ETV Bharat / state

हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड ने मारी बाजी, वाणिज्य और उद्योग में बना नंबर वन

केंद्र सरकार के कार्मिक विभाग की ओर से जारी सूची के मुताबिक, गुड गवर्नेंस मामले में उत्तराखंड को दूसरे पहाड़ी राज्य का स्थान मिला है. वहीं, वाणिज्य और उद्योग मामले में उत्तराखंड को पहला स्थान मिला है.

uttarakhand
सीएम त्रिवेंद्र
author img

By

Published : Dec 27, 2019, 4:19 PM IST

Updated : Dec 27, 2019, 5:21 PM IST

देहरादूनः त्रिवेंद्र सरकार में जीरो टॉलरेंस का नारा देकर प्रदेश में ब्यूरोक्रेट्स पर बेहतर पकड़ बनाने का संकेत दिया तो राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली ग्रेडिंग में इसका असर दिखने लगा है. उत्तराखंड को सुशासन के मामले में पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में दूसरा स्थान मिला है.

इस मामले में जहां पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश को पहला स्थान हासिल किया है तो बाकी पहाड़ी और पूर्वोत्तर राज्य उत्तराखंड से पिछड़ते हुए दिखाई दिए. इसमें उत्तराखंड के बाद त्रिपुरा, मिजोरम, सिक्किम और आसाम जैसे राज्यों ने जगह हासिल की है. इस मामले पर सत्ताधारी दल भाजपा त्रिवेंद्र सरकार की नीतियों और जीरो टॉलरेंस पॉलिसी को इसकी वजह बता रही है.

हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड ने मारी बाजी.

पढ़ेंः कृषि विशेषज्ञ बोले- कोहरे से आलू की फसल में आ सकता है झुलसा रोग

सुशासन के मामले पर त्रिवेंद्र सरकार की चौतरफा पीठ थपथपाई जा रही है, तो विपक्षी दल कांग्रेस इस मामले पर भी राजनीति करती दिख रही है. खास बात ये है कि विपक्ष ने प्रदेश में खराब होते स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के हालातों का जिक्र करते हुए गुड गवर्नेंस पर सवाल खड़े किए हैं.

पढ़ेंः नेपाल सीमा से भारत में दाखिल हो सकते हैं जैश आतंकी, उत्तराखंड में हाईअलर्ट

इस सूची को केंद्र सरकार ने अलग-अलग मानकों पर बांटा है. शानदार शासन व्यवस्था के मामले में तमिलनाडू देशभर में पहले नंबर पर है. जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. इतना ही नहीं केंद्र सरकार की सूची में वाणिज्य एवं उद्योग के क्षेत्र में भी उत्तराखंड ने बड़ी छलांग लगाई है. वाणिज्य और उद्योग को लेकर सूची में उत्तराखंड को पहले स्थान पर रखा गया है.

देहरादूनः त्रिवेंद्र सरकार में जीरो टॉलरेंस का नारा देकर प्रदेश में ब्यूरोक्रेट्स पर बेहतर पकड़ बनाने का संकेत दिया तो राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली ग्रेडिंग में इसका असर दिखने लगा है. उत्तराखंड को सुशासन के मामले में पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में दूसरा स्थान मिला है.

इस मामले में जहां पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश को पहला स्थान हासिल किया है तो बाकी पहाड़ी और पूर्वोत्तर राज्य उत्तराखंड से पिछड़ते हुए दिखाई दिए. इसमें उत्तराखंड के बाद त्रिपुरा, मिजोरम, सिक्किम और आसाम जैसे राज्यों ने जगह हासिल की है. इस मामले पर सत्ताधारी दल भाजपा त्रिवेंद्र सरकार की नीतियों और जीरो टॉलरेंस पॉलिसी को इसकी वजह बता रही है.

हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड ने मारी बाजी.

पढ़ेंः कृषि विशेषज्ञ बोले- कोहरे से आलू की फसल में आ सकता है झुलसा रोग

सुशासन के मामले पर त्रिवेंद्र सरकार की चौतरफा पीठ थपथपाई जा रही है, तो विपक्षी दल कांग्रेस इस मामले पर भी राजनीति करती दिख रही है. खास बात ये है कि विपक्ष ने प्रदेश में खराब होते स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के हालातों का जिक्र करते हुए गुड गवर्नेंस पर सवाल खड़े किए हैं.

पढ़ेंः नेपाल सीमा से भारत में दाखिल हो सकते हैं जैश आतंकी, उत्तराखंड में हाईअलर्ट

इस सूची को केंद्र सरकार ने अलग-अलग मानकों पर बांटा है. शानदार शासन व्यवस्था के मामले में तमिलनाडू देशभर में पहले नंबर पर है. जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. इतना ही नहीं केंद्र सरकार की सूची में वाणिज्य एवं उद्योग के क्षेत्र में भी उत्तराखंड ने बड़ी छलांग लगाई है. वाणिज्य और उद्योग को लेकर सूची में उत्तराखंड को पहले स्थान पर रखा गया है.

Intro:केंद्र सरकार की तरफ से बेहतर शासन व्यवस्था की सूची राज्यों की जारी की गई है

इस सूची को केंद्र सरकार ने अलग अलग मानकों पर बांटा है

शानदार शासन व्यवस्था के मामले में तमिलनाडु देशभर में पहले नंबर पर है जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक गुड गवर्नेंस के मामले में दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं

पहाड़ी राज्य में मिला उत्तराखंड को दूसरा स्थान

वही कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी सुशासन सूचकांक यानी जीजीआई मैं पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में हिमाचल पहले नंबर पर जबकि उत्तराखंड को दूसरा स्थान मिला है


इतना ही नहीं केंद्र सरकार की सूची में वाणिज्य एवं उद्योग के क्षेत्र में भी बड़ी छलांग लगाई है वाणिज्य और उद्योग को लेकर सूची में उत्तराखंड को पहले स्थान पर रखा हैBody:breaking Conclusion:breaking
Last Updated : Dec 27, 2019, 5:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.