देहरादून: मॉनसून सत्र के दौरान लोहाघाट से बीजेपी विधायक पूरन सिंह फर्त्याल द्वारा लाए गए कार्य स्थगन के प्रस्ताव के कारण सरकार की खूब किरकिरी हुई है. इससे नाराज प्रदेश संगठन अब एक्शन मोड में आ गया है. उत्तराखंड में इन दिनों विधायकों के नाराजगी और मंत्रियों की नाराजगी के मामले चर्चाओं में है.
पिछले लंबे समय से अपने ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले भाजपा विधायक पूरन सिंह फर्त्याल ने मॉनसून सत्र में अपनी ही सरकार के खिलाफ नियम 58 के तहत कार्य स्थगन का प्रस्ताव लाकर सबको चौंका दिया. मामले में किरकिरी होने के बाद हाईकमान पूरे मामले में सरकार और संगठन से जवाब भी मांग रहा है.
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पत्रकारों से बातचीत में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि मॉनसून सत्र में विधायक द्वारा की गई अनुशासनहीनता के मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा हो रही है. पूरे मामले में शनिवार को संगठन अपना फैसला सुनाएगा. वहीं, बाल विकास मंत्री और विभागीय सचिव के बीच चल रहे विवाद के मामले पर बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले पर मुख्यमंत्री द्वारा कमेटी गठित कर दी गई है, जो पूरे मामले को देख रही है.