देहरादून: उत्तराखंड में पुलिस मुख्यालय नई तकनीक को अपनाकर पुलिसिंग को बेहतर करने की कोशिशें में जुटा हुआ है. इस कड़ी में जहां पुलिसिंग को बेहतर करने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, वहीं यातायात को बेहतर करने के लिए भी पुलिस नए प्रयोग कर रही है.
हाईटेक हो रही उत्तराखंड पुलिस: राज्य में कोहरे के कारण जहां आम लोग परेशान दिख रहे हैं तो वहीं पुलिस विभाग भी इन्हीं परिस्थितियों से जूझ रहा है. ऐसे में विभाग की कोशिश है कि कोहरे की स्थिति में पुलिसिंग को सुचारू रखने के लिए पुलिस के वाहनों को अपग्रेड किया जाए ताकि कोहरे के दौरान भी विजिबिलिटी बेहतर रह सके. इसी कड़ी में पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार के सामने एक कंपनी द्वारा पीसीआर वैन पर एक्सटर्नल लाइट्स लगाकर डेमो दिया गया.
यातायात नियंत्रण के लिए नई तकनीक: इसके तहत गाड़ी की छत पर हैवी लाइट लगाई गई, जिसका पूरी रात गश्त के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा गाड़ी के पीछे और दोनों साइड भी इंटरसेक्शन लाइट लगाई गई हैं. साथ ही इसमें लेटेस्ट सायरन भी लगाया गया जिसमें फ्री रिकॉर्ड मैसेज लाउडस्पीकर के माध्यम से दिया जा सकेगा. इस तरह के वाहनों से जहां वाहनों की विजिबिलिटी बढ़ेगी और ऐसी गाड़ियां भीड़ में भी आसानी से नजर आएंगी. वहीं कोहरे की स्थिति में भी दुर्घटना स्थल पर फौरन ऐसे वाहन पहुंच सकेंगे.
डिजिटल स्पीड साइन बोर्ड खरीद गए: इसके अलावा यातायात को लेकर यातायात निदेशक की तरफ से राज्य में ओवर स्पीड के कारण ज्यादातर दुर्घटनाएं होने के कारण अब इसके लिए नया प्रयोग किए जाने की तैयारी की जा रही है. इसके तहत गति सीमा को निर्धारित करने के निर्देश जिलों को जारी किए गए हैं. साथ ही पहली बार पहले चरण में हाईटेक गति सीमा बॉर्डर यानी डिजिटल स्पीड साइन बोर्ड भी खरीदे गए.
ओवर स्पीड पर ब्लिंग होगी रेड लाइट: यातायात निदेशालय के द्वारा कुल 10 डिजिटल स्पीड साइन बोर्ड खरीदे गए हैं, जिनमें से तीन देहरादून, तीन हरिद्वार, तीन उधमसिंह नगर और एक नैनीताल जिले में लगाया गया है. इस स्पीड साइन बोर्ड के जरिए गति सीमा को रिकॉर्ड किया जा सकेगा. इस साइन बोर्ड में वहां से गुजरने वाली किसी भी गाड़ी की स्पीड को देखा जा सकता है. इस बोर्ड में 20 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा स्पीड वाली गाड़ी के लिए लाल लाइट ब्लिंक करेगी, जिससे यहां से गुजरने वाले वाहन चालक अपनी स्पीड को देखकर खुद को नियंत्रित करने के लिए प्रेरित होंगे.
ये भी पढ़ें: देहरादून को अब जाम से मिलेगी निजात, अब जाकर एक्टिव हुआ यातायात निदेशालय, DGP के निर्देश के बाद आई इसकी याद