देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति की आज बैठक हुई.वर्चुअली हुई इस बैठक में में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कॉमन सिविल कोड समेत प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों को लेकर चर्चा की. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव , कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत तमाम नेताओं ने प्रतिभाग किया.
इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा राष्ट्रीय स्तर पर कॉमन सिविल कोड लागू किए जाने की कवायद चल रही है इसी को लेकर उत्तराखंड के संदर्भ में बैठक का आयोजन किया गया है. पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा भाजपा सरकार ने उत्तराखंड को प्रयोगशाला बना दिया है. उन्होंने कहा कॉमन सिविल कोड के मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया देने से पहले ड्राफ्ट देखना होगा. इस मुद्दे पर सब से बात करने की जरूरत है. उन्होंने कहा इसमें एक्शन प्लान बनना चाहिए. पार्टी की इसमें क्या रणनीति होगी इस पर पहले विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने सुझाव देते हुए कहा जनहित के अलग-अलग मुद्दों को लेकर पौड़ी, हरिद्वार, अल्मोड़ा, नैनीताल और उधम सिंह नगर में 5 यात्राएं निकाली जाएं. इसके लिए 5 लोगों की कमेटी भी बनाई जाए.
देवेंद्र यादव ने कहा 4 जुलाई को होने वाली बैठक में इस पर चर्चा होगी. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा भाजपा सरकार कॉमन सिविल कोड का मामला किसी अच्छे विचार से नहीं ला रही है. उन्होंने कहा भाजपा सरकार केवल अपनी विफलता ढकने के लिए कॉमन सिविल कोड की बात कर रही है. हरीश रावत ने कहा बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर भाजपा चर्चा करने से डर रही है. उन्होंने अंकिता भंडारी हत्याकांड का मामला उठाते हुए कहा कि इस जघन्य हत्याकांड में वीवीआईपी कौन है उसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है. उन्होंने बदहाल सड़कों का मसला भी उठाया. साथ ही कहा भाजपा सरकार इस प्रकार का एजेंडा लागू करके जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है.