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प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस का सचिवालय कूच, यहां भी दिखाई दी गुटबाजी - उत्तराखंड कांग्रेस में गुटबाजी

उत्तराखंड कांग्रेस ने चकराता विधायक प्रीतम सिंह के नेतृत्व में आज सचिवालय कूच किया गया. इस दौरान कांग्रेस में बिखराव साफ नजर आया है. क्योंकि कांग्रेस नेता गरिमा दसौनी इसे पार्टी का कार्यक्रम नहीं, बल्कि प्रीतम सिंह का व्यक्तिगत कार्यक्रम बताया है.

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Published : Nov 21, 2022, 12:53 PM IST

Updated : Nov 21, 2022, 4:29 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड कांग्रेस (Uttarakhand Congress) ने सचिवालय कूच किया. चकराता विधायक प्रीतम सिंह (Chakrata MLA Pritam Singh) ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सचिवालय कूच (secretariat march) का आह्वान किया. राज्य के विभिन्न मुद्दों को लेकर यह प्रदर्शन किया गया. इसमें UKSSSC पेपर घोटाला, अंकिता भंडारी हत्याकांड, प्रदेश में बढ़ रही बेरोजगारी और महंगाई, बिगड़ती कानून व्यवस्था जैसे तमाम मुद्दे रहे. इस दौरान चकराता विधानसभा से सैकड़ों कार्यकर्ता और पार्टी के तमाम नेता रेंजर ग्राउंड मैदान में एकत्रित हुए और एक जनसभा का आयोजन किया गयी. वहीं, कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर देखने को मिली. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि सचिवालय कूच प्रीतम सिंह का व्यक्तिगत कार्यक्रम है.

गौरतलब है कि प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने देहरादून के रेंजर ग्राउंड में जनसभा की. जनसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत तमाम नेता मौजूद रहे. जनसभा के दौरान वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण आज जनता त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है. राज्य में रोज नए नए घोटाले हो रहे हैं. कांग्रेस जनों ने अंकिता भंडारी हत्याकांड और भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की भी मांग उठाई है.

प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस का सचिवालय कूच.
ये भी पढ़ेंः लक्सर की किसान पंचायत में गन्ने का मूल्य ₹500 प्रति क्विंटल तय करने की मांग

वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के अंदर गुजबाजी एक बार फिर देखने को मिली. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि विधायक प्रीतम सिंह का सचिवालय कूच कार्यक्रम उनका व्यक्तिगत कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि जब ज्वलंत मुद्दे होते हैं तो किसी का इंतजार नहीं किया जाता है. क्योंकि मुद्दे अपनी जगह पर बहुत महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत हमारे वरिष्ठ नेता हैं ऐसे में दिल्ली में मीटिंग अटेंड करना उनके लिए बहुत जरूरी था. जबकि करन माहरा शादी में व्यस्त होने के कारण प्रदर्शन में शामिल नहीं हो पाए हैं.

पोस्टरों से हरीश और करन नदारदः वहीं, प्रीतम सिंह के सचिवालय कूच के दौरान बैनर और पोस्टरों में हरीश रावत और करन माहरा नदारद हैं. ऐसे में कांग्रेस का कहना है कि जिसका जितना प्रोटोकॉल का ज्ञान होता है, वह उसी हिसाब से पोस्टर और बैनर छपवाता है. कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि कई बार कार्यकर्ताओं को प्रोटोकॉल की जानकारी नहीं होती है. ऐसे में यदि संगठन के नेतृत्व को बैनर और पोस्टरों में नहीं डालते हैं तो यह उन कार्यकर्ताओं का अल्प ज्ञान है.

करन माहरा बोलेः इस मामले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का बयान भी सामने आया है. हल्द्वानी में करन माहरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि कांग्रेस पूरे प्रदेश में सरकार को अलग-अलग जगह पर घेर रही है. इसलिए मैं हल्द्वानी में राज्य सरकार के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा हूं. कांग्रेस के सभी नेता अलग-अलग जगहों पर अपने-अपने कार्यक्रम और जिम्मेदारी निभा रहे हैं.

देहरादूनः उत्तराखंड कांग्रेस (Uttarakhand Congress) ने सचिवालय कूच किया. चकराता विधायक प्रीतम सिंह (Chakrata MLA Pritam Singh) ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सचिवालय कूच (secretariat march) का आह्वान किया. राज्य के विभिन्न मुद्दों को लेकर यह प्रदर्शन किया गया. इसमें UKSSSC पेपर घोटाला, अंकिता भंडारी हत्याकांड, प्रदेश में बढ़ रही बेरोजगारी और महंगाई, बिगड़ती कानून व्यवस्था जैसे तमाम मुद्दे रहे. इस दौरान चकराता विधानसभा से सैकड़ों कार्यकर्ता और पार्टी के तमाम नेता रेंजर ग्राउंड मैदान में एकत्रित हुए और एक जनसभा का आयोजन किया गयी. वहीं, कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर देखने को मिली. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि सचिवालय कूच प्रीतम सिंह का व्यक्तिगत कार्यक्रम है.

गौरतलब है कि प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने देहरादून के रेंजर ग्राउंड में जनसभा की. जनसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत तमाम नेता मौजूद रहे. जनसभा के दौरान वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण आज जनता त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है. राज्य में रोज नए नए घोटाले हो रहे हैं. कांग्रेस जनों ने अंकिता भंडारी हत्याकांड और भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की भी मांग उठाई है.

प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस का सचिवालय कूच.
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वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के अंदर गुजबाजी एक बार फिर देखने को मिली. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि विधायक प्रीतम सिंह का सचिवालय कूच कार्यक्रम उनका व्यक्तिगत कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि जब ज्वलंत मुद्दे होते हैं तो किसी का इंतजार नहीं किया जाता है. क्योंकि मुद्दे अपनी जगह पर बहुत महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत हमारे वरिष्ठ नेता हैं ऐसे में दिल्ली में मीटिंग अटेंड करना उनके लिए बहुत जरूरी था. जबकि करन माहरा शादी में व्यस्त होने के कारण प्रदर्शन में शामिल नहीं हो पाए हैं.

पोस्टरों से हरीश और करन नदारदः वहीं, प्रीतम सिंह के सचिवालय कूच के दौरान बैनर और पोस्टरों में हरीश रावत और करन माहरा नदारद हैं. ऐसे में कांग्रेस का कहना है कि जिसका जितना प्रोटोकॉल का ज्ञान होता है, वह उसी हिसाब से पोस्टर और बैनर छपवाता है. कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि कई बार कार्यकर्ताओं को प्रोटोकॉल की जानकारी नहीं होती है. ऐसे में यदि संगठन के नेतृत्व को बैनर और पोस्टरों में नहीं डालते हैं तो यह उन कार्यकर्ताओं का अल्प ज्ञान है.

करन माहरा बोलेः इस मामले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का बयान भी सामने आया है. हल्द्वानी में करन माहरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि कांग्रेस पूरे प्रदेश में सरकार को अलग-अलग जगह पर घेर रही है. इसलिए मैं हल्द्वानी में राज्य सरकार के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा हूं. कांग्रेस के सभी नेता अलग-अलग जगहों पर अपने-अपने कार्यक्रम और जिम्मेदारी निभा रहे हैं.

Last Updated : Nov 21, 2022, 4:29 PM IST
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