देहरादून: कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों की तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में अल्मोड़ा लोकसभा के एलडीएम को ऑर्डिनेटर उमाशंकर ने लोकसभा चुनावों को लेकर मीडिया से वार्ता की. जिसमें उन्होंने बताया अल्मोड़ा लोकसभा के तहत सभी जिला और विधानसभाओं में समन्वयक और संयुक्त समन्वयक नवनियुक्त पदाधिकारियों की सूची जारी की गई है.
एलडीएम कोऑर्डिनेटर उमाशंकर ने बताया अल्मोड़ा लोकसभा में सभी 14 विधानसभाओं और 6 जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को समन्वयक और संयुक्त समन्वयक को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. उन्होंने कहा कि सभी नवनियुक्त पदाधिकारी कांग्रेस पार्टी के साथ मजबूती से जुड़े हुए हैं. कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं.
चुनावों में पूरी मजबूती के साथ कांग्रेस के लिए कार्य करते आ रहे हैं. उन्होंने बताया अल्मोड़ा लोकसभा की जिला व विधानसभाओं में नियुक्त किए गए कोऑर्डिनेटरों की सूची को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी अपनी स्वीकृति दे दी है. इस स्वीकृति के बाद ये सभी नवनियुक्त पदाधिकारी अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों और जिलों में चुनाव की तैयारियों में जुट गये हैं.
पांचों लोकसभा सीटों पर चुनौती: प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटें दोनों ही पार्टियों के लिए बड़ी चुनौती है. पिछले दो बार से लोकसभा चुनाव में भाजपा पांचों लोकसभा सीटों पर अपना कब्जा बनाए हुई है. जिसके चलते कांग्रेस पहले सी बैकफुट पर है. इस बार इन सीटों पर भाजपा को चुनौती देने के लिए अभी से कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.
मुद्दे रहे हैं हावी: उत्तराखंड राज्य में हमेशा से ही केंद्रीय राजनीति हावी रही है चाहे वो लोकसभा चुनाव हों या विधानसभा. हालांकि दोनों ही पार्टियां राज्य की मुद्दों को उठाने की कोशिश जरूर करती हैं, लेकिन केंद्रीय राजनीति के चलते राज्य के मुद्दों का कोई खास असर नहीं पड़ता. यही वजह है कि बीजेपी अभी से ही केंद्रीय मुद्दों को जनता के बीच ले जाने की कवायद में है और कांग्रेस केंद्र सरकार की नाकामियों को जनता के बीच रखने के लिए पूरी लिस्ट तैयार कर रही है.