देहरादून: प्रदेश के चर्चित लूटकांड के मुख्य आरोपी अनुपम शर्मा पर उत्तराखंड कांग्रेस कार्रवाई करने का अधिकार ही नहीं रखती. अनुपम शर्मा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव हैं और हाल ही में हुई लूट की घटना में जेल जा चुके हैं. घटना के बाद पार्टी की हुई बदनामी के बावजूद पार्टी ने न तो उन्हें उनके पद से हटाया है और ना ही उन पर कार्रवाई के लिए कोई विचार किया जा रहा है.
पढ़ें- आज देहरादून में धमाल मचाएंगी सपना चौधरी, सोनू सूद भी रहेंगे साथ
उत्तराखंड कांग्रेस में प्रदेश महासचिव अनुपम शर्मा को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है. अनुपम शर्मा देहरादून में हुए लूटकांड के मुख्य आरोपी हैं और मामले में उनकी गिरफ्तारी भी हो चुकी है. मामला कोर्ट में विचाराधीन है और अब अनुपम शर्मा जमानत पर बाहर हैं. लेकिन इसके बावजूद उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी की हुई इस बदनामी के बाद भी अनुशासन समिति के हाथ बंधे हुए हैं.
इस वजह से नहीं हुई कार्रवाई
दरअसल अनुपम शर्मा ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं और इस नाते उत्तराखंड अनुशासन समिति को उन पर कार्रवाई करने का ही अधिकार नहीं है. ऐसे में समिति ने मामले की पूरी जानकारी प्रदेश अध्यक्ष को दी है. अब प्रदेश अध्यक्ष के माध्यम से एआईसीसी को मामले की जानकारी भेजी जाएगी. हालांकि, अनुपम शर्मा के जेल जाने के बाद भी पार्टी का मोह उनसे भंग नहीं हो रहा है और मामले में अब भी कांग्रेस के नेता उनके साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं.
उत्तराखंड कांग्रेस में आमतौर पर अनुपम शर्मा का नाम इस लूट कांड से पहले राजनीतिक रूप से काफी कम लोगों ने सुना होगा, लेकिन इस सब के बावजूद घटना के बाद भी अनुपम शर्मा पर कार्रवाई करने से पार्टी बच रही है. अब ये सवाल उठता है कि राज्य में कांग्रेस की किरकिरी कराने वाले अनुपम शर्मा पर आखिरकार उत्तराखंड कांग्रेस के नेता इतने मेहरबान क्यों हैं ?