देहरादून: राज्य स्तरीय कृषि केंद्रों या सब्जी मंडियों में फैले प्लास्टिक को लेकर सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए त्रिवेंद्र सरकार ने सभी मंडियों को प्लास्टिक मुक्त करने का निर्णय लिया है. प्रदेश मंडी परिषद के अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने कहा है कि वो 1 लाख बैग मंडियों में और 10 हजार छोटे बैग ग्राहकों को बांटकर एक माह तक जागरुकता अभियान चलाएंगे और सुधरने का मौका देंगे. लेकिन इसके बाद प्लास्टिक का प्रयोग करने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा.
दरअसल, ईटीवी भारत ने खबर प्रकाशित की थी कि प्रदेश की कृषि मंडियों में प्लास्टिक का प्रयोग धड़ल्ले से हो रहा है. इस खबर का प्रदेश सरकार ने संज्ञान लिया है. शासन-प्रशासन भी हरकत में आया और कृषि मंडियों को प्लास्टिक मुक्त बनाने को लेकर बड़े स्तर पर काम करने जा रहा है. कृषि मंडी परिषद के अध्यक्ष गजराज बिष्ट का कहना है कि वो मंडियों को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
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गजराज बिष्ट ने एलान किया है कि वो मंडियों में इस्तेमाल होने वाले बड़े प्लास्टिक के कट्टों के विकल्प के रूप में अलग-अलग तरह के जूट के बने 1 लाख बैग वितरित करेंगे, साथ ही छोटे स्तर पर प्लास्टिक को नियंत्रित करने के लिए लाइट 10 हजार गृहणियों को जूट के छोटे बैग बाटेंगे.
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गजराज बिष्ट ने आगे कहा कि 1 सितंबर से 30 सितंबर प्लास्टिक की जगह जूट देने का जागरुकता अभियान चलाया जाएगा. साथ ही लोगों को समझाया जाएगा कि प्लास्टिक का प्रयोग न करें. लेकिन ये मौका केवल एक महीने तक ही रहेगा, जहां एक महीना खत्म हुआ, उसके बाद 2 अक्टूबर के बाद किसी के साथ भी रियायत नहीं बरती जाएगी. प्लास्टिक का प्रयोग करते हुए नियमों का उलंघन करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई देहरादून, हल्द्वानी सहित सभी सरकारी कृषि मंडी के अधीन आने वाले जगहों पर होगी.