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कोरोना का डर: सीएम बोले- अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को किया जा सकता है सील - उत्तराखंड में अंतरराष्ट्रीय सीमा सील

कोरोना वायरस के चलते उत्तराखंड सरकार ने पहले ही कई कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. वहीं मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि जरूरत पड़ने पर उत्तराखंड से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को भी सील किया जा सकता है.

देहरादून
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Published : Mar 12, 2020, 4:49 PM IST

Updated : Mar 12, 2020, 5:09 PM IST

देहरादून: कोरोना वायरस को लेकर दुनिया में कोहराम मचा है, जिसके चलते भारत सरकार और स्वास्थ्य विभाग भी पूरी सतर्कता बरत रहा है. उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस से बचाव के उपाय किये जा रहे हैं. भारत सरकार ने जहां हाल ही में कुछ देशों की यात्रा को लेकर एडवाइजरी जारी की है तो वहीं उत्तराखंड सरकार ने जरूरत पड़ने पर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को भी सील करने की बात कही है.

भारत सरकार ने कोरोना के चलते कई कदम उठाये हैं. इसमें खास तौर पर विदेशी यात्रियों और विदेशों से यात्रा कर भारत आने वाले दूसरे यात्रियों की बारीकी से स्क्रीनिंग समेत प्रभावित देशों में यात्रा न करने की एडवाइजरी जारी की गयी है. उत्तराखंड सरकार भी कोरोना वायरस को लेकर पूरी सतर्कता बरत रही है. जिसके चलते पूरे स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट पर रखा गया है.

अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को किया जा सकता है सील

पढ़ें- कोरोना इफेक्ट: राजभवन में बसंतोत्सव पुष्प प्रदर्शनी कार्यक्रम निरस्त

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उत्तराखंड से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को भी सील किया जा सकता है. अभी उत्तराखंड में कोई भी कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है. स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है. अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सभी लोगों की जांच की जा रही है. अगर जरूरत पड़ेगी तो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर प्रवेश निषेध भी किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने लोगों से सतर्कता बरतने का आग्रह किया है.

बता दें की उत्तराखंड से चीन और नेपाल की सीमाएं लगती हैं. नेपाल-भारत मित्र देश हैं, जिसके कारण नेपाल और भारत की सीमाओं में आसानी से आवाजाही की जाती है. सीमा से लगे जिलों में लोग व्यापार के लिए एक-दूसरे के देश जाते हैं.

ऐसे में उत्तराखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोरोना वायरस को लेकर विशेष सतकर्ता बरती जा रही है. उत्तराखंड सरकार पहले ही कोरोना वायरस के कारण प्रोग्राम रद्द कर चुकी है. जिसमें वेलनेस और एडवेंचर समिट सहित उत्तराखंड का प्रसिद्ध टिहरी झील महोत्सव है.

देहरादून: कोरोना वायरस को लेकर दुनिया में कोहराम मचा है, जिसके चलते भारत सरकार और स्वास्थ्य विभाग भी पूरी सतर्कता बरत रहा है. उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस से बचाव के उपाय किये जा रहे हैं. भारत सरकार ने जहां हाल ही में कुछ देशों की यात्रा को लेकर एडवाइजरी जारी की है तो वहीं उत्तराखंड सरकार ने जरूरत पड़ने पर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को भी सील करने की बात कही है.

भारत सरकार ने कोरोना के चलते कई कदम उठाये हैं. इसमें खास तौर पर विदेशी यात्रियों और विदेशों से यात्रा कर भारत आने वाले दूसरे यात्रियों की बारीकी से स्क्रीनिंग समेत प्रभावित देशों में यात्रा न करने की एडवाइजरी जारी की गयी है. उत्तराखंड सरकार भी कोरोना वायरस को लेकर पूरी सतर्कता बरत रही है. जिसके चलते पूरे स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट पर रखा गया है.

अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को किया जा सकता है सील

पढ़ें- कोरोना इफेक्ट: राजभवन में बसंतोत्सव पुष्प प्रदर्शनी कार्यक्रम निरस्त

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उत्तराखंड से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को भी सील किया जा सकता है. अभी उत्तराखंड में कोई भी कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है. स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है. अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सभी लोगों की जांच की जा रही है. अगर जरूरत पड़ेगी तो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर प्रवेश निषेध भी किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने लोगों से सतर्कता बरतने का आग्रह किया है.

बता दें की उत्तराखंड से चीन और नेपाल की सीमाएं लगती हैं. नेपाल-भारत मित्र देश हैं, जिसके कारण नेपाल और भारत की सीमाओं में आसानी से आवाजाही की जाती है. सीमा से लगे जिलों में लोग व्यापार के लिए एक-दूसरे के देश जाते हैं.

ऐसे में उत्तराखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोरोना वायरस को लेकर विशेष सतकर्ता बरती जा रही है. उत्तराखंड सरकार पहले ही कोरोना वायरस के कारण प्रोग्राम रद्द कर चुकी है. जिसमें वेलनेस और एडवेंचर समिट सहित उत्तराखंड का प्रसिद्ध टिहरी झील महोत्सव है.

Last Updated : Mar 12, 2020, 5:09 PM IST
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