देहरादून: सरकारी अधिकारी और कर्मचारी किस कदर काम से बचते हैं. इसका उदाहरण इन दिनों देहरादून जनपद में साफ देखने को मिल रहा है. दरअसल उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए देहरादून जिले के अलग-अलग विभागों के 700 से अधिक अधिकारियों ने मेडिकल लीव के लिए आवेदन किया है. जिसकी वजह से देहरादून जिला प्रशासन की टेंशन बढ़ गई है.
उत्तराखंड में 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने हैं, लेकिन इससे पहले ही चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए देहरादून जिले के सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अलग-अलग बीमारियों और शादी का बहाना बनाते हुए छुट्टी के लिए आवेदन कर दिया है. ऐसे में जिला प्रशासन के सामने चुनौती यह हो गई है कि इस स्थिति में कैसे सकुशल तरह से चुनाव संपन्न कराया जाए?
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एडीएम कृष्ण कुमार मिश्रा ने कहा 14 फरवरी को होने वाले मतदान को देखते हुए अब तक करीब 700 मेडिकल लीव के आवेदन आए हैं. जिसके चलते मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया गया है. शादी, बीमारी या फिर अन्य कारणों का बहाना बनाकर आवेदन किए जा रहे हैं. प्रथम दृष्टया 14 फरवरी के मतदान से ठीक पहले अधिकारी कर्मचारी छुट्टियों के आवेदन लगाकर बचते नजर आ रहे हैं.