देहरादून: कोविड-19 और लॉकडाउन के दौरान पिछले सालों की तुलना में मौजूदा वर्ष 2020 में दूसरी तिमाही में राज्य के जीएसटी में 44 फीसदी की कमी देखने को मिली है. वहीं अन्य क्षेत्रों में भी आर्थिक गिरावट दर्ज की गई है. इस बारे में सरकार का कहना है कि प्रदेश में बंद पड़ी गतिविधियां इसका प्रमुख कारण हैं.
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हाल ही में अप्रैल से लेकर अगस्त महीने यानी दूसरी तिमाही के जीएसटी के आंकड़े सामने आए हैं. जिसमें विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष जीएसटी में 44 फीसदी राजस्व कम मिला है. वहीं, नॉन जीएसटी से भी आने वाले राजस्व में 22 फीसदी की कमी आई है. सरकार इस गिरावट के लिए कोरोना और लॉकडाउन को बड़ा कारण मान रही है.
क्या हैं GST के हालात
- वर्ष 2020-21 में अप्रैल से अगस्त तक प्राप्त हुआ है 1291 करोड़
- नॉन जीएसटी टेक्स में भी 22 फीसदी की गिरावट
- नॉन जीएसटी टेक्स में भी 22 फीसदी की गिरावट
शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक के अनुसार देश के सभी राज्यों में इस तरह की गिरावट देखने को मिली है. वहीं, उन्होंने कहा इस तरह की गिरावट राष्ट्रीय स्तर पर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखने को मिली है. सरकार का कहना है कि प्रदेश में पर्यटन गतिविधि राजस्व के लिए एक बड़ा घटक है, मगर कोरोना काल और लॉकडाउन की दुश्वारियां के बीच प्रदेश में इसकी गतिविधियां शून्य रही. जिसके कारण जीएसटी सहित राज्य के तमाम सेक्टर में आई मंदी स्वाभाविक है.
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कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि लॉकडाउन के बाद जिस तरह से चरणबद्ध तरीके से अनलॉक किया जा रहा उससे आर्थिकी गतिविधियां बढ़ रही है. जिससे रुकी रफ्तार को गति दी जा रही है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही व्यवस्था पटरी पर आ जाएगी.