देहरादून: उत्तराखंड में ऊर्जा कर्मचारियों की पुरानी एसीपी की मांग को आखिरकार राज्य सरकार ने पूरा कर दिया है. पिछले कई सालों से यह कर्मचारी अपने एसीपी 9,5,5 साल करने की मांग कर रहे थे. जिसे आखिरकार ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने सरकार से मनवा लिया है. मांग पूरी होने पर ऊर्जा कर्मचारियों ने सरकार का धन्यवाद किया है.
उत्तराखंड में ऊर्जा कर्मचारियों की एक पुरानी और महत्वपूर्ण मांग को राज्य सरकार ने मान लिया है. दरअसल ऊर्जा कर्मचारी एसीपी 9,5,5 की मांग कर रहे थे, जबकि सरकार की तरफ से पूर्व में सभी राज्य कर्मचारियों के लिए 10, 20, 30 साल की व्यवस्था की गई है. लेकिन ऊर्जा कर्मचारी इससे हटकर पूर्व की भांति ही 9,5,5 की व्यवस्था को लागू करने की मांग कर रहे थे. इस मांग को लेकर ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने हर हालत में कर्मचारियों से मांग पूरी करने का वादा किया था और आखिरकार पिछले दिनों अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए मेडिकल कॉलेज के साथ ऊर्जा कर्मचारियों की मांग पर भी सरकार से हामी भरवाई थी. लिहाजा इस मामले पर शासन ने आदेश भी कर दिए हैं.
आदेश होने के बाद उत्तराखंड ऊर्जा संविदा कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद कवि ने मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री, मुख्य सचिव और दोनों निगमों के प्रबंध निदेशकों का धन्यवाद दिया है.
आखिर क्या हैं 9,5,5 की मांग: दरअसल यहां ऊर्जा कर्मचारियों के पदोन्नति की बात की जा रही है. पहले ऊर्जा कर्मचारियों की पहली पदोन्नति 9 साल में होती थी. उसके बाद दूसरी 5 और फिर 5 साल बाद होती थी. लेकिन उत्तराखंड सरकार में ऊर्जा कर्मचारियों की पदोन्नति को बढ़ाकर 10, 20 और 30 साल कर दिया था. जिससे नाराज ऊर्जा कर्मचारी सरकार से पहले जैसे एसीपी 9,5,5 करने की मांग कर रहे थे, जिसे सरकार ने पूरा किया है.