देहरादून: बीते दिनों उत्तर प्रदेश पुलिस की ऐसी तस्वीरें सामने आई थी, जिसमें वह मुंह से गोलियों की आवाज निकाल कर अपराधियों को ढेर कर रहे थे. देश दुनिया में इस तस्वीर का खूब मजाक बनाया गया. जिसके बाद मामले ने इतना तूल पकड़ा कि पुलिस के आला अधिकारियों को मीडिया के सामने आकर सफाई देनी पड़ी. अब ऐसा ही एक ताजा मामला उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के घंटाघर से सामने आया है. जहां पर स्कॉटलैंड पुलिस की तरह दिखने वाली उत्तराखंड पुलिस की हाईटेक सिटी पेट्रोल यूनिट (CPU) रात के समय वाहन चालकों का मुंह सूंघकर शराबियों की धरपकड़ वाली सर्टिफिकेट दे रही है.
ईटीवी भारत के कैमरे में यह तस्वीरें उस वक्त कैद हुई जब राजधानी देहरादून के दिल कहे जाने वाले घंटाघर चौराहे पर देर रात सिटी पेट्रोल यूनिट यानी सीपीयू शराबी वाहन चालकों की चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान देखा कि हाईटेक उपकरणों से लैस सीपीयू के पास शराबियों को चेक करने वाला न कोई एल्कोमीटर था और न ही कोई ऐसा कोई संसाधन जिससे यह साफ हो सके कि जिन चालकों को वह पकड़ रहे हैं, उन्होंने शराब पी है या नहीं.
पढ़ें- पहले नाबालिग पर लगाया मोबाइल चोरी का आरोप, फिर एसिड डालकर जलाया
बता दें, प्रदेश की राजधानी देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और उधम सिंह नगर जैसे मुख्य शहरों में स्कॉटलैंड पुलिस की तर्ज पर सीपीयू यानी सिटी पेट्रोल यूनिट को हाईटेक संसाधनों से लैस कर रोड सेफ्टी व स्ट्रीट क्राइम जैसे कार्यों में विशेष रूप से लगाया गया है, लेकिन जिस तरह से आधुनिक पुलिस का तमगा लिए सड़कों पर दिन-रात चालान काटने के नाम से अपनी पहचान रखने वाली सीपीयू किस तरह से बिना संसाधनों के शराबियों की पहचान सूंघकर अपनी आधुनिकता का परिचय दे रही है.
जानकारी के मुताबिक, सिटी पेट्रोल यूनिट सीपीयू हर साल करोड़ों रुपए का चालान वसूल कर सरकारी खजाने में भरती है, बावजूद इसके सीपीयू के पास अगर रात के समय शराबियों को चेक करने का एल्कोमीटर नहीं है, तो यह हैरानी की बात है.