देहरादूनः उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने ऑपरेशनल और प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग और उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से आयोजित होने वाली आगामी परीक्षाओं के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए. साथ ही स्थानीय अभिसूचना तंत्र को सतर्क रखते हुए सूचना संकलित करने को कहा. इसके अलावा दोनों परिक्षेत्र गढ़वाल और कुमाऊं प्रभारी प्रदेश के प्रत्येक थाने में एक महिला उपनिरीक्षक एवं चार महिला आरक्षियों की नियुक्ति करेंगे. साथ ही प्रत्येक जिले में एक महिला उपनिरीक्षक को थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी बनाया जाएगा.
दरअसल, डीजीपी अशोक कुमार ने परिक्षेत्र और जिला प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न ऑपरेशनल और प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान डीजीपी ने महिला सुरक्षा के मद्देनजर गौरा शक्ति एप मॉड्यूल में रजिस्ट्रेशन को बढ़ाने के निर्देश दिए. एप में रजिस्टर्ड महिलाओं के साथ समन्वय कर उनकी शिकायत के समाधान करते हुए उन्हें सुरक्षित महसूस कराने को कहा. उन्होंने कहा कि प्रत्येक थाने को महिला फ्रेंडली बनाना है.
राजस्व से पुलिस क्षेत्र में आए गांवों में थानाध्यक्ष करेंगे भ्रमणः वहीं, वर्तमान में राजस्व क्षेत्र से नियमित पुलिस क्षेत्र में आए गांवों में संबंधित थानाध्यक्ष और क्षेत्राधिकारी भ्रमण पर जाएंगे. ग्रामीणों के साथ संबंधित थाने समेत अन्य महत्वपूर्ण फोन नंबर भी साझा करेंगे. जिन स्थानों पर नए थाने और चौकी खुलने हैं, वहां जल्द खोलने के निर्देश भी दिए. साथ ही पीएसी और आईआरबी की ऑपरेशनल कार्यदक्षता बढ़ाने के लिए पुलिस मुख्यालय के निर्देशों का पालन करेंगे. इसके मासिक क्राइम मीटिंग में पीएसी के दलनायक को भी बुलाने को कहा गया है.
चारपाइयां लेकर नहीं जाएंगे जवानः डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि मानदंड के अनुसार ही ड्यूटी लगाई जाए. पीएसी जवानों के मूवमेंट के दौरान जिलों में उनके लिए चारपाइयों की व्यवस्था संबंधित प्रतिसार निरीक्षकों की ओर से की जाएगी. जवान अपने साथ चारपाइयां लेकर नहीं जाएंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि साइबर सेलों को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए एसटीएफ की ओर से जल्द ही दक्ष कर्मियों की नियुक्ति की जा रही है.
कानून व्यवस्था बिगड़ने पर पुलिसकर्मी होंगे निलंबित या लाइन हाजिरः कानून व्यवस्था प्रभावित होने वाली घटनाओं और जन आक्रोश के मद्देनजर पुलिसकर्मियों को तात्कालिक परिस्थितियों के चलते बिना जांच के निलंबित या लाइन हाजिर भी किया जा सकता है. ऐसी परिस्थितियों में 3 दिन के भीतर कर्मिक का पक्ष सुनते हुए गुण दोष के आधार पर यदि दोष सिद्ध नहीं होता है तो उसे तत्काल बहाल या दूसरे स्थान पर नियुक्त कर दिया जाएगा.
जन्मदिन, सालगिराह या आकस्मिक स्थिति में मिलेगा अवकाशः डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि उत्तराखंड पुलिस मंथन-समाधान और चुनौतियां के तहत आयोजित वर्टिकल इंटरैक्शन में ऑपरेशनल, प्रशासनिक और पुलिसकर्मियों के कल्याण का स्तर बढ़े इसके लिए काफी सुझाव मिले हैं. जिस संबंध में काफी सुझावों का संज्ञान लेते हुए आदेश जारी किए गए हैं. छुट्टी जवानों का बेसिक अधिकार है, वो उन्हें खुशी-खुशी दे दी जाएगी. पुलिसकर्मियों की ओर से अपने या अपने परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन और सालगिरह पर आकस्मिक अवकाश के लिए अनुरोध किया जाता है, तो उन्हें तुरंत अवकाश दिया जाएगा.
व्हाट्सएप पर छुट्टी के लिए कर सकेंगे आवेदनः वहीं, व्हाट्सएप पर छुट्टी के लिए आवेदन करने की व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लागू करने के लिए सभी जिला प्रभारियों को निर्देशित किया गया है. सभी पदोन्नति प्रशिक्षणों में सीसीटीएनएस समेत नवीन तकनीकों से संबंधित कोर्सेज, सॉफ्ट स्किल्स, साइबर स्किल्स, संवेदनशीलता के मॉड्यूल तैयार कर इनका प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिससे पुलिस टेक सावी (Tech savvy) होगी. प्रत्येक थाने में एक एसओजी ट्रेंड आरक्षी की नियुक्ति की जाएगी. जो टेक सावी (tech savvy) हो या सर्विलांस सावी (surveillance savvy) हो.
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