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खाद्य पदार्थों में मिलावट को लेकर CS सख्त, अधिकारियों को दिए कार्रवाई के निर्देश

उत्तराखंड में खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने को लेकर मुख्य सचिव एसएस संधु ने बैठक की. इस सीएस ने अधिकारियों को मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

Uttarakhand Chief Secretary SS Sandhu
खाद्य पदार्थों में मिलावट को लेकर सीएस सख्त
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Published : Sep 28, 2021, 9:49 PM IST

Updated : Sep 28, 2021, 10:49 PM IST

देहरादून: मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने सचिवालय में खाद्य पदार्थों में मिलावट के संबंध में उच्चाधिकारियों की बैठक ली. मुख्य सचिव ने कहा खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों को लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा. खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए सख्त कदम उठाते हुए इसे प्राथमिकता से रोका जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के अभियान सिर्फ त्यौहारी सीजन को देखते हुए न हो, बल्कि इसे नियमित आधार पर चलाया जाए.

फूड टेस्टिंग लैब बढ़ाने पर जोर: मुख्य सचिव ने कहा राज्य में एक ही फूड टेस्टिंग लैब है, जो रुद्रपुर में है. जिसको देखते हुए उन्होंने अधिकारियों को देहरादून, हरिद्वार और हल्द्वानी में भी फूड टेस्टिंग लैब खोलने के निर्देश दिए. गढ़वाल एवं कुमाऊं के लिए एक-एक मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब की व्यवस्था करने को कहा. साथ ही फूड एडल्ट्रेशन को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा छोटे-छोटे वीडियो क्लिप्स से लोगों में जागरूकता फैलायी जाए.

मिलावट रोकने पर जोर: मुख्य सचिव ने होटल व्यवसायियों को स्वच्छता रेटिंग के लिए प्रोत्साहित किया. इसके लिए होने वाले व्यय को सरकार द्वारा वहन किए जाने के लिए प्रस्ताव लाने को कहा. उन्होंने खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिए बनाए गए नियमों और मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा. इसके लिए पोर्टल बेस्ड मॉनिटरिंग की जाए. होटल व्यवसायियों को इसके लिए जागरूक किया जाए.

मुख्य सचिव ने कहा नियमित जांच और कठोर कार्रवाई के अभाव में मिलावट पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता. इसके लिए लगातार सघन निरीक्षण अभियान के साथ मिलावटखोरों पर सख्त कानूनी कार्रवाई कर उदाहरण पेश किया जाए. ताकि मिलावटखोरी के प्रति लोगों में भय हो, और इसे रोका जा सके.

हल्द्वानी में खाद्य विभाग की छापेमारी: वहीं, मिलावटखोरी की सूचना पर हल्द्वानी में सरसों तेल प्लांट में खाद्य विभाग की टीम ने छापेमारी की है. जांच के दौरान टीम ने पाया कि प्लांट में भारी मात्रा में गंदगी के बीच सरसों की पेराई की जा रही थी. जांच के दौरान प्लांट में कई कंपनियों के तेल भी बरामद हुए हैं.

खाद्य सुरक्षा अधिकारी कैलाश टम्टा ने बताया कि उपभोक्ता की शिकायत पर हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित एक सरसों तेल मिल उद्योग में कार्रवाई करते हुए सरसों के तेल के नमूने लिए गए हैं. साथ ही प्लांट स्वामी को निर्देशित किया गया है कि प्लांट में फैली गंदगी को साफ-सफाई कर व्यवस्था को दुरुस्त कर लें नहीं तो प्लांट को सील कर दिया जाएगाय

कैलाश टम्टा ने बताया कि मिल के पास तेल पेराई और खाद्य विभाग का लाइसेंस मौजूद था. लेकिन उपभोक्ता के शिकायत पर तेल के सैंपल लिए गए हैं. सैंपल जांच के लिए रुद्रपुर स्थित लैब में भेजा जा रहा है. तेल के नमूने फेल होने पर प्लांट मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

देहरादून: मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने सचिवालय में खाद्य पदार्थों में मिलावट के संबंध में उच्चाधिकारियों की बैठक ली. मुख्य सचिव ने कहा खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों को लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा. खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए सख्त कदम उठाते हुए इसे प्राथमिकता से रोका जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के अभियान सिर्फ त्यौहारी सीजन को देखते हुए न हो, बल्कि इसे नियमित आधार पर चलाया जाए.

फूड टेस्टिंग लैब बढ़ाने पर जोर: मुख्य सचिव ने कहा राज्य में एक ही फूड टेस्टिंग लैब है, जो रुद्रपुर में है. जिसको देखते हुए उन्होंने अधिकारियों को देहरादून, हरिद्वार और हल्द्वानी में भी फूड टेस्टिंग लैब खोलने के निर्देश दिए. गढ़वाल एवं कुमाऊं के लिए एक-एक मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब की व्यवस्था करने को कहा. साथ ही फूड एडल्ट्रेशन को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा छोटे-छोटे वीडियो क्लिप्स से लोगों में जागरूकता फैलायी जाए.

मिलावट रोकने पर जोर: मुख्य सचिव ने होटल व्यवसायियों को स्वच्छता रेटिंग के लिए प्रोत्साहित किया. इसके लिए होने वाले व्यय को सरकार द्वारा वहन किए जाने के लिए प्रस्ताव लाने को कहा. उन्होंने खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिए बनाए गए नियमों और मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा. इसके लिए पोर्टल बेस्ड मॉनिटरिंग की जाए. होटल व्यवसायियों को इसके लिए जागरूक किया जाए.

मुख्य सचिव ने कहा नियमित जांच और कठोर कार्रवाई के अभाव में मिलावट पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता. इसके लिए लगातार सघन निरीक्षण अभियान के साथ मिलावटखोरों पर सख्त कानूनी कार्रवाई कर उदाहरण पेश किया जाए. ताकि मिलावटखोरी के प्रति लोगों में भय हो, और इसे रोका जा सके.

हल्द्वानी में खाद्य विभाग की छापेमारी: वहीं, मिलावटखोरी की सूचना पर हल्द्वानी में सरसों तेल प्लांट में खाद्य विभाग की टीम ने छापेमारी की है. जांच के दौरान टीम ने पाया कि प्लांट में भारी मात्रा में गंदगी के बीच सरसों की पेराई की जा रही थी. जांच के दौरान प्लांट में कई कंपनियों के तेल भी बरामद हुए हैं.

खाद्य सुरक्षा अधिकारी कैलाश टम्टा ने बताया कि उपभोक्ता की शिकायत पर हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित एक सरसों तेल मिल उद्योग में कार्रवाई करते हुए सरसों के तेल के नमूने लिए गए हैं. साथ ही प्लांट स्वामी को निर्देशित किया गया है कि प्लांट में फैली गंदगी को साफ-सफाई कर व्यवस्था को दुरुस्त कर लें नहीं तो प्लांट को सील कर दिया जाएगाय

कैलाश टम्टा ने बताया कि मिल के पास तेल पेराई और खाद्य विभाग का लाइसेंस मौजूद था. लेकिन उपभोक्ता के शिकायत पर तेल के सैंपल लिए गए हैं. सैंपल जांच के लिए रुद्रपुर स्थित लैब में भेजा जा रहा है. तेल के नमूने फेल होने पर प्लांट मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Sep 28, 2021, 10:49 PM IST
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