देहरादून: फॉरेस्ट गार्ड भर्ती पेपर लीक का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पेपर लीक होने से नाराज उत्तराखंड बेरोजगार महासंघ से जुड़े लोगों ने सचिवालय कूच किया. संघ के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सचिवालय के पहले बैरेकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक दिया. जिससे नाराज होकर प्रदर्शनकारी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए.
उत्तराखंड बेरोजगार महासंघ के प्रदेश संरक्षक कमलेश भट्ट का कहना है कि पूरे प्रदेश के बेरोजगार बीते तीन साल से नौकरी की आस लगाए हुए थे. 1218 पदों के लिए डेढ़ लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने फॉर्म भर परीक्षा की तैयारियों में लग गए थे. 16 फरवरी को परीक्षा हुई तो 60 प्रतिशत से अधिक परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया गया. पुलिस ने लीक मामले में छह लोगों पर मुकदमा दर्ज तो किया लेकिन, यूकेएसएससी के किसी भी कर्मचारी पर अभी तक कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया. परीक्षा में हुई धांधली से प्रदेश के युवाओं के साथ छलावा हुआ है.
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प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सचिवालय कूच करना उनके आंदोलन का पहला कदम है. चयन आयोग सिर्फ कुछ केंद्रों पर दोबारा परीक्षा करवाने की बात कह रहा है, जो गलत है. नाराज अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि अगर फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती की परीक्षा दोबारा नहीं हुई तो वो प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन चलाने को मजबूर होंगे.