देहरादूनः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri case) मामले की राजनीति उत्तराखंड में तेज हो गई है. मामले को लेकर जहां पर एक ओर कांग्रेस नेता हरीश रावत गिरफ्तारी देने पहुंचे तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने पलटवार करते हुए इसे सुनियोजित हत्या करार दिया है. बीजेपी का कहना है कि उनके 4 कार्यकर्ताओं की सुनियोजित हत्या की गई है. मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं, उन्होंने हरीश रावत को दंगों की राजनीति न करने की हिदायत दी है.
लखीमपुर-खीरी मामले में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रदेशभर में किसानों में आक्रोश देखा जा रहा है. किसानों की ओर से जगह-जगह बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इस मामले में कांग्रेस भी बीजेपी को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. उत्तराखंड कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मामले पर सोमवार को देहरादून एसएसपी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और खुद की गिरफ्तारी दी. इस दौरान हरीश रावत के साथ सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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बीजेपी कार्यकर्ताओं की सुनियोजित हत्याः उधर, मामले में बीजेपी ने कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर पलटवार करते हुए इसे साजिश बताया. बीजेपी प्रवक्ता नवीन ठाकुर का कहना है कि लखीमपुर-खीरी में हुई घटना एक सुनियोजित घटना है. इसमें बीजेपी के 4 कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है. उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा में जो संलिप्त होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही कहा कि कार्रवाई के डर से कांग्रेस इस तरह से बौखलाई हुई है और अपने षड्यंत्र को छुपाने के लिए प्रदर्शन कर रही है. नवीन ठाकुर के अनुसार यह पूरी तरह से कुछ षड्यंत्रकारियों का कुकृत्य है और इस साजिश में बीजेपी कार्यकर्ताओं की सुनियोजित ढंग से हत्या की गई है.
हरीश रावत कर रहे दंगों की राजनीतिः बीजेपी प्रवक्ता नवीन ठाकुर ने हरीश रावत के प्रदर्शन और गिरफ्तारी पर तीखा हमला बोला है. कांग्रेस हत्या, जातिवाद और दंगों की राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि हरीश रावत खुद दलित मुख्यमंत्री की बात करते हैं, दूसरी ओर खुद को सीएम का चेहरा घोषित करने के लिए अपने संगठन में सिर फुटव्वल मचा रहे हैं. उन्होंने हरीश रावत को दंगों की राजनीति न करने की हिदायत दी.
क्या है पूरा मामला? उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे से पहले किसानों के प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी में में हिंसा भड़की थी. हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. यह घटना तिकोनिया कोतवाली क्षेत्र के तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई. बताया जा रहा है कि स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) वाहनों से कुछ प्रदर्शनकारियों को कथित तौर पर टक्कर मारे जाने के बाद नाराज किसानों ने दो एसयूवी में आग लगा दी. प्रदर्शनकारी किसान, मौर्य के बनबीरपुर दौरे का विरोध कर रहे थे, जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव है.
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प्रदर्शनकारियों को कथित रूप से कुचले जाने की घटना से नाराज लोगों ने दो वाहनों में आग लगा दी. उन्होंने कथित तौर पर कुछ लोगों की भी पिटाई की. किसानों का आरोप है कि एक वाहन में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का बेटा सवार था, हालांकि मिश्रा ने आरोप को खारिज कर दिया है. इस घटना को लेकर विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल और भारतीय किसान यूनियन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और घटना के लिए बीजेपी और गृह राज्य मंत्री के पुत्र को जिम्मेदार ठहराया है.