भीमताल से बीजेपी के टिकट पर राम सिंह कैड़ा दूसरी बार जीत हासिल की है. राम सिंह कैड़ा भीमताल से निर्दलीय विधायक हैं और चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. इस बार कैरड़ा ने 9804 मतों से जीत हासिल की है. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे काम हैं, जो अधूरे हैं. उनको अब वह जल्द पूरा करेंगे.
देवभूमि उत्तराखंड में बीजेपी को 47 सीटों के साथ बहुमत, कांग्रेस को मिली 19 सीट, 4 अन्य
19:05 March 10
पार्टी का हम फैसला मान्य- कैड़ा
18:54 March 10
केंद्रीय पर्यवेक्षक के अगुवाई में विधायक दल की होगी बैठक
भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने पर बीजेपी प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट ने प्रदेश के मतदाताओं और पार्टी के जीते हुए विधायकों को शुभकामनाएं और बधाई दी है. सुरेश भट्ट ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी अच्छा काम कर रही है. जिसका नतीजा है कि उत्तराखंड में मिथक टूटा है और दोबारा से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के दावों में कोई दम नहीं था, कांग्रेस के पास कोई नहीं नेता है, नहीं नियत है. कांग्रेस केवल व्यक्तियों और गिरोहों की पार्टी नाम पर चलने वाला संगठन है.
18:50 March 10
देवभूमि उत्तराखंड में बीजेपी को 47 सीटों के साथ बहुमत मिल गई है. वहीं, कांग्रेस को 18 सीट मिली है.
17:00 March 10
सरकार बनते ही लागू होगा यूनिफॉर्म सिविल कोड
चुनाव में मिली करारी हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी घोषणा की है. पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री रहूं या नहीं, लेकिन प्रदेश में सरकार बनते ही बीजेपी यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करेगी. सीएम धामी ने कहा कि आज उत्तराखंड की जनता ने स्पष्ट कर दिया है और उनके समर्थन से राज्य में दो-तिहाई से भाजपा की जो सरकार बनी है, वह इस बात का प्रमाण है कि लोगों ने भाजपा को तरजीह दी है. लोगों ने आशीर्वाद देकर भाजपा की सरकार बनाई है.
16:31 March 10
श्रीनगर से धन सिंह रावत जीते
श्रीनगर सीट पर हुए कांटे की टक्कर में धन सिंह रावत जीत गए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने धन सिंह रावत को कड़ी टक्कर दी थी.
15:27 March 10
चुनाव हार गए धामी
बड़ी खबर खटीमा से आ रही है. पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हार गए हैं. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी ने पुष्कर सिंह धामी को चुनाव में शिकस्त दी है. वहीं, गंगोत्री विधानसभा सीट से अजय कोठियाल को बीजेपी के सुरेश चौहान ने शिकस्त दी है.
15:18 March 10
मदन कौशिक जीते
हरिद्वार विधानसभा सीट से मदन कौशिक जीत गए हैं. इस सीट पर पिछले 20 सालों से मदन कौशिश का जादू बरकार है. वहीं, टिहरी विधानसभा सीट से बीजेपी के किशोर उपाध्याय जीत गए हैं. इसके साथ ही गंगोलीहाट विधानसभा सीट से बीजेपी के फकीर राम टम्टा, विकासनगर से बीजेपी के मुन्ना सिंह चौहान, पुरोला से बीजेपी के दुर्गेश्वर लाल और कोटद्वार सीट से ऋतु खंडूड़ी और सोमेश्वर से रेखा आर्य चुनाव जीत गई हैं. किच्छा विधानसभा सीट से कांग्रेस के तिलक राज बेहड़ ने जीत दर्ज की.
14:02 March 10
अरविंद पांडे ने तोड़ा मिथक
अरविंद पांडे ने मिथक तोड़ दिया है. शिक्षा मंत्री रहते हुए अरविंद पांडे ने चुनाव जीत गया है. गदरपुर के अरविंद पांडे चुनाव जीत गए हैं. वहीं, बाजपुर से यशपाल आर्य चुनाव जीत गए हैं. वहीं, सितारगंज से बीजेपी के सौरभ बहुगुणा चुनाव जीत गए हैं. इसके साथ ही सुमित हृदेयश हल्द्वानी और कालाढूंगी से बंशीधर भगत जीत गए. नैनीताल सीट से सरिता आर्य, सहसपुर सीट से बीजेपी के सहदेव सिंह पुंडीर, रामनगर से बीजेपी के दीवान सिंह बिष्ट, भीमताल से राम सिंह कैड़ा, राजपुर रोड से खजान दास और भगवानपुर सीट से ममता राकेश ने जीत दर्ज की है.
13:20 March 10
हार गए हरीश रावत
लालकुआं विधानसभा चुनाव से कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत चुनाव हार गए हैं. लालकुआं विधानसभा सीट से बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट ने हरीश रावत को मात दी है. वहीं, उनकी बेटी अनुपमा रावत हरिद्वार ग्रामीण सीट से जीत गईं हैं. वहीं, मसूरी से बीजेपी विधायक गणेश जोशी, ऋषिकेश से प्रेमचंद अग्रवाल, डोईवाला से बीजेपी प्रत्याशी बृजभूषण गैरोला और लोहाघाट से कांग्रेस के खुशाल सिंह अधिकारी जीत गए हैं. रायपुर विधानसभा सीट से उमेश शर्मा काऊ, जसपुर विधानसभा सीट से आदेश चौहान औरप्रतापनगर से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नेगी भी चुनाव जीत गए हैं. कैंट विधानसभा सीट से स्व हरबंस कपूर की पत्नी सविता कपूर चुनाव जीत गईं हैं.
12:51 March 10
हरिद्वार ग्रामीण सीट से अनुपमा रावत आगे, यतीश्वरानंद मतगणना स्थल छोड़कर निकले
हरिद्वार ग्रामीण सीट से अनुपमा रावत आगे चल रही हैं. जिसके बाद बीजेपी प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद मतगणना स्थल छोड़कर निकल गए हैं.
11:52 March 10
दिग्गजों का हाल
खटीमा से सीएम पुष्कर सिंह धामी, लालकुआं सीट से हरीश रावत, लैंसडाउन सीट से अनुकृति गुसाईं, श्रीनगर से धन सिंह रावत, नैनीताल से संजीव आर्य, नरेंद्रनगर से सुबोध उनियाल, हल्द्वानी से सुमित हृदयेश, हरिद्वार ग्रामीण से स्वामी यतीश्वरानंद और बाजपुर से यशपाल आर्य पीछे चल रहे हैं.
वहीं, दूसरी तरफ गदरपुर से अरविंद पांडे, श्रीनगर से गणेश गोदियाल, मसूरी में गणेश जोशी, टिहरी से किशोर उपाध्याय, खानपुर से कुंवर देवयानी, हरिद्वार से मदन कौशिक, ऋषिकेश से प्रेमचंद अग्रवाल, चकराता से प्रीतम सिंह, सल्ट से रणजीत रावत, सोमेश्वर से रेखा आर्य, कोटद्वार से ऋतु खंडूडी, चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज और डीडीहाट से बिशन सिंह चुफाल आगे चल रहे हैं.
11:39 March 10
पौड़ी जिले का हाल
पौड़ी जिले की 6 विधानसभा सीटों में से पांच पर बीजेपी ने बढ़त बनाई है, वहीं, श्रीनगर विधानसभा में कांग्रेस के गणेश गोदियाल आगे चल रहे हैं.
11:30 March 10
दिग्गज चल रहे पीछे
खटीमा सीट से सीएम पुष्कर सिंह धामी फिर पीछे हो गए हैं. वहीं, लालकुआं सीट से हरीश रावत 9967 वोटों से पीछे चल रहे हैं.
11:20 March 10
उत्तराखंड में बीजेपी कार्यकर्ताओं का जश्न
उत्तराखंड में भाजपा की अच्छी खासी बढ़त नजर से बीजेपी में खासा उत्साह नजर आ रहा है. देहरादून स्थित प्रदेश पार्टी कार्यालय में आला नेताओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता दीप्ति रावत ने कहा कि राज्य में बीजेपी एक बड़े बहुमत के साथ एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है.
11:18 March 10
कांग्रेस की नेक टू नेक फाइट
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने रुझानों पर कहा कि प्रदेश की सभी सीटों पर नेक-टू-नेट फाइट हो रही है. उन्होंने कहा कि कुछ विधानसभाओं में अंतर है, लेकिन यह अंतर बहुत कम है और यह अंतर कभी भी पलट सकता है.
10:57 March 10
दिग्गज चल रहे आगे
हरिद्वार ग्रामीण से अनुपमा रावत आगे चल रही हैं. लैंसडाउन सीट से अनुकृति गुसाईं पीछे चल रही हैं. वहीं पुष्कर सिंह धामी खटीमा से आगे चल रहे हैं. जबकि लालकुआं सीट से हरीश रावत पीछे चल रहे हैं. गदरपुर से अरविंद पांडेय, कोटद्वार से ऋतु खंडूड़ी आगे चल रही हैं. वहीं,टिहरी से किशोर उपाध्याय, मसूरी से गणेश जोशी, खानपुर से कुंवर देवयानी, मदन कौशिक, प्रेमचंद अग्रवाल, प्रीतम सिंह, रेखा आर्य, सतपाल महाराज आगे चल रहे हैं.
10:46 March 10
खटीमा से धामी आगे
खटीमा विधानसभा सीट से सीएम पुष्कर सिंह धामी आगे चल रहे हैं. कांग्रेस के भुवन कापड़ी पीछे चल रहे हैं.
10:36 March 10
उत्तराखंड में 70 सीटों के रुझान आ गए हैं.
उत्तराखंड में 70 सीटों के रुझान आ गए हैं. रुझानों में 43 सीटों पर बीजेपी तो 23 सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है.
10:32 March 10
VIP सीटों पर खलबली
कांग्रेस नेता हरीश रावत 7 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं. वहीं, खटीमा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं. लैंसडाउन से अनुकृति गुसाईं एक हजार वोटों से पीछे और 700 वोटों से कांग्रेस के प्रदेश अधयक्ष गणेश गोदियाल आगे चल रहे हैं.
10:18 March 10
देहरादून विधानसभा में कांटे की टक्कर
देहरादून जिले की 10 विधानसभाओं में से 3 विधानसभा चकराता, सहसपुर और धर्मपुर विधानसभा में कांग्रेस आगे चल रही है. वहीं, विकासनगर, देहरादून कैंट, मसूरी, रायपुर, राजपुर रोड, डोईवाला, ऋषिकेश में बीजेपी आगे है.
10:06 March 10
लैंसडाउन से अनुकृति गुसाईं पीछे
लैंसडाउन से अनुकृति गुसाईं पीछे चल रही हैं. गदरपुर से अरविंद पांडेय, कोटद्वार से ऋतु खंडूड़ी आगे चल रही हैं. वहीं, खटीमा से पुष्कर सिंह धामी, लालकुआं से हरीश रावत, बाजपुर से यशपाल आर्य और श्रीनगर से धन सिंह रावत पीछे चल रहे हैं.
09:54 March 10
खटीमा से धामी पीछे
खटीमा से पुष्कर सिंह धामी, लालकुआं सीट से हरीश रावत, टिहरी से किशोर उपाध्याय, लैंसडाउन सीट से अनुकृति गुसाईं, कालाढूंगी से बंशीधर भगत, श्रीनगर से धन सिंह रावत पीछे, खानपुर से कुंवर देवयानी, चकराता से रामशरण नौटियाल, सल्ट से रणजीत रावत, नैनीताल से संजीव आर्य, नरेंद्रनगर से सुबोध उनियाल और हल्द्वानी से सुमित हृदयेश पीछे चल रहे हैं.
वहीं, श्रीनगर से गणेश गोदियाल, मसूरी से गणेश जोशी, गदरपुर से अरविंद पांडेय, हरिद्वार से मदन कौशिक,ऋषिकेश के प्रेमचंद अग्रवाल, चकराता से प्रीतम सिंह, सोमेश्वर से रेखा आर्य, चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज, हरिद्वार ग्रामीण से स्वामी यतीश्वरानंद, डीडीहाट से बिशन सिंह चुफाल, यशपाल आर्य से बाजपुर आगे चल रहे हैं.
09:28 March 10
लालकुआं से हरीश रावत पीछे
उत्तराखंड में 69 सीटों के रुझान आ गए हैं. भीमताल सीट से रुझाना आना बाकी है. खटीमा सीट से सीएम पुष्कर सिंह धामी आगे चल रहे हैं. वहीं. लालकुआं सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत पीछे चल रहे हैं. कालाढूंगी से बंशीधर भगत, श्रीनगर से धन सिंह रावत और खानपुर सीट से कुंवर देवयानी पीछे चल रही हैं. गंगोत्री विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेश चौहान आगे चल रहे हैं. गदरपुर से शिक्षामंत्री अरविंज पांडे पीछे चल रहे हैं. रुझानों में बीजेपी 39 और कांग्रेस 26 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, 4 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी आगे चल रहे हैं.
09:25 March 10
रुझानों पर बोले हरीश रावत
रुझानों में कांग्रेस की बढ़त पर बोलते हुए हरीश रावत ने कहा कि हम ज्यादातर सीटों पर जीत रहे हैं और जहां हम पीछे चल रहे हैं वहां एक करीबी मुकाबला है. एक घंटे में ये बढ़त उत्तराखंड में कांग्रेस के लिए बहुमत में तब्दील हो जाएगी. देहरादून में कांग्रेस नेता हरीश रावत
09:14 March 10
रुझानों में खटीमा से सीएम पुष्कर सिंह धामी आगे चल रहे हैं. वहीं, गदरपुर से अरविंद पांडे से आगे चल रहे हैं. श्रीनगर से धन सिंह रावत पीछे चल रहे हैं और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल आगे चल रहे हैं. वहीं, हरिद्वार ग्रामीण सीट से बीजेपी के स्वामी यतीश्वरानंद आगे चल रहे हैं. मसूरी से बीजेपी के गणेश जोशी, टिहरी से किशोर उपाध्याय आगे, हरिद्वार से मदन कौशिक, ऋषिकेश के प्रेमचंद अग्रवाल, सोमेश्वर से रेखा आर्य आगे चल रही हैं.
09:05 March 10
सुबह 9 बजे के रुझान
हरिद्वार सीट से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक आगे चल रहे हैं. AAP के सीएम प्रत्याशी कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री सीट से पीछे चल रहे हैं. चकराता में प्रीतम सिंह 1300 वोटों से आगे चल रहे हैं. चकराता से सिंगर जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण पीछे चल रहे हैं. हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं भी चल रहीं पीछे. चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज आगे और रुद्रपुर से बीजेपी के शिव अरोड़ा आगे चल रहे हैं.
08:55 March 10
रुझानों में कौन आगे-कौन पीछे
हरिद्वार सीट से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पीछे चल रहे हैं. चकराता से सिंगर जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल पीछे चल रहे हैं. चकराता से कांग्रेस के प्रीतम सिंह आगे चल रहे हैं. हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं लैंसडाउन से पीछे चल रहीं हैं. आप के सीएम प्रत्याशी कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री सीट से पीछे चल रहे हैं.
08:46 March 10
ईवीएम की गिनती शुरू
देहरादून जिले की सभी 10 विधानसभाओं में ईवीएम की गिनती शुरू हो गई है. अभी तक इन विधानसभाओं में पोस्टल बैलट की गिनती हो रही थी.
08:33 March 10
रुझानों में कौन ये दिग्गज आगे
लैंसडाउन सीट से अनुकृति गुसाईं, हरिद्वार से मदन कौशिक, चकराता से रामशरण नौटियाल, सल्ट से रणजीत सिंह रावत पीछे चल रहे हैं. वहीं, मसूरी से गणेश जोशी, ऋषिकेश से प्रेमचंद अग्रवाल, चकराता से प्रीतम सिंह, सोमेश्वर से रेखा आर्य, नैनीताल से संजीव आर्य, डीडीहाट से बिशन सिंह चुफाल और बाजपुर से यशपाल आर्य आगे चल रहे हैं.
08:21 March 10
सीटों का हाल
उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी है. ताजा रुझानों के मुताबिक बीजेपी 11 और कांग्रेस 12 सीटों पर आगे चल रही है. हरिद्वार सीट से मदन कौशिक, लैंसडाउन सीट से अनुकृति गुसाईं पीछे चल रही हैं. वहीं, प्रीतम सिंह, संजीव आर्य, बिशन सिंह चुफाल, यशपाल आर्य आगे चल रहे हैं.
07:57 March 10
उत्तराखंड में काउंटिंग शुरू
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सबकी नजर टिकी हुई है. प्रदेश के सभी 13 जिलों में मतगणना शुरू हो गई है. दोपहर तक काफी कुछ परिदृश्य स्पष्ट हो जाएगा कि मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों में से किन 70 की किस्मत चमकने जा रही है.
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि प्रत्येक विधानसभा के लिए 3 हॉल हैं, जिनमें 2 में EVM और एक में पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है. प्रदेश की सभी 70 विधानसभाओं के लिए 107314 पोस्टल बैलेट प्राप्त हुए हैं. वहीं कुल 166325 पोस्टल बैलेट जारी किए गए हैं. इनमें सर्विस मतदाताओं के 42110, निर्वाचन ड्यूटी में तैनात कार्मिकों के 49264 और 80 वर्ष से अधिक आयु और दिव्यांग मतदाताओं के 15940 पोस्टल बैलेट शामिल हैं. थ्री-लेयर सिक्योरिटी और CCTV कैमरे लगाए गए हैं. मतगणना केंद्र में मोबाइल फोन की अनुमति नहीं है.
गौरतलब है कि है पहाड़ी राज्य उत्तराखंड की विधानसभा में कुल 70 सीटें और सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की जरूरत होगी. एग्जिट पोल में उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार के वापसी का अनुमान जताया गया है.
07:21 March 10
भाजपा और कांग्रेस की नजर बागियों पर
भाजपा और कांग्रेस के बागी भी परिणाम पर असर डाल सकते हैं. इस चुनाव में भाजपा से 13 और कांग्रेस के छह बागी मैदान में हैं. दिलचस्प बात यह कि दोनों ही दल अब कड़े मुकाबले में फंसने के बाद अपने उन बागियों से संपर्क में जुट गए हैं, जो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं और मुख्य मुकाबले का हिस्सा माने जा रहे हैं. यह कवायद इसलिए, ताकि जीतने की स्थिति में इन्हें अपने पाले में लाया जा सके.
06:36 March 10
हरीश रावत ने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा पर खड़े किए सवाल
मतगणना से ठीक पहले पूर्व सीएम हरीश रावत ने हरिद्वार अंदर स्ट्रांग रूम में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे बंद होने की बात कही है. साथ ही उन्होंने इस मामले में चुनाव आयोग और जिला निर्वाचन अधिकारी को संज्ञान लेने की बात कही है. उन्होंने स्ट्रांग रूम में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे बंद होने पर चुनाव निष्पक्ष होने को लेकर सवाल उठाए हैं.
06:29 March 10
सुबह 8 बजे से शुरू होगी मतगणना
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सबकी नजर टिकी हुई है. 14 फरवरी को संपन्न हुए मतदान के बाद से ही लोगों को बेसब्री से नतीजों का इंतजार है. आज होनी वाली मतगणना के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी. दोपहर तक काफी कुछ परिदृश्य स्पष्ट हो जाएगा कि मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों में से किन 70 की किस्मत चमकने जा रही है. उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद पांचवें विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के मध्य कांटे का मुकाबला है.
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि सभी 13 जिलों के लिए मतगणना के लिए सभी तैयारी हो गई हैं. प्रत्येक विधानसभा के लिए 3 हॉल हैं जिनमें 2 में EVM और एक में पोस्टल बैलेट की गिनती होगी. 3-लेयर सिक्योरिटी और CCTV कैमरे लगाए गए हैं. मतगणना केंद्र में मोबाइल फोन की अनुमति नहीं है. गौरतलब है कि है पहाड़ी राज्य उत्तराखंड की विधानसभा में कुल 70 सीटें और सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की जरूरत होगी. एग्जिट पोल में उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार के वापसी का अनुमान जताया गया है.
06:27 March 10
इन सीटों पर रहेगी नजर
खटीमा विधानसभा सीट: खटीमा विधानसभा सीट सूबे की सबसे हॉट सीट बनकर उभरी है. पुष्कर सिंह धामी के उत्तराखंड के 11वां मुख्यमंत्री बनने के बाद से ये सीट सुर्खियों में है. सीएम धामी की सीट होने के कारण सभी की निगाहें इसके परिणाम पर टिकी होंगी. इस बार सीएम पुष्कर सिंह धामी और कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी के बीच कांटे की टक्कर है. खटीमा की पहचान देश के एकमात्र क्रोकोडाइल ईको पार्क को लेकर भी है. पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल से आते हैं और राजपूत जाति से हैं, ऐसे में खटीमा में उनका बड़ा जनाधार है.
खटीमा विधानसभा सीट के राजनीतिक अतीत की बात करें तो 2002 और 2007 के चुनाव में कांग्रेस के एडवोकेट गोपाल सिंह राणा विधायक निर्वाचित हुए थे. 2012 के चुनाव में बीजेपी ने भगत सिंह कोश्यारी के मुख्यमंत्री रहते समय उनके ओएसडी रहे पुष्कर सिंह धामी को उम्मीदवार बनाया. बीजेपी के पुष्कर सिंह धामी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के देवेंद्र चंद्र को 5,394 वोट से हरा दिया और पहली बार विधायक निर्वाचित हुए.
इस विधानसभा क्षेत्र में महाराणा प्रताप के वंशज माने जाने वाले राणा-थारू परिवारों के साथ ही पिथौरागढ़, मुन्स्यारी, लोहाघाट, चंपावत इलाके से आए पर्वतीय लोग भी निवास करते हैं. यहां अच्छी तादाद देश विभाजन के समय आए सिख परिवारों और मुस्लिमों की भी है. 1984 के दंगों के दौरान पंजाब से भागे लोगों ने बड़ी तादाद में यहां के जंगलों में बसेरा बनाया था.
लालकुआं विधानसभा सीट: यह विधानसभा सीट उत्तराखंड के कद्दावर नेताओं में शुमार हरीश रावत की वजह से सुर्खियों में है. पिछले चुनाव में दो सीटों से हारे हरीश रावत इस बार कोई चूक नहीं करना चाहते हैं. स्थानीय लोग लालकुआं की लड़ाई स्थानीय बनाम सीएम के चेहरे की बता रहे हैं. लालकुआं सीट पर हरीश रावत और बीजेपी प्रत्याशी मोहन बिष्ट के बीच लड़ाई है.
विधानसभा सीट के तौर पर लालकुआं इस बार यह तीसरा चुनाव देख रहा है. लालकुआं विधानसभा सीट साल 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी. पूर्व सीएम हरीश रावत के मैदान में आने से इस सीट पर अब पूरे प्रदेश की नजर है. 2012 के चुनाव में दुर्गापाल 25 हजार से अधिक वोट लेकर यहां निर्दलीय चुनाव जीते थे. 2017 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर नवीन दुम्का विधायक चुने गए. लालकुआं विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में हर जाति-वर्ग के लोग रहते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण और राजपूत बिरादरी के मतदाताओं की बहुलता है. अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति के मतदाता भी लालकुआं विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
गंगोत्री विधानसभा सीट: प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के नाम वाली इस सीट पर राज्य गठन के बाद हुए चुनावों में जनता ने भाजपा और कांग्रेस को बारी-बारी से मौका दिया है. आम आदमी पार्टी के सीएम चेहरा रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल के गंगोत्री सीट से चुनाव मैदान में उतरने से यह वीआईपी सीट बनकर उभरी है. इस बार गंगोत्री सीट पर आप प्रत्याशी अजय कोठियाल, बीजेपी प्रत्याशी सुरेश चौहान और कांग्रेस नेता विजयपाल सजवाण के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.
गंगोत्री विधानसभा सीट का मिथक यूपी से लेकर उत्तराखंड बनने के बाद से अब तक जारी है. स्वतंत्रता के बाद से पिछले चुनाव तक जिस भी पार्टी का प्रत्याशी जीत कर आया उसकी सरकार बनी है. उत्तराखंड बनने के बाद 2002 में हुए चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर विजयपाल सजवाण ने जीत दर्ज की थी. 2007 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर गोपाल सिंह रावत चुनाव जीते और प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी. 2012 के चुनाव में कांग्रेस के विजयपाल सजवाण चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. 2017 के चुनाव में बीजेपी से गोपाल रावत चुनाव जीते थे. 2022 के चुनाव में इस सीट पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा और कांग्रेस के साथ आप ने जोर लगाया हुआ है.
चकराता विधानसभा सीट: उत्तराखंड के देहरादून जिले की एक विधानसभा सीट है चकराता. चकराता ब्रिटिशकालीन शहर होने के साथ ही मशहूर पर्यटन स्थल भी है. चकराता अपने प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही नृत्य कला, अपने पर्व और अनूठी संस्कृति के लिये भी देश-दुनिया में अलग पहचान रखता है.
चकराता विधानसभा सीट पर उत्तराखंड राज्य गठन के बाद कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा है. 2002 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के प्रीतम सिंह विधायक बने. 2002 से लेकर अब तक लगातार प्रीतम सिंह ही विधायक हैं. प्रीतम सिंह ने 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में भी अपने प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों को चुनावी रणभूमि में पटखनी दी. कांग्रेस का ये मजबूत किला भारतीय जनता पार्टी कभी भेद नहीं पाई. हालांकि इस बार बीजेपी बॉलीवुड के मशहूर गायक जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल के जरिए इस किले में सेंध लगाने का प्रयास कर रही है.
श्रीनगर विधानसभा सीट: श्रीनगर विधानसभा सीट इसीलिए हॉट सीट में तब्दील हो गई है क्योंकि इस सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और बीजेपी के कद्दावर नेता डॉ धन सिंह रावत के बीच टक्कर है. श्रीनगर के लोगों का भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में गहरा जुड़ाव रहा. यहां पर 1930 में जवाहर लाल नेहरू और विजयलक्ष्मी पंडित जैसे नेताओं का आगमन हुआ था.
इस सीट पर 2002 में कांग्रेस से सुंदर लाल मंद्रवाल ने जीत दर्ज की थी. 2007 में भाजपा से बृजमोहन कोतवाल ने 13,551 मतों के साथ कांग्रेस के सुंदर लाल मंद्रवाल को हराया था. 2012 में इस सीट पर कांग्रेस के गणेश गोदियाल ने 27,993 मतों के साथ भाजपा के डॉ. धन सिंह रावत को हराया था. 2017 में भारतीय जनता पार्टी से डॉ. धन सिंह रावत ने कांग्रेस के गणेश गोदियाल को 8698 मतों के अंतर से हराया था.
डॉ. धन सिंह रावत उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और पौड़ी जिले के पैठनी गांव के रहने वाले हैं. धन सिंह रावत राम जन्मभूमि आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं. उत्तराखंड राज्य के लिए आंदोलन में भी वो काफी सक्रिय थे. इस आंदोलन के दौरान उन्हें जेल भी जाना पड़ा था.
चौबट्टाखाल विधानसभा सीट: उत्तराखंड में 2022 के चुनाव में यह सीट काफी चर्चाओं में है. इसका सबसे बड़ा कारण सतपाल महाराज का यहां से चुनावी मैदान में होना है. इस सीट के समीकरण में बदलाव हुए हैं. 2002 से लेकर 2012 तक इस सीट का ज्यादातर हिस्सा बीरोंखाल विधानसभा क्षेत्र में शामिल था.
बीरोंखाल सीट से 2002 और 2007 में सतपाल महाराज की पत्नी अमृता रावत लगातार विधायक रहीं. 2012 के परिसीमन के बाद चौबट्टाखाल पहली बार अस्तित्व में आया और यहां से भाजपा के तीरथ सिंह रावत पहले विधायक बने.
2016 में मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश के लिए सतपाल महाराज कांग्रेस से भाजपा में आ गए. हालांकि यहां भी उन्हें मुख्यमंत्री का पद नहीं मिल सका. 2017 के चुनाव में सतपाल महाराज ने यहां से जीत तो हासिल की लेकिन मुख्यमंत्री नहीं बन पाए. इस सीट की बात करें तो यहां पूर्व सैनिक ज्यादा संख्या में मतदाता हैं. इस बार कांग्रेस ने पिछली बार नंबर दो पर रहे प्रत्याशी को बदलकर नए चेहरे पर दांव लगाया है और केसर सिंह नेगी को चुनावी मैदान में उतारा है. सतपाल महाराज एक राजनीतिक व्यक्ति होने के साथ-साथ धार्मिक संत की भी हैसियत रखते हैं. हालांकि इस बार उनके लिए कहीं ना कहीं चुनौतियां ज्यादा हैं.
हरिद्वार विधानसभा सीट: धर्मनगरी हरिद्वार मां गंगा और राजा दक्ष की नगरी की वजह से आस्था का केंद्र है. हरिद्वार विधानसभा सीट भाजपा का मजबूत किला है, जिसमें पिछले 20 सालों से भाजपा का कब्जा रहा है और बीजेपी के टिकट पर लगातार मदन कौशिक जीतते रहे हैं.
मदन कौशिक ने राजनीतिक पारी बीजेपी से ही शुरू की थी. वे 2000 में हरिद्वार से जिला महामंत्री और फिर जिला अध्यक्ष बने. इसके बाद 2002 में हरिद्वार सीट से विधायक चुने गए. तब से वे लगातार चार बार जीत हासिल कर चुके हैं. मदन कौशिक राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ रखते हैं. यही वजह है कि वे हरिद्वार सीट पर पिछले 20 सालों से एकतरफा कब्जा जमाए हुए हैं.
साल 2022 के चुनाव में हरिद्वार सीट से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक 5वीं बार जीत के रिकॉर्ड के लिए मैदान में हैं. इस बार मदन कौशिक के सामने कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी मैदान में हैं. 2002 में हुए चुनाव में बीजेपी के मदन कौशिक के सामने कांग्रेस के पारस कुमार जैन थे. तब मदन कौशिक ने 2900 से अधिक मतों से जीत दर्ज की.
2007 में हुए दूसरे चुनाव में मदन कौशिक ने सपा के अंबरीश कुमार को 26 हजार से अधिक मतों से हराया. 2012 में मदन कौशिक ने सतपाल ब्रह्मचारी को 8 हजार से अधिक मतों से हराया. 2017 के चुनाव में मदन कौशिक ने कांग्रेस के ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी को 35 हजार से अधिक मतों के हराया. इस तरह मदन कौशिक का इस सीट पर रिकॉर्ड दबदबा रहा है.
बाजपुर विधानसभा सीट: उत्तराखंड की राजनीति में यशपाल आर्य किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. उत्तराखंड की दलित राजनीति का बड़ा चेहरा माने जाने वाले यशपाल आर्य अपनी सौम्यता के लिए भी लोकप्रिय हैं. कांग्रेस एवं बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दायित्व निभा चुके यशपाल आर्य की वजह से ये सीट चर्चाओं में है.
2022 के चुनाव से ठीक पहले यशपाल आर्य अपने बेटे के साथ वापस कांग्रेस में शामिल हो गए थे. ऐसे में इस बार आर्य कांग्रेस के टिकट पर चुनावी ताल ठोंक कर रहे हैं. परिसीमन में बाजपुर विधानसभा क्षेत्र कुंडेश्वरी तक विस्तारित हुई और इसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया. पूर्व सीएम एनडी तिवारी भी बाजपुर से जीत हासिल करते रहे थे.
2012 में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुई बाजपुर सीट से यशपाल आर्य लगातार दो बार विधानसभा पहुंचे. एक बार कांग्रेस तो दूसरी बार भाजपा से उन्हें यह मौका मिला. उनके कद को देखते हुए दोनों बार कैबिनेट मंत्री का ओहदा मिला तो बाजपुर भी वीआईपी सीट बनकर उभरी. बाजपुर वर्तमान कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय का पुराना गढ़ रहा है. 2002 में भाजपा के अरविंद पांडेय विधायक बने. तब उन्होंने निर्दलीय जनकराज शर्मा को हराया था. 2007 में कांग्रेस प्रत्याशी जनकराज की मृत्यु के चलते हुए उपचुनाव में अरविंद पांडेय ने उनकी पत्नी कैलाश रानी शर्मा को हराया. 2012 में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए और 2017 में बीजेपी के टिकट पर यशपाल आर्य ने मैदान मारा.
लैंसडाउन विधानसभा सीट: ये विधानसभा सीट पौड़ी गढ़वाल जिले की एक विधानसभा सीट है. लैंसडाउन क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित नाम है. लैंसडाउन में ही गढ़वाल राइफल रेजिमेंट का मुख्यालय भी है. लैंसडाउन विधानसभा सीट उत्तराखंड की सियासत में महत्वपूर्ण स्थान रखती है.
इस बार हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं के चलते यह सीट सुर्खियों में है. अनुकृति की प्रारंभिक शिक्षा लैंसडाउन के आर्मी पब्लिक स्कूल में 12वीं तक हुई है. दरअसल, अनुकृति साल 2018 से ही लैंसडाउन विधानसभा सीट पर सोशल वर्क का काम कर रही हैं जो उन्हें जीत के प्रति आश्वस्त करता है.
अनुकृति गुसाईं के ससुर हरकर सिंह रावत 2002 में लैंसडाउन सीट से चुनाव जीते थे. 2007 में भी वह लैंसडाउन से चुनाव जीते. 2012 में उन्होंने रुद्रप्रयाग से चुनाव लड़ा और जीता. 2017 में वह कोटद्वार विधानसभा सीट से चुनाव जीते. वहीं, 2017 के चुनाव में भी बीजेपी ने दलीप सिंह रावत को चुनाव मैदान में उतारा था. इस बार दलीप सिंह रावत और अनुकृति गुसाईं के बीच टक्कर है.
टिहरी विधानसभा सीट: इस विधानसभा चुनाव में टिहरी सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है. टिहरी सीट पर कांग्रेस का जो चेहरा था, वह अब भाजपा की तरफ से चुनाव लड़ता नजर आया. वहीं भाजपा का चेहरा अब कांग्रेस की तरफ से इस चुनाव में लड़ा. अदला-बदली की इस राजनीति से टिहरी की सीट काफी चर्चा का विषय बनी है. दरअसल, टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस से नाराज होकर किशोर उपाध्याय बीजेपी में शामिल हो गए थे. वहीं, टिकट कटने पर बीजेपी नेता धन सिंह नेगी कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
टिहरी उत्तराखंड का एक प्रमुख हिल स्टेशन है. टिहरी बांध के लिए भी प्रसिद्ध है. यह पर्यटन के नक्शे पर अलग पहचान रखता है. टिहरी अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए सैलानियों के पसंदीदा टूरिस्ट स्पॉट में से एक है.
टिहरी विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो ये सीट उत्तराखंड राज्य गठन के बाद शुरुआती दशक में कांग्रेस का गढ़ रही. समय के साथ इस सीट पर कांग्रेस की पकड़ कमजोर पड़ती चली गई. 2002 और 2007 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर किशोर उपाध्याय विधायक निर्वाचित हुए थे.
टिहरी विधानसभा सीट से 2012 के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार दिनेश धनै ने कांग्रेस के किशोर उपाध्याय का विजय रथ रोक दिया था. टिहरी विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के धन सिंह नेगी ने जीत हासिल की.
टिहरी विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में हर जाति-वर्ग के लोग रहते हैं. टिहरी विधानसभा क्षेत्र में शहरी इलाके के मतदाता हैं तो ग्रामीण इलाकों के मतदाता भी चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में सामान्य वर्ग के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं.
06:27 March 10
पिछली बार के चुनाव में क्या रहा था नतीजा
राज्य में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 57 सीट जीतकर प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी. जबकि विपक्षी दल कांग्रेस को महज 11 सीटें मिली थीं. त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन बाद में उन्हें हटाकर बीजेपी ने पहले तीरथ सिंह रावत और महज कुछ महीने बाद पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का सीएम बनाया था.
06:26 March 10
कई नेताओं की साख दांव पर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत समेत कई नेताओं की साख दांव पर लगी है. हरीश रावत इस बार कुमाऊं के लालकुआं से चुनावी मैदान में हैं तो वहीं हरक सिंह रावत ने चुनाव के ठीक पहले भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं ने कांग्रेस के टिकट पर लैंसडाउन से चुनाव लड़ा है. रावत पर बहू को जिताने का दबाव है.
06:10 March 10
Uttarakhand Election Results 2022 LIVE Updates
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सबकी नजर टिकी हुई है. 14 फरवरी को संपन्न हुए मतदान के बाद से ही लोगों को बेसब्री से नतीजों का इंतजार है. आज होनी वाली मतगणना के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी. दोपहर तक काफी कुछ परिदृश्य स्पष्ट हो जाएगा कि मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों में से किन 70 की किस्मत चमकने जा रही है. उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद पांचवें विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के मध्य कांटे का मुकाबला है.
19:05 March 10
पार्टी का हम फैसला मान्य- कैड़ा
भीमताल से बीजेपी के टिकट पर राम सिंह कैड़ा दूसरी बार जीत हासिल की है. राम सिंह कैड़ा भीमताल से निर्दलीय विधायक हैं और चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. इस बार कैरड़ा ने 9804 मतों से जीत हासिल की है. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे काम हैं, जो अधूरे हैं. उनको अब वह जल्द पूरा करेंगे.
18:54 March 10
केंद्रीय पर्यवेक्षक के अगुवाई में विधायक दल की होगी बैठक
भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने पर बीजेपी प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट ने प्रदेश के मतदाताओं और पार्टी के जीते हुए विधायकों को शुभकामनाएं और बधाई दी है. सुरेश भट्ट ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी अच्छा काम कर रही है. जिसका नतीजा है कि उत्तराखंड में मिथक टूटा है और दोबारा से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के दावों में कोई दम नहीं था, कांग्रेस के पास कोई नहीं नेता है, नहीं नियत है. कांग्रेस केवल व्यक्तियों और गिरोहों की पार्टी नाम पर चलने वाला संगठन है.
18:50 March 10
देवभूमि उत्तराखंड में बीजेपी को 47 सीटों के साथ बहुमत मिल गई है. वहीं, कांग्रेस को 18 सीट मिली है.
17:00 March 10
सरकार बनते ही लागू होगा यूनिफॉर्म सिविल कोड
चुनाव में मिली करारी हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी घोषणा की है. पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री रहूं या नहीं, लेकिन प्रदेश में सरकार बनते ही बीजेपी यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करेगी. सीएम धामी ने कहा कि आज उत्तराखंड की जनता ने स्पष्ट कर दिया है और उनके समर्थन से राज्य में दो-तिहाई से भाजपा की जो सरकार बनी है, वह इस बात का प्रमाण है कि लोगों ने भाजपा को तरजीह दी है. लोगों ने आशीर्वाद देकर भाजपा की सरकार बनाई है.
16:31 March 10
श्रीनगर से धन सिंह रावत जीते
श्रीनगर सीट पर हुए कांटे की टक्कर में धन सिंह रावत जीत गए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने धन सिंह रावत को कड़ी टक्कर दी थी.
15:27 March 10
चुनाव हार गए धामी
बड़ी खबर खटीमा से आ रही है. पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हार गए हैं. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी ने पुष्कर सिंह धामी को चुनाव में शिकस्त दी है. वहीं, गंगोत्री विधानसभा सीट से अजय कोठियाल को बीजेपी के सुरेश चौहान ने शिकस्त दी है.
15:18 March 10
मदन कौशिक जीते
हरिद्वार विधानसभा सीट से मदन कौशिक जीत गए हैं. इस सीट पर पिछले 20 सालों से मदन कौशिश का जादू बरकार है. वहीं, टिहरी विधानसभा सीट से बीजेपी के किशोर उपाध्याय जीत गए हैं. इसके साथ ही गंगोलीहाट विधानसभा सीट से बीजेपी के फकीर राम टम्टा, विकासनगर से बीजेपी के मुन्ना सिंह चौहान, पुरोला से बीजेपी के दुर्गेश्वर लाल और कोटद्वार सीट से ऋतु खंडूड़ी और सोमेश्वर से रेखा आर्य चुनाव जीत गई हैं. किच्छा विधानसभा सीट से कांग्रेस के तिलक राज बेहड़ ने जीत दर्ज की.
14:02 March 10
अरविंद पांडे ने तोड़ा मिथक
अरविंद पांडे ने मिथक तोड़ दिया है. शिक्षा मंत्री रहते हुए अरविंद पांडे ने चुनाव जीत गया है. गदरपुर के अरविंद पांडे चुनाव जीत गए हैं. वहीं, बाजपुर से यशपाल आर्य चुनाव जीत गए हैं. वहीं, सितारगंज से बीजेपी के सौरभ बहुगुणा चुनाव जीत गए हैं. इसके साथ ही सुमित हृदेयश हल्द्वानी और कालाढूंगी से बंशीधर भगत जीत गए. नैनीताल सीट से सरिता आर्य, सहसपुर सीट से बीजेपी के सहदेव सिंह पुंडीर, रामनगर से बीजेपी के दीवान सिंह बिष्ट, भीमताल से राम सिंह कैड़ा, राजपुर रोड से खजान दास और भगवानपुर सीट से ममता राकेश ने जीत दर्ज की है.
13:20 March 10
हार गए हरीश रावत
लालकुआं विधानसभा चुनाव से कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत चुनाव हार गए हैं. लालकुआं विधानसभा सीट से बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट ने हरीश रावत को मात दी है. वहीं, उनकी बेटी अनुपमा रावत हरिद्वार ग्रामीण सीट से जीत गईं हैं. वहीं, मसूरी से बीजेपी विधायक गणेश जोशी, ऋषिकेश से प्रेमचंद अग्रवाल, डोईवाला से बीजेपी प्रत्याशी बृजभूषण गैरोला और लोहाघाट से कांग्रेस के खुशाल सिंह अधिकारी जीत गए हैं. रायपुर विधानसभा सीट से उमेश शर्मा काऊ, जसपुर विधानसभा सीट से आदेश चौहान औरप्रतापनगर से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नेगी भी चुनाव जीत गए हैं. कैंट विधानसभा सीट से स्व हरबंस कपूर की पत्नी सविता कपूर चुनाव जीत गईं हैं.
12:51 March 10
हरिद्वार ग्रामीण सीट से अनुपमा रावत आगे, यतीश्वरानंद मतगणना स्थल छोड़कर निकले
हरिद्वार ग्रामीण सीट से अनुपमा रावत आगे चल रही हैं. जिसके बाद बीजेपी प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद मतगणना स्थल छोड़कर निकल गए हैं.
11:52 March 10
दिग्गजों का हाल
खटीमा से सीएम पुष्कर सिंह धामी, लालकुआं सीट से हरीश रावत, लैंसडाउन सीट से अनुकृति गुसाईं, श्रीनगर से धन सिंह रावत, नैनीताल से संजीव आर्य, नरेंद्रनगर से सुबोध उनियाल, हल्द्वानी से सुमित हृदयेश, हरिद्वार ग्रामीण से स्वामी यतीश्वरानंद और बाजपुर से यशपाल आर्य पीछे चल रहे हैं.
वहीं, दूसरी तरफ गदरपुर से अरविंद पांडे, श्रीनगर से गणेश गोदियाल, मसूरी में गणेश जोशी, टिहरी से किशोर उपाध्याय, खानपुर से कुंवर देवयानी, हरिद्वार से मदन कौशिक, ऋषिकेश से प्रेमचंद अग्रवाल, चकराता से प्रीतम सिंह, सल्ट से रणजीत रावत, सोमेश्वर से रेखा आर्य, कोटद्वार से ऋतु खंडूडी, चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज और डीडीहाट से बिशन सिंह चुफाल आगे चल रहे हैं.
11:39 March 10
पौड़ी जिले का हाल
पौड़ी जिले की 6 विधानसभा सीटों में से पांच पर बीजेपी ने बढ़त बनाई है, वहीं, श्रीनगर विधानसभा में कांग्रेस के गणेश गोदियाल आगे चल रहे हैं.
11:30 March 10
दिग्गज चल रहे पीछे
खटीमा सीट से सीएम पुष्कर सिंह धामी फिर पीछे हो गए हैं. वहीं, लालकुआं सीट से हरीश रावत 9967 वोटों से पीछे चल रहे हैं.
11:20 March 10
उत्तराखंड में बीजेपी कार्यकर्ताओं का जश्न
उत्तराखंड में भाजपा की अच्छी खासी बढ़त नजर से बीजेपी में खासा उत्साह नजर आ रहा है. देहरादून स्थित प्रदेश पार्टी कार्यालय में आला नेताओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता दीप्ति रावत ने कहा कि राज्य में बीजेपी एक बड़े बहुमत के साथ एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है.
11:18 March 10
कांग्रेस की नेक टू नेक फाइट
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने रुझानों पर कहा कि प्रदेश की सभी सीटों पर नेक-टू-नेट फाइट हो रही है. उन्होंने कहा कि कुछ विधानसभाओं में अंतर है, लेकिन यह अंतर बहुत कम है और यह अंतर कभी भी पलट सकता है.
10:57 March 10
दिग्गज चल रहे आगे
हरिद्वार ग्रामीण से अनुपमा रावत आगे चल रही हैं. लैंसडाउन सीट से अनुकृति गुसाईं पीछे चल रही हैं. वहीं पुष्कर सिंह धामी खटीमा से आगे चल रहे हैं. जबकि लालकुआं सीट से हरीश रावत पीछे चल रहे हैं. गदरपुर से अरविंद पांडेय, कोटद्वार से ऋतु खंडूड़ी आगे चल रही हैं. वहीं,टिहरी से किशोर उपाध्याय, मसूरी से गणेश जोशी, खानपुर से कुंवर देवयानी, मदन कौशिक, प्रेमचंद अग्रवाल, प्रीतम सिंह, रेखा आर्य, सतपाल महाराज आगे चल रहे हैं.
10:46 March 10
खटीमा से धामी आगे
खटीमा विधानसभा सीट से सीएम पुष्कर सिंह धामी आगे चल रहे हैं. कांग्रेस के भुवन कापड़ी पीछे चल रहे हैं.
10:36 March 10
उत्तराखंड में 70 सीटों के रुझान आ गए हैं.
उत्तराखंड में 70 सीटों के रुझान आ गए हैं. रुझानों में 43 सीटों पर बीजेपी तो 23 सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है.
10:32 March 10
VIP सीटों पर खलबली
कांग्रेस नेता हरीश रावत 7 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं. वहीं, खटीमा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं. लैंसडाउन से अनुकृति गुसाईं एक हजार वोटों से पीछे और 700 वोटों से कांग्रेस के प्रदेश अधयक्ष गणेश गोदियाल आगे चल रहे हैं.
10:18 March 10
देहरादून विधानसभा में कांटे की टक्कर
देहरादून जिले की 10 विधानसभाओं में से 3 विधानसभा चकराता, सहसपुर और धर्मपुर विधानसभा में कांग्रेस आगे चल रही है. वहीं, विकासनगर, देहरादून कैंट, मसूरी, रायपुर, राजपुर रोड, डोईवाला, ऋषिकेश में बीजेपी आगे है.
10:06 March 10
लैंसडाउन से अनुकृति गुसाईं पीछे
लैंसडाउन से अनुकृति गुसाईं पीछे चल रही हैं. गदरपुर से अरविंद पांडेय, कोटद्वार से ऋतु खंडूड़ी आगे चल रही हैं. वहीं, खटीमा से पुष्कर सिंह धामी, लालकुआं से हरीश रावत, बाजपुर से यशपाल आर्य और श्रीनगर से धन सिंह रावत पीछे चल रहे हैं.
09:54 March 10
खटीमा से धामी पीछे
खटीमा से पुष्कर सिंह धामी, लालकुआं सीट से हरीश रावत, टिहरी से किशोर उपाध्याय, लैंसडाउन सीट से अनुकृति गुसाईं, कालाढूंगी से बंशीधर भगत, श्रीनगर से धन सिंह रावत पीछे, खानपुर से कुंवर देवयानी, चकराता से रामशरण नौटियाल, सल्ट से रणजीत रावत, नैनीताल से संजीव आर्य, नरेंद्रनगर से सुबोध उनियाल और हल्द्वानी से सुमित हृदयेश पीछे चल रहे हैं.
वहीं, श्रीनगर से गणेश गोदियाल, मसूरी से गणेश जोशी, गदरपुर से अरविंद पांडेय, हरिद्वार से मदन कौशिक,ऋषिकेश के प्रेमचंद अग्रवाल, चकराता से प्रीतम सिंह, सोमेश्वर से रेखा आर्य, चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज, हरिद्वार ग्रामीण से स्वामी यतीश्वरानंद, डीडीहाट से बिशन सिंह चुफाल, यशपाल आर्य से बाजपुर आगे चल रहे हैं.
09:28 March 10
लालकुआं से हरीश रावत पीछे
उत्तराखंड में 69 सीटों के रुझान आ गए हैं. भीमताल सीट से रुझाना आना बाकी है. खटीमा सीट से सीएम पुष्कर सिंह धामी आगे चल रहे हैं. वहीं. लालकुआं सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत पीछे चल रहे हैं. कालाढूंगी से बंशीधर भगत, श्रीनगर से धन सिंह रावत और खानपुर सीट से कुंवर देवयानी पीछे चल रही हैं. गंगोत्री विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेश चौहान आगे चल रहे हैं. गदरपुर से शिक्षामंत्री अरविंज पांडे पीछे चल रहे हैं. रुझानों में बीजेपी 39 और कांग्रेस 26 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, 4 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी आगे चल रहे हैं.
09:25 March 10
रुझानों पर बोले हरीश रावत
रुझानों में कांग्रेस की बढ़त पर बोलते हुए हरीश रावत ने कहा कि हम ज्यादातर सीटों पर जीत रहे हैं और जहां हम पीछे चल रहे हैं वहां एक करीबी मुकाबला है. एक घंटे में ये बढ़त उत्तराखंड में कांग्रेस के लिए बहुमत में तब्दील हो जाएगी. देहरादून में कांग्रेस नेता हरीश रावत
09:14 March 10
रुझानों में खटीमा से सीएम पुष्कर सिंह धामी आगे चल रहे हैं. वहीं, गदरपुर से अरविंद पांडे से आगे चल रहे हैं. श्रीनगर से धन सिंह रावत पीछे चल रहे हैं और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल आगे चल रहे हैं. वहीं, हरिद्वार ग्रामीण सीट से बीजेपी के स्वामी यतीश्वरानंद आगे चल रहे हैं. मसूरी से बीजेपी के गणेश जोशी, टिहरी से किशोर उपाध्याय आगे, हरिद्वार से मदन कौशिक, ऋषिकेश के प्रेमचंद अग्रवाल, सोमेश्वर से रेखा आर्य आगे चल रही हैं.
09:05 March 10
सुबह 9 बजे के रुझान
हरिद्वार सीट से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक आगे चल रहे हैं. AAP के सीएम प्रत्याशी कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री सीट से पीछे चल रहे हैं. चकराता में प्रीतम सिंह 1300 वोटों से आगे चल रहे हैं. चकराता से सिंगर जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण पीछे चल रहे हैं. हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं भी चल रहीं पीछे. चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज आगे और रुद्रपुर से बीजेपी के शिव अरोड़ा आगे चल रहे हैं.
08:55 March 10
रुझानों में कौन आगे-कौन पीछे
हरिद्वार सीट से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पीछे चल रहे हैं. चकराता से सिंगर जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल पीछे चल रहे हैं. चकराता से कांग्रेस के प्रीतम सिंह आगे चल रहे हैं. हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं लैंसडाउन से पीछे चल रहीं हैं. आप के सीएम प्रत्याशी कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री सीट से पीछे चल रहे हैं.
08:46 March 10
ईवीएम की गिनती शुरू
देहरादून जिले की सभी 10 विधानसभाओं में ईवीएम की गिनती शुरू हो गई है. अभी तक इन विधानसभाओं में पोस्टल बैलट की गिनती हो रही थी.
08:33 March 10
रुझानों में कौन ये दिग्गज आगे
लैंसडाउन सीट से अनुकृति गुसाईं, हरिद्वार से मदन कौशिक, चकराता से रामशरण नौटियाल, सल्ट से रणजीत सिंह रावत पीछे चल रहे हैं. वहीं, मसूरी से गणेश जोशी, ऋषिकेश से प्रेमचंद अग्रवाल, चकराता से प्रीतम सिंह, सोमेश्वर से रेखा आर्य, नैनीताल से संजीव आर्य, डीडीहाट से बिशन सिंह चुफाल और बाजपुर से यशपाल आर्य आगे चल रहे हैं.
08:21 March 10
सीटों का हाल
उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी है. ताजा रुझानों के मुताबिक बीजेपी 11 और कांग्रेस 12 सीटों पर आगे चल रही है. हरिद्वार सीट से मदन कौशिक, लैंसडाउन सीट से अनुकृति गुसाईं पीछे चल रही हैं. वहीं, प्रीतम सिंह, संजीव आर्य, बिशन सिंह चुफाल, यशपाल आर्य आगे चल रहे हैं.
07:57 March 10
उत्तराखंड में काउंटिंग शुरू
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सबकी नजर टिकी हुई है. प्रदेश के सभी 13 जिलों में मतगणना शुरू हो गई है. दोपहर तक काफी कुछ परिदृश्य स्पष्ट हो जाएगा कि मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों में से किन 70 की किस्मत चमकने जा रही है.
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि प्रत्येक विधानसभा के लिए 3 हॉल हैं, जिनमें 2 में EVM और एक में पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है. प्रदेश की सभी 70 विधानसभाओं के लिए 107314 पोस्टल बैलेट प्राप्त हुए हैं. वहीं कुल 166325 पोस्टल बैलेट जारी किए गए हैं. इनमें सर्विस मतदाताओं के 42110, निर्वाचन ड्यूटी में तैनात कार्मिकों के 49264 और 80 वर्ष से अधिक आयु और दिव्यांग मतदाताओं के 15940 पोस्टल बैलेट शामिल हैं. थ्री-लेयर सिक्योरिटी और CCTV कैमरे लगाए गए हैं. मतगणना केंद्र में मोबाइल फोन की अनुमति नहीं है.
गौरतलब है कि है पहाड़ी राज्य उत्तराखंड की विधानसभा में कुल 70 सीटें और सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की जरूरत होगी. एग्जिट पोल में उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार के वापसी का अनुमान जताया गया है.
07:21 March 10
भाजपा और कांग्रेस की नजर बागियों पर
भाजपा और कांग्रेस के बागी भी परिणाम पर असर डाल सकते हैं. इस चुनाव में भाजपा से 13 और कांग्रेस के छह बागी मैदान में हैं. दिलचस्प बात यह कि दोनों ही दल अब कड़े मुकाबले में फंसने के बाद अपने उन बागियों से संपर्क में जुट गए हैं, जो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं और मुख्य मुकाबले का हिस्सा माने जा रहे हैं. यह कवायद इसलिए, ताकि जीतने की स्थिति में इन्हें अपने पाले में लाया जा सके.
06:36 March 10
हरीश रावत ने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा पर खड़े किए सवाल
मतगणना से ठीक पहले पूर्व सीएम हरीश रावत ने हरिद्वार अंदर स्ट्रांग रूम में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे बंद होने की बात कही है. साथ ही उन्होंने इस मामले में चुनाव आयोग और जिला निर्वाचन अधिकारी को संज्ञान लेने की बात कही है. उन्होंने स्ट्रांग रूम में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे बंद होने पर चुनाव निष्पक्ष होने को लेकर सवाल उठाए हैं.
06:29 March 10
सुबह 8 बजे से शुरू होगी मतगणना
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सबकी नजर टिकी हुई है. 14 फरवरी को संपन्न हुए मतदान के बाद से ही लोगों को बेसब्री से नतीजों का इंतजार है. आज होनी वाली मतगणना के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी. दोपहर तक काफी कुछ परिदृश्य स्पष्ट हो जाएगा कि मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों में से किन 70 की किस्मत चमकने जा रही है. उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद पांचवें विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के मध्य कांटे का मुकाबला है.
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि सभी 13 जिलों के लिए मतगणना के लिए सभी तैयारी हो गई हैं. प्रत्येक विधानसभा के लिए 3 हॉल हैं जिनमें 2 में EVM और एक में पोस्टल बैलेट की गिनती होगी. 3-लेयर सिक्योरिटी और CCTV कैमरे लगाए गए हैं. मतगणना केंद्र में मोबाइल फोन की अनुमति नहीं है. गौरतलब है कि है पहाड़ी राज्य उत्तराखंड की विधानसभा में कुल 70 सीटें और सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की जरूरत होगी. एग्जिट पोल में उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार के वापसी का अनुमान जताया गया है.
06:27 March 10
इन सीटों पर रहेगी नजर
खटीमा विधानसभा सीट: खटीमा विधानसभा सीट सूबे की सबसे हॉट सीट बनकर उभरी है. पुष्कर सिंह धामी के उत्तराखंड के 11वां मुख्यमंत्री बनने के बाद से ये सीट सुर्खियों में है. सीएम धामी की सीट होने के कारण सभी की निगाहें इसके परिणाम पर टिकी होंगी. इस बार सीएम पुष्कर सिंह धामी और कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी के बीच कांटे की टक्कर है. खटीमा की पहचान देश के एकमात्र क्रोकोडाइल ईको पार्क को लेकर भी है. पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल से आते हैं और राजपूत जाति से हैं, ऐसे में खटीमा में उनका बड़ा जनाधार है.
खटीमा विधानसभा सीट के राजनीतिक अतीत की बात करें तो 2002 और 2007 के चुनाव में कांग्रेस के एडवोकेट गोपाल सिंह राणा विधायक निर्वाचित हुए थे. 2012 के चुनाव में बीजेपी ने भगत सिंह कोश्यारी के मुख्यमंत्री रहते समय उनके ओएसडी रहे पुष्कर सिंह धामी को उम्मीदवार बनाया. बीजेपी के पुष्कर सिंह धामी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के देवेंद्र चंद्र को 5,394 वोट से हरा दिया और पहली बार विधायक निर्वाचित हुए.
इस विधानसभा क्षेत्र में महाराणा प्रताप के वंशज माने जाने वाले राणा-थारू परिवारों के साथ ही पिथौरागढ़, मुन्स्यारी, लोहाघाट, चंपावत इलाके से आए पर्वतीय लोग भी निवास करते हैं. यहां अच्छी तादाद देश विभाजन के समय आए सिख परिवारों और मुस्लिमों की भी है. 1984 के दंगों के दौरान पंजाब से भागे लोगों ने बड़ी तादाद में यहां के जंगलों में बसेरा बनाया था.
लालकुआं विधानसभा सीट: यह विधानसभा सीट उत्तराखंड के कद्दावर नेताओं में शुमार हरीश रावत की वजह से सुर्खियों में है. पिछले चुनाव में दो सीटों से हारे हरीश रावत इस बार कोई चूक नहीं करना चाहते हैं. स्थानीय लोग लालकुआं की लड़ाई स्थानीय बनाम सीएम के चेहरे की बता रहे हैं. लालकुआं सीट पर हरीश रावत और बीजेपी प्रत्याशी मोहन बिष्ट के बीच लड़ाई है.
विधानसभा सीट के तौर पर लालकुआं इस बार यह तीसरा चुनाव देख रहा है. लालकुआं विधानसभा सीट साल 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी. पूर्व सीएम हरीश रावत के मैदान में आने से इस सीट पर अब पूरे प्रदेश की नजर है. 2012 के चुनाव में दुर्गापाल 25 हजार से अधिक वोट लेकर यहां निर्दलीय चुनाव जीते थे. 2017 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर नवीन दुम्का विधायक चुने गए. लालकुआं विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में हर जाति-वर्ग के लोग रहते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण और राजपूत बिरादरी के मतदाताओं की बहुलता है. अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति के मतदाता भी लालकुआं विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
गंगोत्री विधानसभा सीट: प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के नाम वाली इस सीट पर राज्य गठन के बाद हुए चुनावों में जनता ने भाजपा और कांग्रेस को बारी-बारी से मौका दिया है. आम आदमी पार्टी के सीएम चेहरा रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल के गंगोत्री सीट से चुनाव मैदान में उतरने से यह वीआईपी सीट बनकर उभरी है. इस बार गंगोत्री सीट पर आप प्रत्याशी अजय कोठियाल, बीजेपी प्रत्याशी सुरेश चौहान और कांग्रेस नेता विजयपाल सजवाण के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.
गंगोत्री विधानसभा सीट का मिथक यूपी से लेकर उत्तराखंड बनने के बाद से अब तक जारी है. स्वतंत्रता के बाद से पिछले चुनाव तक जिस भी पार्टी का प्रत्याशी जीत कर आया उसकी सरकार बनी है. उत्तराखंड बनने के बाद 2002 में हुए चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर विजयपाल सजवाण ने जीत दर्ज की थी. 2007 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर गोपाल सिंह रावत चुनाव जीते और प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी. 2012 के चुनाव में कांग्रेस के विजयपाल सजवाण चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. 2017 के चुनाव में बीजेपी से गोपाल रावत चुनाव जीते थे. 2022 के चुनाव में इस सीट पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा और कांग्रेस के साथ आप ने जोर लगाया हुआ है.
चकराता विधानसभा सीट: उत्तराखंड के देहरादून जिले की एक विधानसभा सीट है चकराता. चकराता ब्रिटिशकालीन शहर होने के साथ ही मशहूर पर्यटन स्थल भी है. चकराता अपने प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही नृत्य कला, अपने पर्व और अनूठी संस्कृति के लिये भी देश-दुनिया में अलग पहचान रखता है.
चकराता विधानसभा सीट पर उत्तराखंड राज्य गठन के बाद कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा है. 2002 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के प्रीतम सिंह विधायक बने. 2002 से लेकर अब तक लगातार प्रीतम सिंह ही विधायक हैं. प्रीतम सिंह ने 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में भी अपने प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों को चुनावी रणभूमि में पटखनी दी. कांग्रेस का ये मजबूत किला भारतीय जनता पार्टी कभी भेद नहीं पाई. हालांकि इस बार बीजेपी बॉलीवुड के मशहूर गायक जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल के जरिए इस किले में सेंध लगाने का प्रयास कर रही है.
श्रीनगर विधानसभा सीट: श्रीनगर विधानसभा सीट इसीलिए हॉट सीट में तब्दील हो गई है क्योंकि इस सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और बीजेपी के कद्दावर नेता डॉ धन सिंह रावत के बीच टक्कर है. श्रीनगर के लोगों का भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में गहरा जुड़ाव रहा. यहां पर 1930 में जवाहर लाल नेहरू और विजयलक्ष्मी पंडित जैसे नेताओं का आगमन हुआ था.
इस सीट पर 2002 में कांग्रेस से सुंदर लाल मंद्रवाल ने जीत दर्ज की थी. 2007 में भाजपा से बृजमोहन कोतवाल ने 13,551 मतों के साथ कांग्रेस के सुंदर लाल मंद्रवाल को हराया था. 2012 में इस सीट पर कांग्रेस के गणेश गोदियाल ने 27,993 मतों के साथ भाजपा के डॉ. धन सिंह रावत को हराया था. 2017 में भारतीय जनता पार्टी से डॉ. धन सिंह रावत ने कांग्रेस के गणेश गोदियाल को 8698 मतों के अंतर से हराया था.
डॉ. धन सिंह रावत उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और पौड़ी जिले के पैठनी गांव के रहने वाले हैं. धन सिंह रावत राम जन्मभूमि आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं. उत्तराखंड राज्य के लिए आंदोलन में भी वो काफी सक्रिय थे. इस आंदोलन के दौरान उन्हें जेल भी जाना पड़ा था.
चौबट्टाखाल विधानसभा सीट: उत्तराखंड में 2022 के चुनाव में यह सीट काफी चर्चाओं में है. इसका सबसे बड़ा कारण सतपाल महाराज का यहां से चुनावी मैदान में होना है. इस सीट के समीकरण में बदलाव हुए हैं. 2002 से लेकर 2012 तक इस सीट का ज्यादातर हिस्सा बीरोंखाल विधानसभा क्षेत्र में शामिल था.
बीरोंखाल सीट से 2002 और 2007 में सतपाल महाराज की पत्नी अमृता रावत लगातार विधायक रहीं. 2012 के परिसीमन के बाद चौबट्टाखाल पहली बार अस्तित्व में आया और यहां से भाजपा के तीरथ सिंह रावत पहले विधायक बने.
2016 में मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश के लिए सतपाल महाराज कांग्रेस से भाजपा में आ गए. हालांकि यहां भी उन्हें मुख्यमंत्री का पद नहीं मिल सका. 2017 के चुनाव में सतपाल महाराज ने यहां से जीत तो हासिल की लेकिन मुख्यमंत्री नहीं बन पाए. इस सीट की बात करें तो यहां पूर्व सैनिक ज्यादा संख्या में मतदाता हैं. इस बार कांग्रेस ने पिछली बार नंबर दो पर रहे प्रत्याशी को बदलकर नए चेहरे पर दांव लगाया है और केसर सिंह नेगी को चुनावी मैदान में उतारा है. सतपाल महाराज एक राजनीतिक व्यक्ति होने के साथ-साथ धार्मिक संत की भी हैसियत रखते हैं. हालांकि इस बार उनके लिए कहीं ना कहीं चुनौतियां ज्यादा हैं.
हरिद्वार विधानसभा सीट: धर्मनगरी हरिद्वार मां गंगा और राजा दक्ष की नगरी की वजह से आस्था का केंद्र है. हरिद्वार विधानसभा सीट भाजपा का मजबूत किला है, जिसमें पिछले 20 सालों से भाजपा का कब्जा रहा है और बीजेपी के टिकट पर लगातार मदन कौशिक जीतते रहे हैं.
मदन कौशिक ने राजनीतिक पारी बीजेपी से ही शुरू की थी. वे 2000 में हरिद्वार से जिला महामंत्री और फिर जिला अध्यक्ष बने. इसके बाद 2002 में हरिद्वार सीट से विधायक चुने गए. तब से वे लगातार चार बार जीत हासिल कर चुके हैं. मदन कौशिक राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ रखते हैं. यही वजह है कि वे हरिद्वार सीट पर पिछले 20 सालों से एकतरफा कब्जा जमाए हुए हैं.
साल 2022 के चुनाव में हरिद्वार सीट से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक 5वीं बार जीत के रिकॉर्ड के लिए मैदान में हैं. इस बार मदन कौशिक के सामने कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी मैदान में हैं. 2002 में हुए चुनाव में बीजेपी के मदन कौशिक के सामने कांग्रेस के पारस कुमार जैन थे. तब मदन कौशिक ने 2900 से अधिक मतों से जीत दर्ज की.
2007 में हुए दूसरे चुनाव में मदन कौशिक ने सपा के अंबरीश कुमार को 26 हजार से अधिक मतों से हराया. 2012 में मदन कौशिक ने सतपाल ब्रह्मचारी को 8 हजार से अधिक मतों से हराया. 2017 के चुनाव में मदन कौशिक ने कांग्रेस के ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी को 35 हजार से अधिक मतों के हराया. इस तरह मदन कौशिक का इस सीट पर रिकॉर्ड दबदबा रहा है.
बाजपुर विधानसभा सीट: उत्तराखंड की राजनीति में यशपाल आर्य किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. उत्तराखंड की दलित राजनीति का बड़ा चेहरा माने जाने वाले यशपाल आर्य अपनी सौम्यता के लिए भी लोकप्रिय हैं. कांग्रेस एवं बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दायित्व निभा चुके यशपाल आर्य की वजह से ये सीट चर्चाओं में है.
2022 के चुनाव से ठीक पहले यशपाल आर्य अपने बेटे के साथ वापस कांग्रेस में शामिल हो गए थे. ऐसे में इस बार आर्य कांग्रेस के टिकट पर चुनावी ताल ठोंक कर रहे हैं. परिसीमन में बाजपुर विधानसभा क्षेत्र कुंडेश्वरी तक विस्तारित हुई और इसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया. पूर्व सीएम एनडी तिवारी भी बाजपुर से जीत हासिल करते रहे थे.
2012 में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुई बाजपुर सीट से यशपाल आर्य लगातार दो बार विधानसभा पहुंचे. एक बार कांग्रेस तो दूसरी बार भाजपा से उन्हें यह मौका मिला. उनके कद को देखते हुए दोनों बार कैबिनेट मंत्री का ओहदा मिला तो बाजपुर भी वीआईपी सीट बनकर उभरी. बाजपुर वर्तमान कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय का पुराना गढ़ रहा है. 2002 में भाजपा के अरविंद पांडेय विधायक बने. तब उन्होंने निर्दलीय जनकराज शर्मा को हराया था. 2007 में कांग्रेस प्रत्याशी जनकराज की मृत्यु के चलते हुए उपचुनाव में अरविंद पांडेय ने उनकी पत्नी कैलाश रानी शर्मा को हराया. 2012 में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए और 2017 में बीजेपी के टिकट पर यशपाल आर्य ने मैदान मारा.
लैंसडाउन विधानसभा सीट: ये विधानसभा सीट पौड़ी गढ़वाल जिले की एक विधानसभा सीट है. लैंसडाउन क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित नाम है. लैंसडाउन में ही गढ़वाल राइफल रेजिमेंट का मुख्यालय भी है. लैंसडाउन विधानसभा सीट उत्तराखंड की सियासत में महत्वपूर्ण स्थान रखती है.
इस बार हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं के चलते यह सीट सुर्खियों में है. अनुकृति की प्रारंभिक शिक्षा लैंसडाउन के आर्मी पब्लिक स्कूल में 12वीं तक हुई है. दरअसल, अनुकृति साल 2018 से ही लैंसडाउन विधानसभा सीट पर सोशल वर्क का काम कर रही हैं जो उन्हें जीत के प्रति आश्वस्त करता है.
अनुकृति गुसाईं के ससुर हरकर सिंह रावत 2002 में लैंसडाउन सीट से चुनाव जीते थे. 2007 में भी वह लैंसडाउन से चुनाव जीते. 2012 में उन्होंने रुद्रप्रयाग से चुनाव लड़ा और जीता. 2017 में वह कोटद्वार विधानसभा सीट से चुनाव जीते. वहीं, 2017 के चुनाव में भी बीजेपी ने दलीप सिंह रावत को चुनाव मैदान में उतारा था. इस बार दलीप सिंह रावत और अनुकृति गुसाईं के बीच टक्कर है.
टिहरी विधानसभा सीट: इस विधानसभा चुनाव में टिहरी सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है. टिहरी सीट पर कांग्रेस का जो चेहरा था, वह अब भाजपा की तरफ से चुनाव लड़ता नजर आया. वहीं भाजपा का चेहरा अब कांग्रेस की तरफ से इस चुनाव में लड़ा. अदला-बदली की इस राजनीति से टिहरी की सीट काफी चर्चा का विषय बनी है. दरअसल, टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस से नाराज होकर किशोर उपाध्याय बीजेपी में शामिल हो गए थे. वहीं, टिकट कटने पर बीजेपी नेता धन सिंह नेगी कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
टिहरी उत्तराखंड का एक प्रमुख हिल स्टेशन है. टिहरी बांध के लिए भी प्रसिद्ध है. यह पर्यटन के नक्शे पर अलग पहचान रखता है. टिहरी अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए सैलानियों के पसंदीदा टूरिस्ट स्पॉट में से एक है.
टिहरी विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो ये सीट उत्तराखंड राज्य गठन के बाद शुरुआती दशक में कांग्रेस का गढ़ रही. समय के साथ इस सीट पर कांग्रेस की पकड़ कमजोर पड़ती चली गई. 2002 और 2007 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर किशोर उपाध्याय विधायक निर्वाचित हुए थे.
टिहरी विधानसभा सीट से 2012 के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार दिनेश धनै ने कांग्रेस के किशोर उपाध्याय का विजय रथ रोक दिया था. टिहरी विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के धन सिंह नेगी ने जीत हासिल की.
टिहरी विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में हर जाति-वर्ग के लोग रहते हैं. टिहरी विधानसभा क्षेत्र में शहरी इलाके के मतदाता हैं तो ग्रामीण इलाकों के मतदाता भी चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में सामान्य वर्ग के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं.
06:27 March 10
पिछली बार के चुनाव में क्या रहा था नतीजा
राज्य में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 57 सीट जीतकर प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी. जबकि विपक्षी दल कांग्रेस को महज 11 सीटें मिली थीं. त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन बाद में उन्हें हटाकर बीजेपी ने पहले तीरथ सिंह रावत और महज कुछ महीने बाद पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का सीएम बनाया था.
06:26 March 10
कई नेताओं की साख दांव पर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत समेत कई नेताओं की साख दांव पर लगी है. हरीश रावत इस बार कुमाऊं के लालकुआं से चुनावी मैदान में हैं तो वहीं हरक सिंह रावत ने चुनाव के ठीक पहले भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं ने कांग्रेस के टिकट पर लैंसडाउन से चुनाव लड़ा है. रावत पर बहू को जिताने का दबाव है.
06:10 March 10
Uttarakhand Election Results 2022 LIVE Updates
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सबकी नजर टिकी हुई है. 14 फरवरी को संपन्न हुए मतदान के बाद से ही लोगों को बेसब्री से नतीजों का इंतजार है. आज होनी वाली मतगणना के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी. दोपहर तक काफी कुछ परिदृश्य स्पष्ट हो जाएगा कि मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों में से किन 70 की किस्मत चमकने जा रही है. उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद पांचवें विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के मध्य कांटे का मुकाबला है.