देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में उत्तराखंड सरकार और शानस में भी कमर कस ली है. कोरोन को मात देने के एक मात्र उपाय अभी टेस्ट और वैक्सीनेशन ही है. इसीलिए सरकार टेस्ट और वैक्सीनेशन पर ज्यादा जोर दे रही है, ताकि कोरोना के बढ़ते खतरे को रोका जा सके है. गुरुवार को उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू (Uttarakhand Chief Secretary Dr SS Sandhu) ने सभी जिलों के डीएम को कोरोना टेस्ट (increase corona testing) और वैक्सीनेशन (complete vaccination at earliest) में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना टेस्टों की संख्या बढ़ाने के साथ ही जल्द से जल्द प्रदेश में 100 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य पूरा कर लिया जाए. अगले सप्ताह तक 15-17 उम्र के सभी किशोर और किशोरियों को कोरोना वैक्सीन का पहला डीका लग जाना चाहिए. वहीं बूस्टर डोज भी तेजी से लगाई जाए.
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बता दें कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे है. सबसे बड़ी चिंता बात ये है कि ओमीक्रोन के अधिकाश मामले बिना लक्षण वाले है. ओमीक्रोन के बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्र सरकार ने केंद्र शासित प्रदेशों समेत नौ राज्यों को कोविड जांच बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है, जिसमें उत्तराखंड का नाम भी शामिल है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने उत्तराखंड, तमिलनाडु, पंजाब, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, जम्मू-कश्मीर और बिहार के लिखे पत्र में कहा कि मामले बढ़ने के साथ ही कोरोना के टेस्टों में कभी आई है, जो चिंता कारण है. इसीलिए सभी राज्य कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाए. ताकि समय रहते कोरोना पर काबू पाया जा सकें.