देहरादूनः ट्रेनों पर पत्थरबाजी करने और रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ सख्ती करने की तैयारी की जा रही है. देहरादून पुलिस मुख्यालय में आज राज्य रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की बैठक हुई. जिसमें रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने से जुड़े मामलों पर चर्चा की गई.
देहरादून पुलिस मुख्यालय में उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में राज्य रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की बैठक हुई. बैठक में पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ ही रेलवे और राजाजी टाइगर रिजर्व के अधिकारी भी मौजूद रहे. इस बैठक में करीब 10 बिंदुओं पर चर्चा की गई, लेकिन इसमें ट्रेनों पर पत्थरबाजी करने वालों को लेकर सख्ती बरतने पर विशेष फोकस किया गया.
राज्य रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की बैठक के दौरान सभी एजेंसियों के आपस में बेहतर तालमेल रखने की बात कहीं गई. उधर, ट्रेनों पर पत्थरबाजी करने और रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी किए जाने के भी निर्देश दिए गए.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड को मिली 'वंदे भारत' की सौगात, देखिए ग्रैंड इवेंट की तस्वीरें
ट्रेनों में पत्थरबाजी को रोकने के लिए उन स्थानों और गांव मोहल्ला में काउंसलिंग करने पर भी चर्चा की गई, जहां इस तरह की घटनाएं सबसे ज्यादा हो रही है. ट्रेनों और रेलवे स्टेशन पर चोरी टप्पे बाजी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल मुकदमा दर्ज करने को कहा गया. साथ ही ऐसे मामलों के खुलासा करने की प्रगति को बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए.
उधर, अपराधों की रोकथाम करने और इन पर नियंत्रण करने के लिए भी जीआरपी के साथ आरपीएफ में भी आपसी समन्वय रखने के लिए कहा गया है. साथ ही पेशेवर अपराधियों की सूचनाएं भी आपस में साझा करने के निर्देश दिए गए है. इस दौरान रेलवे ट्रैक पर वन्यजीवों को होने वाले खतरे को भी कम करने पर चर्चा हुई.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के लिए खास है Vande Bharat Express, जानिए, किराया-टाइमिंग के साथ दूसरी डिटेल्स
खासकर राजाजी टाइगर रिजर्व के साथ ही वन विभाग से भी समन्वय स्थापित कर फेंसिंग लगाने को कहा गया. साथ ही रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी ऑडिट की संस्तुतियों का भी अनुपालन करने के निर्देश डीजीपी ने दिए. वहीं, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन में जीआरपी की तैनाती और नए थानों की स्थापना करने पर भी विचार विमर्श किया गया.