देहरादून: दुनिया और देश कोरोना वायरस के खतरे को लेकर सजग है और लगातार इस महामारी से बाहर निकलने की कोशिश में जुटे हुए हैं. वहीं, राजधानी देहरादून में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लोगों में जागरुकता को लेकर समन्वय स्थापित करने में पीछे दिखाई दे रहे हैं. यह हाल तब है कि जब राजधानी देहरादून में ही तीन मामले कोरोना वायरस से संक्रमित मिल चुके हैं.
कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाएं तो ऐसे मरीज खुद को किस अस्पताल में दिखाएं या किस अस्पताल में अपना सैंपल दिया जा सकता है. ऐसी तमाम जानकारियां है जो देहरादून के लोगों तक अब तक पहुंची ही नहीं है. कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारियों को आम लोगों तक पहुंचाने का कोई इंतजाम भी नही दिखाई रहा है. ऐसा इसलिए है क्योंकि जिले के स्वास्थ्य अधिकारी कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारियां मीडिया से साझा करना ही नहीं चाहते. यहां तक कि कोरोना वायरस से जुड़े मामलों को भी अधिकारी काफी समय तक छिपाते दिखते हैं. यह हाल तब है जब राजधानी देहरादून में ही 3 आइएफएस प्रशिक्षु कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और हाल ही में एक होटल में संक्रमित महिला की मौजूदगी भी दर्ज की गई थी.
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हालांकि, राजधानी देहरादून में कोरोना वायरस की जांच के लिए दून मेडिकल कॉलेज और ऋषिकेश स्थित एम्स को सैंपल कलेक्शन के लिए चिन्हित किया गया है. इन दो जगहों पर ही संदिग्ध मरीज का सैंपल कलेक्ट किया जा सकता है, जबकि सैंपल की रिपोर्ट हल्द्वानी से आएगी. आइसोलेशन वार्ड जिले के सभी अस्पतालों में बनाया गया है. राजधानी देहरादून में सीएमओ डॉ. मीनाक्षी हैं, जिनका नंबर 9997908733 है.
राजधानी में मुख्यरूप से दून मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों के लिए व्यवस्था की गई है. दून मेडिकल कॉलेज और दूसरी जगहों के लिए जानकारी हेल्पलाइन नंबर 104 और 18001801200 से ली जा सकती है. अभी तक प्रदेश स्तर पर उत्तराखंड में अब तक 129 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनमें 95 लोगों की रिपोर्ट आई है, जिसमें 3 कोरोना पॉजिटिव लोगों की पुष्टि की जा चुकी हैं.