देहरादून: ऊर्जा विभाग के कर्मचारी से मारपीट के आरोपी पार्षद की गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन अब मुखर हो गया है. बता दें कि विद्युत सब स्टेशन सहस्त्रधारा रोड आईटी पार्क में क्षेत्रीय पार्षद अभिषेक पंत और कार्मिक उपखंड लिपिक मोहनचंद पाठक के बीच विद्युत कनेक्शन को लेकर मारपीट की घटना से ऊर्जा विभाग के कर्मचारियों में व्याप्त आक्रोश है.
संगठन का कहना है कि यदि पार्षद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें आंदोलन को मजबूर होना होगा. संगठन के प्रमुख महामंत्री दीपक बेनीवाल का कहना है कि पार्षद द्वारा कर्मचारी मोहनचंद पाठक पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं. उन्होंने कहा कि पार्षद द्वारा हमारी कर्मचारी के साथ ड्यूटी के दौरान 4 से 5 लोगों को लेकर मारपीट करना और सरकारी कागजों को फाड़ना अशोभनीय काम है.
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उन्होंने कहा कि इस घटना से आक्रोशित होकर कर्मचारियों ने आईटी पार्क में विगत दिनों धरना देकर पार्षद की गिरफ्तारी की मांग उठाई थी. लेकिन अभी तक पार्षद पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. बेनीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि भी उल्टे पार्षद ऊर्जा कर्मचारी मोहनचंद पाठक को धमकी दे रहा है. उन्होंने कहा कि उस सब स्टेशन को बने हुए 11 साल ही हुए हैं तो फिर क्षेत्रीय विधायक और पार्षद अपने शिकायती पत्रों में मोहन पाठक को 20 साल से इस विद्युत सब स्टेशन पर तैनात दिखा रहे हैं जो कि हैरान कर देने वाला है.
उन्होंने साफ किया कि उपखंड लिपिक मोहन चंद पाठक को अभी इस सब स्टेशन में तैनाती के 5 वर्ष ही हुए हैं. बेनीवाल का कहना है कि यदि मोहनचंद पाठक की संपत्ति की जांच करनी है तो की जाए. लेकिन पार्षद की संपत्ति की जांच भी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अब तक पार्षद ने विद्युत कनेक्शन लेने के लिए कितने लोगों को संस्तुति प्रमाण पत्र दिए इसकी भी जांच होनी चाहिए.
इधर उपखंड लिपिक मोहन चंद पाठक ने अपनी सफाई में कहा कि स्थानीय पार्षद और उसके साथ आए कुछ लोगों ने उनके ऑफिस में आकर उन्हें बुरी तरह मारा-पीटा और देख लेने की धमकी देकर गए. उन्होंने कहा कि इस घटना की जानकारी विभाग के उच्च अधिकारियों को मालूम है यदि शीघ्र ही इस घटना पर पार्षद के खिलाफ कार्रवाई होगी तो उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन राज्य स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा.