमन पर डॉक्टरों की विशेष टीम प्रोटोकॉल के तहत लगाई जाती है.

जानकारी के देते स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी.

माननीयों की सेहत को ध्यान में रखते हुए सभी डिस्पेंसरियों में डॉक्टरों की तैनाती की गई है. सभी डिस्पेंसरियां जीवन रक्षक औषधियों से युक्त है.

माननीयों की सेवा में लगे डॉक्टर

  • विधायक निवास-1 डॉक्टर,1 फर्मासिस्ट,1 वार्ड ब्वॉय
  • विधानसभा- 1 डॉक्टर, 2 फर्मासिस्ट,1 वार्ड ब्वॉय,1 एम्बुलेंस
  • सचिवालय- 1 डॉक्टर,1 फार्मासिस्ट,1 वार्ड ब्वॉय, सचिवालय में ऑन कॉल एम्बुलेंस उपलब्ध है.
  • उत्तराखंड निवास नई दिल्ली- 2 डॉक्टर, 1 फार्मासिस्ट, एक वार्ड ब्वॉय
  • राजभवन- एक फिजिशियन, एक सामान्य श्रेणी का डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट
  • मुख्यमंत्री आवास- एक फिजिशियन, एक फार्मासिस्ट
  • रेसकोर्स पुलिस हॉस्पिटल- यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टर, फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वॉय की तैनाती की गई है.

इन अस्पतालों के चिकित्सक विधायकों और मंत्रियों की सेहत पर रखते हैं नज़र-

  • दून मेडिकल कॉलेज
  • गांधी शताब्दी आई हॉस्पिटल
  • प्रेमनगर अस्पताल
  • रायपुर अस्पताल
  • ऋषिकेश एसपीएस चिकित्सालय
Intro: वित्त मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद अब माननीय विधायकों मंत्रियों और अन्य वीआईपी श्रेणी के लोगों के स्वास्थ्य पर संबंधित महकमा विशेष निगरानी बरतेगा। हालांकि देहरादून के डिप्टी सीएमओ डॉ नरेन्द्र त्यागी का कहना है कि माननीय विधायकों और मंत्रियों के सेहत की निगरानी विभाग पहले से ही करता आ रहा है, जिसके लिए आवश्यकतानुसार 24 घंटे डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की तैनाती की गई है। जबकि किसी भी वीआईपी या वीआईपी के आगमन पर विशेष टीम की ड्यूटी प्रोटोकॉल के तहत लगाई जाती है
summary- अधिकारिक बयान देते हुए देहरादून के डिप्टी सीएमओ ने बताया कि वीआईपी और वीआईपी पर्सन मैं किसी भी तरह की बीमारी का अंदेशा होने पर विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा स्क्रीनिंग के दौरान यदि कोई बीमारी पाई जाती है तो उसका समुचित उपचार विभाग के विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है।


Body: देहरादून के डिप्टी सीएमओ डॉ नरेन्द्र त्यागी ने कहा कि राज्य के भीतर या अन्य राज्यों से जितना भी वीआईपी मूवमेंट यहां होता है उनके साथ विशेषज्ञों की टीम एंबुलेंस सहित लगाई जाती है,वीआईपी ड्यूटी के दौरान बाकायदा एडवांस लाइफ सपोर्ट संयुक्त एंबुलेंस लगाई जाती है। विधायक निवास ,विधान सभा सचिवालय ,नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड निवास ,राजभवन और सीएम आवास की डिस्पेंसरी में इसके लिए रूटीन वाइस 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती की जाती है। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था पहले से ही वीआईपी और वीआईपी मूवमेंट के लिए है । और सभी माननीयों का इलाज और स्क्रीनिंग विशेषज्ञ चिकित्सकों की समिति के द्वारा किया जाता है।

बाईट-डॉ नरेन्द्र त्यागी, डिप्टी सीएमओ, देहरादून।


Conclusion: माननीय विधायकों और मंत्रियों की सेहत को ध्यान मे रखते हुए सभी डिस्पेंसरियों में डॉक्टरों की तैनाती की गई है, सभी डिस्पेंसरियां जीवन रक्षक औषधियों से युक्त है।

-विधायक निवास-1 डॉक्टर,1 फर्मासिस्ट,1 वार्ड बॉय

-विधानसभा-1 डॉक्टर,2 फर्मासिस्ट,1 वार्ड बॉय,1 एम्बुलेंस

-सचिवालय-1 डॉक्टर,1 फार्मासिस्ट,1 वार्ड बॉय,सचिवालय मे ऑन कॉल एम्बुलेंस उपलब्ध है।

- उत्तराखंड निवास नई दिल्ली- 2 डॉक्टर, 1 फार्मासिस्ट, एक वार्ड बॉय

-राजभवन- एक फिजिशियन, एक सामान्य श्रेणी का डॉक्टर ,एक फार्मासिस्ट

- मुख्यमंत्री आवास- एक फिजिशियन, एक फार्मासिस्ट

-रेसकोर्स पुलिस हॉस्पिटल- यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टर,फार्मासिस्ट और वार्ड बॉय की तैनाती की गई है।

इन अस्पतालों के चिकित्सक विधायकों और मंत्रियों की सेहत पर रखते हैं नज़र-

दून मेडिकल कॉलेज
गांधी शताब्दी आई हॉस्पिटल
प्रेमनगर अस्पताल
रायपुर अस्पताल
ऋषिकेश एसपीएस चिकित्सालय
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